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शिक्षाकर्मी नेता से पैसे की बात करना पड़ गया इस बाबू को भारी…. संविलियन अधिकार मंच की शिकायत के बाद रुका बाबू का वेतन और हो गया यह नोटिस जारी ….अधिकारी ने कहा – अब इस कार्रवाई की हो रही तैयारी

शिक्षाकर्मी नेता से पैसे की बात करना पड़ गया इस बाबू को भारी…. संविलियन अधिकार मंच की शिकायत के बाद रुका बाबू का वेतन और हो गया यह नोटिस जारी ….अधिकारी ने कहा – अब इस कार्रवाई की हो रही तैयारी
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By NPG News

रायपुर 11 नवंबर 2020। शिक्षाकर्मियों से लेनदेन की मांग करना कबीरधाम जिले के बोड़ला नगर पंचायत के बाबू को बहुत भारी पड़ गया है जहां एक तरफ पूरे प्रदेश में उनके इस कृत्य की आलोचना हो रही है वही संविलियन अधिकार मंच की लिखित शिकायत के बाद सीएमओ ने इस बाबू को सजा के तौर पर 1 माह के लिए अवैतनिक कर दिया है। यही नहीं, उन्हें नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण भी मांगा गया है और यदि स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं हुआ तो उन्हें सेवा से पृथक भी किया जा सकता है ।

बोड़ला नगर पंचायत के लिपिक संतोष कुमार कुंभकार ने वहां के 3 शिक्षाकर्मियों से उनके नियमितीकरण का एरियर्स राशि जारी करने के लिए राशि में से 50% हिस्सेदारी की मांग की थी जिसके बाद तीनों शिक्षाकर्मियों ने लिखित में अपने संगठन संविलियन अधिकार मंच के प्रदेश संयोजक विवेक दुबे से शिकायत की थी मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश संयोजक ने स्वयं बाबू से बात की और हल्के-फुल्के अंदाज में बात करके पहले यह जानने की कोशिश की कि वास्तव में बाबू चाहता क्या है और जैसे ही बाबू ने लेन-देन की बात स्वीकारी वैसे ही शिक्षाकर्मी नेता ने उन्हें दबंग अंदाज में यह समझा दिया था कि यह कृत्य उस पर बहुत ज्यादा भारी पड़ सकता है इसके बाद वायरल हुए ऑडियो में जहां लोगों ने शिक्षाकर्मी नेता की इस पहल की खुलकर तारीफ की वहीं बाबू के कृत्य को लेकर सभी में जबरदस्त नाराजगी दिखाई दी यहां तक कि लिपिक वर्ग ने खुद इसकी आलोचना की और कई लिपिकों ने अपने ग्रुप में लिखा कि चंद लोगों के चलते पूरे लिपिक समुदाय को बदनाम होना पड़ता है और ऐसे लिपिक पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए ।

इधर संविलियन अधिकार मंच ने भी नगर पंचायत बोड़ला के सीएमओ को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी ताकि भ्रष्ट बाबू को सबक मिल सके अब उसी के आधार पर सीएमओ ने कार्रवाई करते हुए दैनिक वेतन भोगी लिपिक संतोष कुमार कुंभकार को 1 माह के लिए अवैतनिक कर दिया है साथ ही उनसे इस पूरे मामले में स्पष्टीकरण भी मांगा गया है और जानकारी देते हुए सीएमओ शर्मा ने बताया कि यदि स्पष्टीकरण संतुष्टिजनक नहीं हुआ तो उन्हें पद से पृथक भी किया जा सकता है . बहरहाल शिक्षाकर्मी संघ की इस पहल के बाद भ्रष्ट बाबुओं में खौफ का माहौल है और आने वाले दिनों में यदि कुछ और मामले सामने आ जाए तो आश्चर्य का विषय नहीं होगा क्योंकि शिक्षाकर्मी अब ऐसे बाबू को ट्रैप करने की तैयारी कर रहे हैं जिस का संकेत संविलियन अधिकार मंच के प्रदेश संयोजक विवेक दुबे ने पहले ही दे दिया था ।

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