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Skype यूजर्स की मुश्किलें बढ़ीं! 5 मई 2025 के बाद नहीं कर पाएंगे इस्तेमाल, जल्द जानें नया ऑप्शन

Skype Shut Down May 2025: स्काइप 5 मई 2025 से बंद हो जाएगा। माइक्रोसॉफ्ट अब टीम्स पर ध्यान देगा। स्काइप यूजर्स टीम्स पर मुफ्त में जा सकते हैं और अपना डेटा ट्रांसफर कर सकते हैं।

Skype यूजर्स की मुश्किलें बढ़ीं! 5 मई 2025 के बाद नहीं कर पाएंगे इस्तेमाल, जल्द जानें नया ऑप्शन
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By swapnilkavinkar

Skype Shut Down May 2025: टेक्नोलॉजी की दुनिया में अचानक एक बड़ी खबर सामने आई है। माइक्रोसॉफ्ट कंपनी, जो टेक्नोलॉजी के मामले में दुनिया भर में जानी जाती है, ने अपने पुराने और मशहूर वीडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म स्काइप को बंद करने का ऐलान कर दिया है। यह खबर उन सभी लोगों के लिए किसी झटके से कम नहीं है जो सालों से स्काइप का इस्तेमाल करते आ रहे हैं।

कंपनी ने साफ कर दिया है कि स्काइप 5 मई, 2025 से हमेशा के लिए बंद हो जाएगा। इस फैसले के पीछे सबसे बड़ी वजह माइक्रोसॉफ्ट का अब अपना पूरा ध्यान माइक्रोसॉफ्ट टीम्स पर लगाना है। कंपनी चाहती है कि स्काइप के जितने भी यूजर्स हैं, वे अब टीम्स का इस्तेमाल करना शुरू कर दें। आइए जानते हैं कि स्काइप के बंद होने के बाद आपके पास क्या विकल्प बचते हैं और माइक्रोसॉफ्ट के इस बड़े बदलाव का क्या असर होगा।

Skype की जगह Microsoft Teams पर फोकस

स्काइप, जो कभी ऑनलाइन वीडियो कॉल का दूसरा नाम हुआ करता था, अब बस यादों में रहने वाला है। माइक्रोसॉफ्ट ने अचानक घोषणा करके सबको चौंका दिया कि 5 मई से स्काइप की सेवाएं हमेशा के लिए बंद कर दी जाएंगी। यह खबर उन लोगों को निराश कर सकती है जिन्होंने स्काइप को सालों से अपनी बातचीत का जरिया बना रखा था। कंपनी के मुताबिक, स्काइप को बंद करने का फैसला इसलिए लिया गया है ताकि कंपनी अपना सारा ध्यान और ताकत माइक्रोसॉफ्ट टीम्स को बेहतर बनाने में लगा सके। माइक्रोसॉफ्ट टीम्स आज के समय का एक एडवांस कम्युनिकेशन और टीम वर्क करने का प्लेटफॉर्म है, और कंपनी का मानना है कि यह स्काइप से कहीं ज्यादा खूबियां देता है।

माइक्रोसॉफ्ट ने यूजर्स के लिए क्या किया नया प्लान?

लेकिन स्काइप इस्तेमाल करने वालों के लिए राहत की बात यह है कि माइक्रोसॉफ्ट उन्हें बीच रास्ते में नहीं छोड़ेगा। कंपनी ने उन सभी स्काइप यूजर्स को माइक्रोसॉफ्ट टीम्स पर शिफ्ट होने का ऑप्शन दिया है। टीम्स, स्काइप के मुकाबले नए जमाने के फीचर्स से लैस है। माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि टीम्स में स्काइप की सारी अच्छी बातें तो हैं हीं, साथ ही इसमें कुछ ऐसी खास चीजें भी हैं जो स्काइप में नहीं मिलतीं। यह यूजर्स के लिए पहले से कहीं ज्यादा अच्छा और मॉडर्न एक्सपीरियंस होगा।

बिना किसी परेशानी के कर पाएंगे शिफ्ट

माइक्रोसॉफ्ट ने यह भी बताया है कि स्काइप यूजर्स को टीम्स पर आने में कोई दिक्कत नहीं होगी। सबसे अच्छी बात तो यह है कि स्काइप यूजर्स अपने पुराने अकाउंट से ही माइक्रोसॉफ्ट टीम्स में लॉग इन कर सकते हैं। मतलब, आपको नया अकाउंट बनाने की टेंशन नहीं लेनी है। इसके अलावा, माइक्रोसॉफ्ट यह भी पक्का कर रहा है कि यूजर्स का जरूरी डेटा, जैसे उनकी पुरानी चैट और दोस्तों की लिस्ट, टीम्स में आसानी से पहुंच जाए। जैसे ही कोई स्काइप यूजर टीम्स में पहली बार लॉग इन करेगा, उसकी पुरानी सारी बातें और कॉन्टैक्ट अपने आप टीम्स में दिखने लगेंगे। इसका सीधा मतलब है कि यूजर्स टीम्स को ठीक उसी जगह से शुरू कर पाएंगे जहां उन्होंने स्काइप को छोड़ा था।

Skype यूजर्स के पास कितना समय बचा है?

वैसे, माइक्रोसॉफ्ट ने यूजर्स को कुछ समय के लिए स्काइप और टीम्स दोनों को साथ-साथ इस्तेमाल करने का मौका दिया है। लेकिन यह सुविधा हमेशा के लिए नहीं रहेगी। सिर्फ 5 मई, 2025 तक ही यूजर्स स्काइप और टीम्स दोनों को यूज कर सकते हैं। 5 मई के बाद, स्काइप पूरी तरह से बंद हो जाएगा, और फिर आपको सिर्फ माइक्रोसॉफ्ट टीम्स पर ही निर्भर रहना होगा। माइक्रोसॉफ्ट की सलाह है कि स्काइप के सभी यूजर्स जल्द से जल्द टीम्स पर शिफ्ट हो जाएं और इस नए प्लेटफॉर्म के फायदे उठाएं।

Microsoft Teams क्यों है Skype से बेहतर?

माइक्रोसॉफ्ट टीम्स सिर्फ एक वीडियो कॉलिंग ऐप नहीं है, बल्कि यह एक पूरा का पूरा कम्युनिकेशन और कोलैबोरेशन टूल है। टीम्स में आप वीडियो और ऑडियो कॉल तो कर ही सकते हैं, साथ ही मैसेज भी भेज सकते हैं, फाइलें शेयर कर सकते हैं, अपनी कंप्यूटर स्क्रीन दिखा सकते हैं और मीटिंग का टाइम भी सेट कर सकते हैं। यह उन लोगों के लिए बहुत काम का है जो ग्रुप में काम करते हैं या जिन्हें ऑफिस के काम के लिए अच्छे कम्युनिकेशन टूल्स चाहिए होते हैं। माइक्रोसॉफ्ट टीम्स को इस तरह बनाया गया है कि यह बिजनेस और पर्सनल यूज दोनों के लिए फिट बैठे।

Skype का दौर खत्म, Microsoft Teams की शुरुआत

माइक्रोसॉफ्ट के इस फैसले से स्काइप का एक लंबा और शानदार दौर खत्म हो जाएगा। स्काइप ने वीडियो कॉलिंग को आम लोगों तक उपलब्ध कराने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। लेकिन टेक्नोलॉजी हमेशा बदलती रहती है, और माइक्रोसॉफ्ट का मानना है कि टीम्स ही आने वाले समय का कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म है। इसलिए, कंपनी अब पूरी तरह से टीम्स पर फोकस करना चाहती है। स्काइप यूजर्स के लिए यह बदलाव थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट का वादा है कि टीम्स उन्हें स्काइप से भी बेहतर एक्सपीरियंस देगा। अब यह देखना होगा कि स्काइप के चाहने वाले इस बदलाव को कैसे अपनाते हैं और माइक्रोसॉफ्ट टीम्स वीडियो कॉलिंग की दुनिया में कितना नाम कमाता है।


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