Begin typing your search above and press return to search.

'पैरागॉन' स्पाइवेयर का आतंक: पत्रकारों के फोन हैक, WhatsApp ने जारी की चेतावनी, क्या आप भी हैं निशाने पर? जानें कैसे बचें

Paragon Spyware Attack On WhatsApp 2025: WhatsApp ने 'पैरागॉन' नाम के एक नए स्पाइवेयर के बारे में चेतावनी दी है, जिसने लगभग 100 पत्रकारों को निशाना बनाया है। यह 'जीरो-क्लिक' अटैक के जरिए फोन से डेटा चुराता है और कैमरा-माइक्रोफोन को नियंत्रित कर सकता है।

पैरागॉन स्पाइवेयर का आतंक: पत्रकारों के फोन हैक, WhatsApp ने जारी की चेतावनी, क्या आप भी हैं निशाने पर? जानें कैसे बचें
X
By swapnilkavinkar

Paragon Spyware Attack On WhatsApp 2025: तकनीक की दुनिया में एक नया खतरा सामने आया है। पेगासस जैसे खतरनाक स्पाइवेयर के बाद, अब एक और खतरनाक स्पाइवेयर पत्रकारों के फोन को निशाना बना रहा है। इस नए स्पाइवेयर का नाम है 'पैरागॉन', और इसने दुनिया भर के पत्रकारों की नींद उड़ा दी है। आइए जानते हैं इस खतरनाक पैरागॉन स्पाइवेयर के बारे में विस्तार से।

WhatsApp ने दी चेतावनी

मैसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। WhatsApp के अनुसार, उसके प्लेटफॉर्म का उपयोग करने वाले लगभग 100 पत्रकारों को एक इजरायली साइबर सुरक्षा फर्म द्वारा विकसित एक स्पाइवेयर ने टारगेट किया है। इस स्पाइवेयर का नाम है 'पैरागॉन'।

क्या है 'पैरागॉन'?

'पैरागॉन' एक ऐसा स्पाइवेयर है जो आपके फोन में घुसकर आपके सारे डेटा को चुरा सकता है। इसमें आपके मैसेज, फोटो, वीडियो, कॉन्टैक्ट्स और यहां तक कि आपके एन्क्रिप्टेड मैसेज भी शामिल हैं। यह स्पाइवेयर इतना खतरनाक है कि यह आपके फोन के कैमरे और माइक्रोफोन को भी कंट्रोल कर सकता है। यानी, आपकी जानकारी के बिना, कोई भी आपकी बातें सुन सकता है और आपके वीडियो देख सकता है।

कैसे काम करता है 'पैरागॉन'?

'पैरागॉन' एक 'जीरो-क्लिक' अटैक है। इसका मतलब है कि यह स्पाइवेयर आपके फोन में घुसने के लिए आपको किसी भी लिंक पर क्लिक करने या कोई फाइल डाउनलोड करने के लिए मजबूर नहीं करता है। यह आपके फोन में चुपचाप घुस जाता है और आपके डेटा को चुराने लगता है। यह स्पाइवेयर आपके फोन की सुरक्षा में एक बड़ी खामी का फायदा उठाता है, जिसके बारे में शायद आपको पता भी नहीं होगा।

कौन है इसके पीछे?

अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इस स्पाइवेयर को किसने बनाया है और इसका इस्तेमाल कौन कर रहा है। लेकिन, कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, इस स्पाइवेयर को इजरायल की एक कंपनी 'पैरागॉन सॉल्यूशंस' ने बनाया है। यह कंपनी सरकारों और एजेंसियों को स्पाइवेयर बेचती है। इसका मतलब है कि संभवतः किसी सरकार या एजेंसी के पास इस स्पाइवेयर का एक्सेस है और वे इसका इस्तेमाल पत्रकारों की जासूसी करने के लिए कर रहे हैं।

WhatsApp ने उठाया कदम

WhatsApp ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाया है। कंपनी ने 'पैरागॉन सॉल्यूशंस' को एक कानूनी नोटिस भेजा है और उनसे इस स्पाइवेयर का इस्तेमाल बंद करने के लिए कहा है। इसके साथ ही, WhatsApp ने अपने यूजर्स को इस स्पाइवेयर से बचाने के लिए कुछ टिप्स भी दिए हैं। WhatsApp ने यह भी कहा है कि वह इस मामले की जांच कर रही है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।

कैसे बचें 'पैरागॉन' से?

▪︎अपने फोन को हमेशा अपडेट रखें। जब भी आपके फोन के लिए कोई नया अपडेट आए, उसे तुरंत इंस्टॉल करें। अपडेट में अक्सर सुरक्षा संबंधी खामियों को दूर किया जाता है।

▪︎किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। अगर आपको कोई संदिग्ध लिंक मिलता है, तो उस पर क्लिक न करें, भले ही वह किसी भरोसेमंद व्यक्ति या संस्था से आया हो।

▪︎किसी भी संदिग्ध ऐप को डाउनलोड न करें। केवल उन्हीं ऐप्स को डाउनलोड करें जो आपको Google Play Store या Apple App Store जैसे भरोसेमंद स्रोतों से मिलते हैं।

▪︎अपने फोन में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें। एंटीवायरस सॉफ्टवेयर आपके फोन को स्पाइवेयर और अन्य खतरों से बचाने में मदद कर सकता है।

▪︎समय-समय पर अपने फोन के डेटा का बैकअप लेते रहें। अगर आपका फोन स्पाइवेयर से संक्रमित हो जाता है, तो आप अपने डेटा को बैकअप से रीस्टोर कर सकते हैं।

यह खबर क्यों है महत्वपूर्ण?

यह खबर बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पत्रकारों की सुरक्षा से जुड़ी हुई है। पत्रकार अक्सर ऐसे खबरों पर काम करते हैं जो सरकारों और शक्तिशाली लोगों के लिए हानिकारक होती हैं। ऐसे में, उन पर इस तरह के स्पाइवेयर से हमला किया जाना बहुत ही चिंताजनक है। यह सिर्फ पत्रकारों के लिए ही नहीं, हम सबके लिए भी एक बड़ी चिंता की बात है।

अंतिम बात:

'पैरागॉन' स्पाइवेयर एक बहुत ही खतरनाक खतरा है। इस स्पाइवेयर से पत्रकारों को बचाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाने चाहिए। इसके साथ ही, हमें अपनी डिजिटल सुरक्षा के बारे में भी जागरूक होना चाहिए। हमें यह समझना होगा कि हमारी जानकारी कितनी कीमती है और इसे सुरक्षित रखने के लिए हमें हर संभव प्रयास करना चाहिए।


Next Story