बैठक में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संदर्भ में राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा की भूमिका और जिम्मेदारी के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के मध्य खेल और सांस्कृतिक, साहित्यिक गतिविधियां, व्यवसायिक शिक्षा, बालिका शिक्षा, समग्र शिक्षा का सतत मूल्यांकन, आंगनवाड़ी और प्राथमिक स्कूलों में समन्वय, स्कूल पुस्तकालय में विभिन्न भाषाओं का शिक्षण, समावेशी शिक्षा, स्कूल परिसर और स्कूल परिसर के बाहर स्कूल से बाहर के बच्चों का शत-प्रतिशत विद्यालय में प्रवेश और शाला प्रबंधन समिति के संबंध में स्कूल के डेटाबेस की जानकारी और उपयोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

बैठक में आई.सी.टी. और डिजिटल शिक्षा के संबंध में स्कूलों से संसाधन और सुदृढ़ीकरण की लॉन्ग टर्म एजुकेशन प्लानिंग तथा गणितीय शिक्षा के संबंध में शिक्षकों के पुरस्कार और स्कूलों की ग्रेडिंग के संबंध में बच्चों की गुणवत्ता परक शिक्षा तथा बच्चों का आकलन जैसे विषयों को किस प्रकार जिम्मेदारी पूर्वक पूर्ण किया जाए इस संबंध में अधिकारियों कर्मचारियों को जानकारी दी गई। इस अवसर पर समग्र शिक्षा के संयुक्त संचालक संजीव श्रीवास्तव उपसंचालक डी. कौशिक सहायक संचालक, डॉ. एम. सुधीश सहित समग्र शिक्षा के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।