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Grok Spicy Mode: 15 सेकंड तक सेमी-न्यूड वीडियो बना सकता है एलन मस्क का Grok Ai; सेलेब्रिटी मिसयूज और एथिक्स पर उठे गंभीर सवाल, जानिए पूरी डिटेल

Grok Spicy Mode: Elon Musk की AI कंपनी xAI ने अपने टूल Grok Imagine में एक ऐसा फीचर जोड़ा है जिसने टेक्नोलॉजी और नैतिकता दोनों की बहस को गर्म कर दिया है।

Grok Spicy Mode: 15 सेकंड तक सेमी-न्यूड वीडियो बना सकता है एलन मस्क का Grok Ai; सेलेब्रिटी मिसयूज और एथिक्स पर उठे गंभीर सवाल, जानिए पूरी डिटेल
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By Ragib Asim

Grok Spicy Mode: Elon Musk की AI कंपनी xAI ने अपने टूल Grok Imagine में एक ऐसा फीचर जोड़ा है जिसने टेक्नोलॉजी और नैतिकता दोनों की बहस को गर्म कर दिया है। इस नए एडवांस्ड फीचर का नाम रखा गया है "Spicy Mode", जो अब iOS प्लेटफॉर्म पर X (पहले Twitter) के SuperGrok और Premium+ सब्सक्राइबर्स के लिए रोलआउट किया गया है। इसकी खासियत ये है कि यह फीचर यूजर को सिर्फ एक टेक्स्ट कमांड से बोल्ड या सेमी-अडल्ट वीडियो कंटेंट बनाने की सुविधा देता है, और इसमें गहराई तक प्राकृतिक आवाज़ें भी जोड़ दी जाती हैं।

Spicy Mode Feature: Semi-Nude Visuals और Realistic Audio के साथ

इस विशेष मोड की मदद से यूजर्स अब 15 सेकंड तक का ऐसा एनीमेटेड वीडियो बना सकते हैं, जिसमें कुछ हद तक न्यूडिटी या सेमी-न्यूड एलिमेंट्स दिखाई दे सकते हैं। इसके अलावा वीडियो में बैकग्राउंड साउंड और आवाज़ों को इस तरह शामिल किया गया है कि वह बेहद वास्तविक और नैचुरल प्रतीत हों। हालांकि, कंपनी ने कुछ सीमाएं तय की हैं। अगर कोई पूरी तरह एक्सप्लिसिट कंटेंट जनरेट करता है, तो सिस्टम उसे ब्लर कर देता है या रोक देता है।

कैसे हुआ Spicy Mode का खुलासा? एक कर्मचारी की पोस्ट से मच गया बवाल

इस विवादास्पद फीचर की जानकारी तब सार्वजनिक हुई जब xAI के एक कर्मचारी Mati Roy ने X पर पोस्ट करते हुए यह बताया कि नया Spicy Mode फीचर न्यूडिटी जनरेट कर सकता है। हालांकि यह पोस्ट कुछ समय बाद हटा दी गई, लेकिन तब तक सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो चुकी थी। यूजर्स ने फीचर की नैतिकता और गलत इस्तेमाल की संभावना पर सवाल उठाने शुरू कर दिए।

Grok Imagine और सेलेब्रिटी मिसयूज: Fake कंटेंट बनाना कितना आसान?

एक बड़ा खतरा जो सामने आ रहा है, वह है इस टूल का गलत इस्तेमाल। AI जनरेटेड वीडियो और इमेजेस के जरिए लोग सेलेब्रिटी या पब्लिक फिगर जैसे दिखने वाले नकली कंटेंट बना सकते हैं। जैसे किसी स्टार का चेहरा और किसी दूसरे का शरीर मिलाकर नकली वीडियो बनाना। हालांकि कंपनी ने कुछ रोकथाम वाले कोड्स लगाए हैं, लेकिन फिर भी तकनीक की ताकत गलत दिशा में जाने की आशंका को बढ़ा रही है।

कैसे काम करता है Grok Imagine? जानिए टेक्नोलॉजी के पीछे की प्रक्रिया

यूजर को केवल एक टेक्स्ट प्रॉम्प्ट देना होता है – जैसे "एक मॉडल रेन में डांस कर रही है" – और Grok कुछ ही सेकंड में कई इमेजेस बना देता है। इसके बाद यूजर उन्हें एक फ्यूजन एनीमेटेड वीडियो में बदल सकता है। हालाँकि, अभी भी इन वीडियोज़ में "Uncanny Valley" इफेक्ट देखा जा रहा है – मतलब इंसानी चेहरे थोड़े असली और थोड़े कार्टून जैसे लगते हैं, स्किन में भी ग्लॉसी टेक्सचर ज्यादा दिखाई देता है।

Elon Musk की सोच

Elon Musk का कहना है कि उनका AI मॉडल रोज़ाना बेहतर होता जा रहा है और इसका उद्देश्य है AI के ज़रिए अधिक रचनात्मकता को बढ़ाना। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या ऐसी टेक्नोलॉजी जो बोल्ड, पर्सनल या सेलेब्रिटी जैसे दिखने वाले कंटेंट बना सकती है, उसे इतना खुला रखना सही है? क्या इससे युवा पीढ़ी पर गलत असर नहीं पड़ेगा, या फिर यह टेक्नोलॉजी भविष्य में अपराधों में इस्तेमाल नहीं होगी?

Ragib Asim

रागिब असीम – समाचार संपादक, NPG News रागिब असीम एक ऐसे पत्रकार हैं जिनके लिए खबर सिर्फ़ सूचना नहीं, ज़िम्मेदारी है। 2013 से वे सक्रिय पत्रकारिता में हैं और आज NPG News में समाचार संपादक (News Editor) के रूप में डिजिटल न्यूज़रूम और SEO-आधारित पत्रकारिता का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने करियर की शुरुआत हिन्दुस्तान अख़बार से की, जहाँ उन्होंने ज़मीन से जुड़ी रिपोर्टिंग के मायने समझे। राजनीति, समाज, अपराध और भूराजनीति (Geopolitics) जैसे विषयों पर उनकी पकड़ गहरी है। रागिब ने जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है।

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