बहनें इस दफा कैदी भाईयों को खुद नहीं बांध पायेगी राखी…..कोरोना के मद्देनजर जेल में नहीं मनेगा राखी… बहनें वीडियो कॉल कर दे सकेंगी भाई को शुभाशीष
रायपुर 1 अगस्त 2020। इस बार बहनें अपने कैदी भाईयों की कलाई पर खुद राखी नहीं बांध सकेंगी। कोरोना के मद्देनजर राज्य सरकार ने ये फैसला लिया है। हर साल राखी के मौके पर बहनों को जेल जाकर अपने कैदी भाईयों को राखी बांधने की छूट दी जाती थी, लेकिन इस बार कोरोना के मद्देनजर उस परंपरा को बदलने का फैसला लिया गया है। हालांकि रक्षाबंधन के मौके पर जेल में बंद कैदियों को उनकी बहनों से वीडियो कॉलिंग व फोन पर बात करने की छूट दी जाएगी। वैश्विक महामारी कोविड19 के फैलते संक्रमण को देखते हुए यह फैसला लिया किसी को भी जेल में मुलाकात नहीं करने दी जाएगी। रक्षाबंधन का त्यौहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। हर साल इस दिन जेल में बंद कैदियों को उनकी बहने राखी बांधने जेल जाती हैं किंतु कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार जेल में मिलना बंद किया गया है।
गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने बहनों और भाइयों के प्रेम को समझते हुए इसकी वैकल्पिक व्यवस्था के लिए एडीजी जेल को निर्देशित किया है। श्री साहू ने कहा है कि जेलों में वीडियो कालिंग व फोन के माध्यम से बंदियों को उनकी बहनों से बात कराने की व्यवस्था की जाए जिससे बहनें अपने भाइयों से रक्षाबंधन के दिन बात कर सकें। यह भी कहा है कि यदि जेल प्रबंधन के पास पोस्टल डाक के द्वारा भेजी गई राखियां प्राप्त होती हैं तो
उसे जेल के अंदर पहुंचा दिया जाए । श्री साहू ने कहा कि भाई बहन के इस त्यौहार से लोगों की जो भावना जुडी है उसे हम समझते हैं और उसका सम्मान भी करते हैं लेकिन न मिलने देने का फैसला भी जनता की सुरक्षा के मद्देनजर ही लिया गया है।