Gmail Hackers की अब नहीं चलेगी चाल! Google ला रहा है QR कोड वेरिफिकेशन, OTP और SMS होंगे बंद
Gmail QR Code 2 Factor Authentication Rollout: Google Gmail के लिए नया QR कोड वेरिफिकेशन फीचर ला रहा है, जिससे बिना OTP और SMS के सिक्योर लॉगिन संभव होगा। यह फीचर हैकिंग रोकने और यूजर्स की सुरक्षा बढ़ाने में मदद करेगा।

Gmail QR Code 2 Factor Authentication Rollout 2025: आज के समय में हर स्मार्टफोन, लैपटॉप और कंप्यूटर में Gmail सर्विस मौजूद होती है। यह गूगल का सबसे लोकप्रिय ईमेल प्लेटफॉर्म है, जिसे करोड़ों लोग रोजाना इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, सुरक्षा को लेकर हमेशा सवाल उठते रहे हैं, खासकर SMS बेस्ड टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) को लेकर। रिपोर्ट्स के मुताबिक, साइबर अपराधी SMS वेरिफिकेशन कोड इंटरसेप्ट करके Gmail अकाउंट हैक कर सकते हैं। इसी को देखते हुए Google अब एक नए और सुरक्षित QR कोड वेरिफिकेशन सिस्टम को पेश करने जा रहा है। इससे Gmail यूजर्स को OTP या 6 अंकों के वेरिफिकेशन कोड की जरूरत नहीं पड़ेगी। आइए जानते हैं इस नए सिक्योरिटी फीचर के बारे में विस्तार से।
क्यों लाया जा रहा है Gmail QR कोड वेरिफिकेशन?
Google लंबे समय से Gmail यूजर्स के लिए SMS आधारित 2FA की सुविधा देता आ रहा है। हालांकि, इसमें कई सिक्योरिटी खामियां हैं। साइबर अपराधी फिशिंग, SIM स्वैपिंग और मैलवेयर जैसे तरीकों से SMS वेरिफिकेशन कोड को चुरा सकते हैं। इससे Gmail अकाउंट का एक्सेस आसानी से मिल जाता है। कई यूजर्स ने इस संबंध में शिकायतें भी दर्ज कराई हैं। इसे ध्यान में रखते हुए Google अब QR कोड आधारित ऑथेंटिकेशन पेश करने जा रहा है, जो SMS आधारित OTP की तुलना में ज्यादा सुरक्षित रहेगा।
6 अंकों के वेरिफिकेशन कोड की होगी छुट्टी
Forbes की रिपोर्ट के अनुसार, Google अगले कुछ महीनों में QR कोड वेरिफिकेशन सिस्टम को रोलआउट कर सकता है। इससे Gmail लॉगिन के लिए OTP की जगह QR कोड स्कैन करने का विकल्प मिलेगा। अब तक, SMS पर 6 अंकों का कोड भेजा जाता था, जिसे दर्ज करने पर Gmail एक्सेस मिलता था। हालांकि, यह सिस्टम अब पुराना हो चुका है और इसमें सुरक्षा खामियां पाई गई हैं। नए फीचर से यूजर्स को बिना कोड डाले सीधे QR कोड स्कैन करके Gmail में लॉगिन करने की सुविधा मिलेगी।
Gmail फ्रॉड का बढ़ता खतरा
Gmail हैकिंग के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पहले गूगल ने SMS आधारित टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को प्रमोट किया था, लेकिन अब यह सिक्योरिटी के लिहाज से कारगर नहीं रहा। साइबर अपराधी SMS इंटरसेप्ट करके Gmail अकाउंट्स को हैक कर रहे हैं। इसके अलावा, SMS वेरिफिकेशन सिस्टम ट्रैफिक पंपिंग फ्रॉड को भी बढ़ावा दे रहा है। इसमें स्कैमर्स बड़ी संख्या में फर्जी SMS भेजकर सर्विस प्रोवाइडर्स से पैसे कमाते हैं। ऐसे में Google का नया QR कोड वेरिफिकेशन सिस्टम इस समस्या का समाधान कर सकता है।
Gmail QR कोड वेरिफिकेशन के फायदे
1. हैकिंग का खतरा होगा कम – QR कोड वेरिफिकेशन से किसी अन्य व्यक्ति के साथ कोड साझा करने की जरूरत नहीं होगी, जिससे सुरक्षा मजबूत होगी।
2. तेज और सुविधाजनक एक्सेस – QR कोड स्कैन करने पर तुरंत Gmail लॉगिन हो जाएगा, जिससे OTP दर्ज करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
3. फिशिंग से सुरक्षा – साइबर अपराधी फिशिंग अटैक के जरिए OTP चुराकर अकाउंट एक्सेस कर सकते हैं, लेकिन QR कोड इस खतरे को खत्म कर देगा।
4. SIM स्वैपिंग से बचाव – कई बार अपराधी SIM स्वैपिंग करके SMS प्राप्त कर लेते हैं, लेकिन QR कोड वेरिफिकेशन से यह संभव नहीं होगा।
Gmail से सीधे पेमेंट करने की सुविधा भी संभव
कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि Google आने वाले समय में Gmail के जरिए पेमेंट करने का फीचर भी पेश कर सकता है। इसका मतलब यह होगा कि यूजर्स अपने ईमेल के जरिए ही बिल्स और सब्सक्रिप्शन पेमेंट कर सकेंगे। हालांकि, इस फीचर की ज्यादा जानकारी फिलहाल उपलब्ध नहीं है, लेकिन अगर यह लागू होता है तो Android और iOS दोनों यूजर्स को इसका लाभ मिलेगा।
कब तक आएगा यह नया फीचर?
Google इस नए QR कोड वेरिफिकेशन फीचर को धीरे-धीरे रोलआउट करेगा। फिलहाल इसकी सटीक लॉन्च डेट सामने नहीं आई है, लेकिन उम्मीद है कि 2025 की शुरुआत या मध्य तक यह सभी Gmail यूजर्स के लिए उपलब्ध हो सकता है। इससे Gmail की सुरक्षा पहले से अधिक मजबूत होगी और साइबर फ्रॉड के मामलों में कमी आएगी।
Gmail यूजर्स के लिए यह नया QR कोड ऑथेंटिकेशन फीचर एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है। इससे सुरक्षा बढ़ेगी और लॉगिन प्रक्रिया भी आसान होगी। Google लगातार अपनी सर्विसेज को सुरक्षित और यूजर-फ्रेंडली बनाने की कोशिश कर रहा है, और यह कदम उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।