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विधानसभा से राजीव भवन में दिवंगत मोतीलाल वोरा को श्रद्धांजलि देने जायेंगे मुख्यमंत्री, मंत्री समेत कांग्रेसी विधायक….. दुर्ग में अंतियोष्ठि में भी रहेंगे मौजूद, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

विधानसभा से राजीव भवन में दिवंगत मोतीलाल वोरा को श्रद्धांजलि देने जायेंगे मुख्यमंत्री, मंत्री समेत कांग्रेसी विधायक….. दुर्ग में अंतियोष्ठि में भी रहेंगे मौजूद, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
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By NPG News

रायपुर 22 दिसंबर 2020। पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा का आज शाम अंतिम संस्कार किया जायेगा। उनकी अंत्योष्ठी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कैबिनटे के सभी सदस्य, संगठन के नेता, संसदीय सचिव और विधायक मौजूद रहेंगे। वहीं भाजपा के भी कई दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे। इससे पहले राजीव भवन में उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है।

विधानसभा के बाद मुख्यमंत्री, कांग्रेस के सभी विधायक, मंत्री राजीव भवन जायेंगे और अपनी श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। उसके बाद सभी विधायक, मंत्री बस के जरिये दुर्ग जायेंगे और अंतियोष्ठी में शामिल होंगे। अंतिम संस्कार के दौरान सोनिया गांधी के प्रतिनिधि के रूप में मुकुल वासनिक और हरीश रावत मौजूद रहेंगे।

इससे पहले आज विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा को श्रद्धांजली दी गयी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे व्यक्तिगत क्षति बताते हुए, उनके जीवन को अनुकरणीय बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दिन पहले ही उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी थी, सोचा नहीं था कि एक दिन बाद ही उन्हें श्रद्धांजलि देनी पड़ेगी।

वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि मोतीलाल वोरा राजनीति के अजातशत्रु थे। उनका पूरा जीवन ही एक पाठशाला था। बेहद सरल और मृदुभाषी बताते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में उनकी कमी हमेशा खलेगी।

संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वो स्कूटर में चलकर पूरे विधानसभा का दौरा करते थे, ऐसा व्यक्तित्व शायद ही राजनीति में दिखता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संगठन में रहने के बावजूद वो अपना छत्तीसगढ़ से लगाव नहीं खत्म कर पाये। वो हमेशा पर्व त्योहार और आयोजनों में छत्तीसगढ़ आते थे।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल से लेकर चुनाव लड़ने के दौरान तक के अनुभव साझा किया। रमन सिंह ने कहा कि जब मुख्यमंत्री के नाते सांसदों की वो बैठक दिल्ली में लेते थे, तो उन्हें संकोच होता था कि इतना सीनियर लीडर कैसे मेरी बैठक में आयेगा, लेकिन वो ना सिर्फ आते थे, बल्कि बैठक का नोट भी तैयार करते थे। ये उनका व्यक्तित्व बताता है।

सदन में उन्हें ताम्रध्वज साहू, बृजमोहन अग्रवाल, प्रेमसाय सिंह, धर्मजीत सिंह, मोहम्मद अकबर, सत्यनारायण शर्मा सहित कई सदस्यों ने अपनी श्रद्धांजलि दी।

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