नईदिल्ली 16 जून 2020. अगरकर ने क्रिकेट में लार के महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि यह गेंदबाजों के लिए उतनी ही जरूरी है, जितना बल्लेबाजों के लिए बैट जरूरी होता है।
इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) का यह प्रतिबंध आठ जुलाई से इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेली जानी वाली तीन टेस्ट की सीरीज से लागू होगा। कोविड-19 महामारी के कारण पिछले तीन महीने में यह पहली टेस्ट सीरीज होगी।
भारत के लिए 191 वन-डे और 26 टेस्ट खेलने वाले अगरकर ने कहा, ‘मेरी चिंता इस बात को लेकर है कि मैच शुरू होने से पहले खिलाड़ियों की जांच की जाएगी। अगर वह कोविड-19 से संक्रमित नहीं है तो आप लार के इस्तेमाल पर विचार कर सकते है। यह मेरा विचार है और इस मुद्दे पर चिकित्सा क्षेत्र का कोई जानकार बेहतर जानकारी दे सकता है।’
इस पूर्व क्रिकेटर ने हालांकि माना कि मौजूदा परिस्थितियों में आईसीसी की क्रिकेट और चिकित्सा समिति के पास प्रतिबंध के अलावा कोई और विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा, ‘गेंद को चमकाना बहुत जरूरी है और इसके लिए कोई दूसरा तरीका मौजूद नहीं है लेकिन समितियों (आईसीसी की क्रिकेट एवं चिकित्सा समिति) के लिए यह एक मुश्किल फैसला होगा।’
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 349 विकेट लेने वाले 42 साल के इस गेंदबाज ने कहा, ‘जाहिर है उन्होंने एक सुरक्षित तरीका अपनाया है और मौजूदा स्थिति में यह समझ में आता है। हमें एक बार इंग्लैंड की सीरीज के खत्म होने का इंतजार करना होगा। यह गेंदबाजों के लिए आसान नहीं होने वाला है लेकिन हमें इंतजार करना पड़ेगा।’
अगरकर ने कहा कि क्रिकेट में पहले से ही ‘बल्लेबाजों के पक्ष में है’, लार पर प्रतिबंध से तेज गेंदबाजों की स्थिति और दयनीय होगी। वन-डे क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की सूची में तीसरे स्थान पर काबिज अगरकर ने कहा, ‘अगर आप किसी भी गेंदबाज से पूछेंगे, तो हर कोई थोड़ा आशंकित होगा।