प्रदेश की बिगड़ी क़ानून व्यवस्था पर विपक्ष का स्थगन आसंदी ने किया अग्राह्य.. विपक्ष भड़का.. सदन की कार्यवाही पाँच मिनट के लिए स्थगित
रायपुर,24 दिसंबर 2020। प्रदेश की बिगड़ी क़ानून व्यवस्था पर स्थगन के ज़रिए चर्चा की माँग कर रहे विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव को अग्राह्य करने पर विपक्ष ने हंगामा किया, शोरगुल इतना बढ़ा कि,आसंदी ने सदन की कार्यवाही पाँच मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
प्रदेश में क़ानून व्यवस्था की बिगड़ी हालत पर विपक्ष बेहद आक्रामक था। स्थगन की ग्राह्यता पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आँकड़ो को पेश करते हुए बताया कि, साल भर में 4098 अपहरण और 5326 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए हैं।
सदस्य अजय चंद्राकर की टिप्पणी तल्ख मानते हुए उसे विलोपित किए जाने की माँग की गई हालाँकि आसंदी से इस पर कोई व्यवस्था नही दी गई। सदस्य अजय चंद्राकर ने हत्याकांडों और हमलों का जिक्र करते हुए कहा –
“शांति का टापू छत्तीसगढ अपराध का गढ़ बन गया है,मछली बाज़ार में जैसे काटते हैं वैसे ही आदमी को काटा जा रहा है”
वरिष्ठ सदस्य बृजमोहन ने चेताया
“महिलाएँ अब रात को घूम नही सकती .. यदि ऐसा ही होता रहा तो छत्तीसगढ कहीं का नही रहेगा..”
अकलतरा विधायक सौरभ सिंह ने अकलतरा जैन मंदिर में चोरी की घटना का जिक्र करते हुए सदन को बताया कि आज अकलतरा विरोध में बंद है, अकलतरा शहर के सारे सीसीटीवी खराब हैं।
इस पर आसंदी ने व्यवस्था देते हुए इस स्थगन को अग्राह्य कर दिया। जिस पर विपक्ष ने चर्चा की माँग दोहराई और शोरगुल हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही पाँच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।