जहां रही DSP, उसी जिले में 15वें कलेक्टर की कमान संभाली IAS रानू साहू ने……5 साल तक DSP की नौकरी करते हुए IAS में हुई चयनित….2010 बैच की ये छत्तीसगढ़िया IAS संभाल चुकी हैं कई अहम जिम्मेदारी
कोरबा 8 जून 2021। IAS रानू साहू ने कोरबा जिले के 15वें कलेक्टर के रूप में आज कमान संभाली। 2010 बैच की IAS रानू साहु तीसरे जिले की कलेक्टर बनी है, इससे पहले वो कांकेर और बालोद की जिम्मेदारी संभाल चुकी है। कोरबा कलेक्टर से पहले वो पर्यटन विभाग के MD के रूप में पदस्थ थी।जिले के प्रभारी कलेक्टर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार ने उन्हें कार्यभार सौंपकर उनका स्वागत किया। पदभार ग्रहण के पश्चात श्रीमती रानू साहू ने जिला कार्यालय के अधिकारियों से परिचय प्राप्त कर जिले में संचालित गतिविधियों के बारे में संक्षिप्त जानकारी ली।
कलेक्टर रानू साहू ने मीडिया से बातचीत में अपनी प्राथमिकताओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि
“आज मैंने कलेक्टर का पदभार लिया है, मैंने अधिकारियों और मीडियाकर्मियों से बात की है, इस दौरान जिले की कई समस्याओं से मुझे अवगत कराया गया है, मेरी प्राथमिकता शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने की होगी, इसके अलावे प्रदूषण की समस्या है, कोरबा मेडिकल कालेज को शुरू करना और सतरेंगा को टूरिज्म सेंटर के रूप में स्थापित करना मेरी प्राथमिकताओं मे है”
कोरबा से कलेक्टर रानू साहू का जुड़ा संयोग
कोरबा कलेक्टर की ज्वाइनिंग के साथ ही रानू साहू के साथ एक दिलचस्प संयोग भी जुड़ गया है।कोरबा में वो बतौर DSP भी रह चुकी है। 2005 CG पीएससी से राज्य पुलिस सेवा के लिए चयनित हुई सानू साहू कोरबा में बतौर DSP कई महीनों तक पदस्थ रही। आज भी उनका कार्यकाल जिले के लोग याद करते हैं। उस दौरान उनके कड़क तेवर काफी चर्चा में रहे थे।
गरियाबंद की रहने वाली है IAS रानू साहू
रानू साहू प्रदेश में कई अहम पदों पर रही है। मूल रूप से छत्तीसगढ़ के गरियाबंद की रहने वाली रानू साहू मध्यमवर्गीय परिवार से आती है। कृषक परिवार से ताल्लुक रखने वाली रानू साहू ने राज्य पुलिस सेवा में 2005 में पास किया था, जिसके बाद वो 5 साल तक बतौर DSP अलग-अलग जगहों पर पदस्थ थी। राज्य पुलिस सेवा में रहते हुए ही उन्होंने देश के सर्वोच्च इम्तिहान UPSC को पास किया और भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित हुई। 2010 बैच की IAS रानू साहू इससे पहले SDM सारंगगढ़, जिला पंचायत CEO कोरिया, नगर निगम कमिश्नर बिलासपुर, ADM अंबिकापुर, डायरेक्टर हेल्थ रही, उसके बाद उन्हें कलेक्टर कांकेर और कलेक्टर बालोद बनाया गया। दो जिलों की लगातार कलेक्टरी के बाद वो रायपुर लौटी और कमिश्नर GST और MD छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड की जिम्मेदारी संभाली।