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कलेक्टरों पर लाॅकडाउन को लेकर व्यापारियों का भारी प्रेशर, चेम्बर समेत व्यापारिक संगठन बंद के लिए तैयार नहीं, लोगों की जान जाए मगर व्यापारियों को कारोबार की चिंता सता रही, लाॅकडाउन को लेकर रायपुर के व्यापारियों में मतभेद भी उभरा

कलेक्टरों पर लाॅकडाउन को लेकर व्यापारियों का भारी प्रेशर, चेम्बर समेत व्यापारिक संगठन बंद के लिए तैयार नहीं, लोगों की जान जाए मगर व्यापारियों को कारोबार की चिंता सता रही, लाॅकडाउन को लेकर रायपुर के व्यापारियों में मतभेद भी उभरा
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By NPG News

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0 दुर्ग के व्यापारी कलेक्टर सर्वेश भूरे से इस बात को लेकर मिले कि रायपुर और राजनांदगांव की तरह टाईम तय कर दें मगर लाॅकडाउन न करें
0 पंडरी क्लाॅथ मार्केट के पूर्व अध्यक्ष बोले, जानमाल की सुरक्षा के लिए लाॅकडाउन लगाना चाहिए

रायपुर, 6 अप्रैल 2021। छत्तीसगढ़ में कोरोना की स्थिति भयावह होती जा रही है। कोरोना केस और मौतों के मामले में दूसरे और तीसरे पोजिशन पर है। रायपुर में तो कल एक दिन में 23 सौ कोरोना के मरीज मिले। इसके बावजूद सूबे के व्यापारियों को अपने व्यापार की चिंता खाए जा रही है। व्यापारिक संगठन सरकार और प्रशासन पर लगातार प्रेशर बना रहे कि किसी प्रकार लाॅकडाउन न हो पाए।
रायपुर में चेम्बर समेत अन्य व्यापारिक संगठन बंद के विरोध में हैं। जबकि, रायपुर में कोरोना खतरनाक स्थिति की ओर बढ़ रहा है। एक दिन में 31 लोगों की मौतें हो रही मगर व्यापारी संगठनों की कोशिश है कि किसी तरह लाॅकडाउन न लग पाए।
हालांकि, दुर्ग कलेक्टर सर्वेश भूरे ने 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक कंप्लीट लाॅकडाउन का ऐलान कर दिया है। दुर्ग के व्यापारी इस संबंध में कलेक्टर भूरे से मुलाकात की। और, उनसे आग्रह किया कि रायपुर और राजनांदगांव की तरह दुर्ग में भी लाॅकडाउन की बजाए एक निश्चित समय तक दुकान खोलने की इजाजत दी जाए। हालांकि, दुर्ग कलेक्टर इसके लिए तैयार नहीं हुए। ध्यान रहे, रायपुर में जिला प्रशासन ने शाम छह बजे और राजनांदगांव में शाम चार बजे तक दुकानें खोलने का टाईम निर्धारित किया है।
व्यापारिक संगठन लाॅकडाउन में व्यापार बेपटरी होने का हवाला दे रहे हैं। उनका तर्क है कि लाॅकडाउन में दुकानों में काम करने वाले लोगों को उन्हें घर से वेतन देना पड़ता है। इस चक्कर में उनका नुकसान होता है। इस तर्क को रखने वाले व्यापारिक नेताओं को ये भी सोचना चाहिए कि उनके कारोबार के चक्कर में कोरोना के केसेज बढ़ते जा रहे हैं। और इतने साल से वे लगातार कमाई कर रहें…सवाल है, कुछ समय के लाॅकडाउन का वेतन अपने कर्मचारियों को वे नहीं दे सकते।
हालांकि, रायपुर की स्थिति को देखते पंडरी क्लाथ मार्केट के पूर्व अध्यक्ष सुशील अग्रवाल ने व्यापारिक संगठनों से अलग स्टैंड लेते हुए कहा है कि राज्य में जिस तरह कोरोना से जानमाल को नुकसान हो रहा है, उसके देखते अब लाॅकडाउन लगा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ठीक है लाॅकडाउन से कारोबार को नुकसान होता है। लेकिन, उससे उपर है लोगों की सुरक्षा। जान बच जाएगी तो कारोबार आगे भी होता रहेगा।

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