कोलकाता 14 मई 2021.पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को गुरुवार को सीलतकूची में उस समय काले झंडे दिखाए गए जब वह चुनाव के बाद हुई हिंसा से प्रभावित लोगों से मिलने गए थे. इस हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई थी. धनखड़ के कूचबिहार दौरे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निंदा की थी. राज्यपाल को कुछ लोगों ने गोलोकगंज में उस समय काले झंडे दिखाए जब उनका काफिला मथभंगा से सीतलकूची जा रहा था. हालांकि, पुलिस ने सड़क के दोनों ओर मानवश्रृंखला बना रखी थी ताकि कोई प्रदर्शनकारी सड़क पर नहीं आ सके.
इन चारों जगहों पर कई परिवारों से मिलने के बाद जगदीप धनखड़ ने कहा, ‘घर लूट लिये गये हैं, बेटी के ब्याह के लिए रखे गये गहने, श्राद्ध के लिए रखे बर्तन और अन्य चीजें भी लूट ली गयी हैं.’ राज्यपाल का काफिला जब माथाभंग से शीतलकुची की ओर जा रहा था, तो रास्ते में गोलोकगंज में कुछ लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाये. यहां प्रदर्शनकारियों को सड़क पर आने से रोकने के लिए पुलिसकर्मियों को मानव शृंखला बनानी पड़ी.
अन्य जगहों पर भी राज्यपाल के दौरे की आलोचना करते हुए पोस्ट और तख्तियां दिखायी गयीं. राज्यपाल ने कहा, ‘इतिहास मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का इंसाफ करेगा. इतिहास राज्यपाल जगदीप धनखड़ तथा नौकरशाही और मीडिया का भी इंसाफ करेगा.’ चुनाव बाद हुई हिंसा के संबंध में सूचना पाने के तमाम प्रयास के बावजूद राज्य सरकार से कोई जानकारी नहीं मिलने का दावा करते हुए धनखड़ ने कहा कि राज्य सरकार संविधान के अनुच्छेद 167 के तहत उन्हें आवश्यक सूचना मुहैया कराये.
उन्होंने कहा, ‘मैं किसी भी परिस्थिति में बिना किसी रुकावट और विचलित हुए बिना अपने संवैधानिक कर्तव्य का निर्वहन करूंगा.’ राज्यपाल की यात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के सांसद और पार्टी प्रवक्ता सौगत राय ने कहा, ‘उन्होंने (धनखड़) राज्य सरकार की नहीं सुनी और कूचबिहार गये. वह भाजपा नेता के साथ वहां गये. उनका व्यवहार असंवैधानिक है.’