सेलगर मामले को लेकर राज्य सरकार ने गठित की कमेटी…. बस्तर सांसद की अगुवाई में 9 सदस्यीय कमेटी जायेगी मौके पर… अफसर भी रहेंगे साथ
रायपुर 1 जून 2021। सेलगर कैंप को लेकर जवानों और ग्रामीणों के बीच विवाद खत्म नहीं हो रहा है। कैंप के विरोध में ग्रामीण रास्ते में डटे हुए हैं। विवाद के बीच राज्य सरकार ने कांग्रेस विधायक व सांसदों की एक कमेटी बनायी है, जो मौके पर जाकर इस मुद्दे पर चल रहे विवाद का समाधान ढूंढेंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि जनप्रतिनिधिनियों की कमेटी के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर जायेंगे।
मान. मुख्यमंत्री @bhupeshbaghel जी ने सेलगर प्रकरण में बस्तर के सांसद दीपक बैज की अध्यक्षता में जनप्रतिधियों की एक समिति का गठन किया है।
यह समिति स्थानीय लोगों से चर्चा कर तथ्य जुटाएगी। प्रशासनिक अधिकारी समिति के साथ होंगे।
1. श्री दीपक बैज, सांसद, अध्यक्ष
2. श्री लखेश्वर बघेल— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) June 1, 2021
बस्तर सांसद दीपक बैज को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है, वहीं बस्तर के आठ विधायकों को कमेटी में जगह दी गयी है। कमेटी में लखेश्वर बघेल, संतकुमार नेताम, देवती कर्मा, शिशुपाल सोरी, अनूप नाग, विक्रम मंडावी, राजमन बेंजाम और चंदन कश्यप शामिल है।
3. श्री संत नेताम
4. श्रीमती देवती कर्मा
5. श्री शिशुपाल शोरी
6. श्री अनूप नाग
7. विक्रम मंडावी
8. श्री राजमन बेंजाम
9. चंदन कश्यपयह जनप्रतिनिधि समिति के सदस्य होंगे।
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) June 1, 2021
आपको बता दें कि सेलगर कैंप के विरोध में अचानक कुछ ग्रामीण आ गये थे। आक्रामक हो रहे ग्रामीणों को रोकने के लिए पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई। पुलिस के मुताबिक तीनों नक्सली संगठन से जुड़े हुए थे। 16 मई को हुई गोलीबारी में मारे गए 3 लोगों की पहचान नक्सलियों के रूप में हुई है. घटना उस वक्त हुई जब लगभग 3 हजार ग्रामीण सिलगेर में स्थापित किए जा रहे CFPF कैंप का विरोध करने पहुंचे थे. पुलिस ने तीनों मृतकों की शिनाख्त नक्सलियों के DKMS सदस्य के रूप में की थी. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि ग्रामीण तार की बैरिकेडिंग को तोड़कर कैंप में घुसने का प्रयास कर रहे थे. तभी उनकी आड़ में खड़े नक्सलियों ने गोली चलाई थी. इस दौरान सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की थी.