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Thanks CM अंकल! आपकी वजह से हम छह माह बाद घर लौट पा रहे…….लॉकडाउन के बाद से फंसे मल्हार नवोदय के बच्चे टॉफियों व गिफ्ट के साथ घर हुए रवाना

Thanks CM अंकल! आपकी वजह से हम छह माह बाद घर लौट पा रहे…….लॉकडाउन के बाद से फंसे  मल्हार नवोदय के बच्चे टॉफियों व गिफ्ट के साथ घर हुए रवाना
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By NPG News

बिलासपुर, 16 अप्रैल 2020। नवोदय विद्यालय मल्हार में पिछले कई दिनों से फंसे बच्चे आज मुस्कुराते हुए घर रवाना हुए…किसी बच्चे के हाथ में गिफ्ट थे, तो किसी के पास चाकलेट !..रवानीगी से पहले सभी ने एक स्वर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को शुक्रिया कहा। तीसरी भाषा सीखने ओडिशा से आये 28 छात्र-छात्राएं लॉकडाउन की वजह से यहां पिछले कई दिनों से रूके हुए थे। हालांकि उनकी खातिरदारी में मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ रखी थी…रहने, खाने की इतनी बेहतरीन व्यवस्था में उनका दिल यहां रम गया था। आज जिला प्रशासन की मदद से वो सभी अपने घर के लिए रवाना हुए। लौटते वक्त उनसे चेहरे पर खुशी छलक रहा था।

कोरोना महामारी के कारण बीते 23 मार्च से पूरे प्रदेश में लॉक डाउन के साथ धारा 144 लागू है। बिलासपुर जिले के आवासीय स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय मल्हार में कक्षा 9वी में ओडिशा राज्य के बलांगीर से 28 छात्र-छात्राओं को चयनित कर तीसरी भाषा सीखने के लिए भेजा गया था। वे जुलाई से मार्च तक रह कर पढ़ाई करने के लिये यहां आये थे। इसी बीच कोरोना महामारी के कारण स्कूल बंद हो गये। नवोदय विद्यालय में अध्ययनरत आसपास के ग्रामीण विद्यार्थी अपने घर चले गए लेकिन बलांगीर से आये विद्यार्थी नहीं जा सके और उन्हे यहीं रोकना पड़ा।
इस बात की सूचना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मिली तो उन्होंने कलेक्टर डॉ. संजय अलंग को इन बच्चों का पूरा ध्यान रखने का निर्देश दिया। लॉकडाउन के बाद लगातार सभी विद्यार्थियों को आत्मीयता के साथ नवोदय छात्रावास में रखा गया। उन्हें 15 दिन तक विद्यालय में ही रखा गया तत्पश्चात उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया। वे सभी स्वस्थ हैं।

इसके बाद कलेक्टर डॉ. अलंग ने मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार उन्हें उनके घर भेजने की व्यवस्था की। ओडिशा भेजने के लिए उन्होंने वहां के अधिकारियों से चर्चा की और छत्तीसगढ़ शासन से सक्षम अनुमति प्राप्त की गई। सभी बच्चों को एक बस में रवाना किया। उन्हें कलेक्टर की ओर से गिफ्ट, चॉकलेट के अलावा सैनेटाइजर उपलब्ध कराया गया है। मस्तूरी एसडीएम मोनिका वर्मा ने कलेक्टर के गिफ्ट सभी बच्चों में बांटे। विद्यार्थियों ने ‘मुख्यमंत्री अंकल’ को धन्यवाद दिया कि उन्हें छह माह बाद परिजनों के पास भेजने की अच्छी व्यवस्था की गई। उन्होंने कहा कि वे कलेक्टर बिलासपुर से भी भावनात्मक रूप से जुड़ाव महसूस करते हैं। बच्चों ने उन्हें भी धन्यवाद दिया।

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