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आपके काम की खबर: अगर बारिश के मौसम में फोन भीग जाए या पानी में गिर जाएं, तो न हों परेशान, बस अपनाएं ये टिप्स...

बारिश के मौसम में फोन का भीग जाना आम बात है। कई बार अचानक बारिश के समय अगर आप घर से बाहर हों, तो ऐसी नौबत आ जाती है। अगर आपका फोन भी भीग गया है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है, बस आपको ये कुछ उपाय करने होंगे, जिससे कि आपका मोबाइल ठीक से काम करने लगेगा।

आपके काम की खबर: अगर बारिश के मौसम में फोन भीग जाए या पानी में गिर जाएं, तो न हों परेशान, बस अपनाएं ये टिप्स...
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By Pragya Prasad

रायपुर, एनपीजी डेस्क। बारिश के मौसम में फोन का भीग जाना आम बात है। कई बार अचानक बारिश के समय अगर आप घर से बाहर हों, तो ऐसी नौबत आ जाती है। अगर आपका फोन भी भीग गया है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है, बस आपको ये कुछ उपाय करने होंगे, जिससे कि आपका मोबाइल ठीक से काम करने लगेगा।

फोन हमारी जिंदगी का इतना अहम हिस्सा बन गया है कि इसमें जरा सी भी खराबी आ जाने पर कई काम तो रुकते ही हैं, साथ ही लोग भी बेहद परेशान हो जाते हैं। चाहे ऑनलाइन पेमेंट करना हो, या किसी से बात यहां तक कि सभी नंबर भी उसी में सेव रहते हैं। बारिश के अलावा कई बार हमारी लापरवाही के कारण भी मोबाइल पानी में भी गिर जाता है। ऐसे में आपको इन टिप्स को फॉलो करना चाहिए।

मोबाइल के भीगने या पानी में गिरने पर ये करें...

  • मोबाइल भीगने पर सबसे पहले उसे स्विच ऑफ कर दें, क्योंकि अगर इसमें पानी गया है, तो शॉर्ट सर्किट का खतरा हो सकता है। इससे आपका फोन पूरी तरह से डैमेज हो सकता है। अगर पानी में गिरने के बाद भी आपका फोन ऑन है, तो इसे फटाफट ऑफ कर दें। इससे फोन डैमेज होने से बच सकता है।
  • बैटरी को अलग करें, ताकि फोन में आने वाला पावर कट हो जाए।
  • मोबाइल से सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड, फोन का कवर, फोन में अटैक कॉर्ड सबकुछ अलग कर दें।
  • जब ये सभी चीजें हटा दी जाएं, तो एक टिशू पेपर लें और जहां भी नमी और पानी हो, उसे पोंछ दें, जिसमें बैटरी कम्पार्टमेंट, स्क्रीन, कनेक्टिविटी पोर्ट वगैरह शामिल हैं।
  • टिशू की जगह आप अखबार का यूज भी कर सकते हैं।
  • इससे एसेसरीज से पानी के साथ नमी भी खत्म हो जाती है। पानी की एक बूंद भी फोन के अंदर चली गई है, तो ये चिप में लगे सर्किट्स को आपस में जोड़कर उसे खराब कर सकती है। आपके फोन में स्पार्किंग भी हो सकती है। फोन में लगी एक्सेसरीज इसलिए हटाई जाती है।
  • इसके बाद डिवाइस को धीरे से हिलाएं। इस तरह आप हेडफोन जैक, चार्जिंग पोर्ट में फंसे पानी से निकाल सकते हैं।

गलती से भी हेयर ड्रायर या ब्लो ड्रायर का नहीं करें इस्तेमाल

अगर आपके पास वैक्यूम क्लीनर है, तो उसे सुरक्षित दूरी से इस्तेमाल करें या ब्लोअर का इस्तेमाल करें। याद रखें कि यूज ब्लोअर का करना है, ब्लो ड्रायर का नहीं। कुछ लोग पानी को सुखाने के लिए हेयर ड्रायर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इसकी गर्मी कुछ हिस्सों और सर्किट को पिघला सकती है।

  • आप धूप या पंखे की हवा में फोन को सुखाने के लिए रख दें।
  • अगर आपके स्मार्टफोन में नॉन रिमूवेबल बैटरी है, तब बैटरी निकालकर मोबाइल ऑफ करने का ऑप्शन आपके पास नहीं होगा।
  • ऐसे में पावर बटन से बंद को कुछ देर तक प्रेस करके फोन को डायरेक्ट ऑफ कर दें।
  • जिन स्मार्टफोन में नॉन रिमूवेबल बैटरी होती है, उनमें पानी से शॉर्ट सर्किट होने का खतरा ज्यादा होता है।
  • जब आप अपने फोन और उसके सभी पार्ट को पेपर नैपकिन और तौलिए से अच्छे से साफ कर लें, तब उन्हें सूखे चावल में दबाकर किसी बर्तन में रख दें।
  • चावल इन पार्ट्स की नमी को तेजी से सोख लेता है। ऐसा करने से फोन की नमी खत्म हो जाएगी।

सिलिका जेल का पाउच बेहतर ऑप्शन


दूसरा विकल्प यह है कि फोन को एयर टाइट कंटेनर में कुछ सिलिका जेल पाउच के साथ रखें। इनमें चावल से ज़्यादा नमी सोखने की क्षमता होती है। डिवाइस को पूरी तरह से सूखने के लिए कम से कम 48 घंटे तक इंतजार करें और फिर इसे ऑन करने का प्रयास करें। अगरदि क्षति कम है, तो आपका डिवाइस फिर से काम करना शुरू कर देगा, या कम से कम बूट हो जाएगा। हालांकि, अगर ऐसा नहीं होता है, तो फिर आपको इसे अधिकृत सेवा केंद्र में ले जाना होगा।

हेडफोन का नहीं करें यूज

जब तक फोन की नमी पूरी तरह से खत्म न हो जाए, आपको हेडफोन या यूएसबी पोर्ट के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इतना ही नहीं फोन पूरी तरह से सूखने तक इन सभी चीजों का इस्तेमाल दूर से करें। दरअसल ये सर्किट के लिए नुकसानदेह हो सकती है।

इन बातों का ध्यान रखना जरूरी

  • बहुत से लोगों को बाथरूम में या कपड़े और बर्तन धोते समय फोन पर बात करने की आदत होती है। लेकिन ऐसा न करें। साथ ही जब बाहर बारिश हो रही हो, तो भीगते समय फोन पर बात न करें।
  • अपने स्मार्टफोन को बाहरी नुकसान से बचाने के लिए केस और कवर का उपयोग करें।
  • सुरक्षात्मक केस फोन को खरोंच से भी बचाते हैं।
  • बारिश का मौसम आने पर आप अपने फोन के लिए वॉटरप्रूफ केस और पाउच खरीदें।
  • नई प्रौद्योगिकियों और बेहतर हैंडसेट डिजाइनों के साथ निर्माता अब एक निश्चित स्तर के वॉटर प्रूफ स्मार्टफोन बना रहे हैं।

बैटरी के नीचे लगे स्टिकर का बदल जाता है रंग

बता दें कि फोन की बैटरी के नीचे एक छोटा-सा स्टिकर चिपका होता है, जो ज्यादातर फोन में सफेद रंग का होता है। अगर फोन के अंदर पानी चला गया है, तो यह पिंक या फिर रेड कलर में बदल जाता है या फिर अगर फोन के अंदर थोड़ी नमी है, तो इस स्टिकर का रंग बदल जाता है। हालांकि, ज्यादातर स्मार्टफोन अब इनबिल्ड बैटरी के साथ आते हैं, ऐसे में बैटरी निकालना संभव नहीं होता। ऐसे फोन को बंद रखें और उसे सुखाने की कोशिश करें।

थोड़ा भी डाउट रहने पर फोन को जरूर चेक कराएं

कई बार मदरबोर्ड में नमी रहने से स्क्रीन ठीक से काम नहीं करती, इसलिए जरूरी है कि थोड़ा सा भी डाउट होने पर फोन को चेक जरूर कराएं।




Pragya Prasad

पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का लंबा अनुभव। दूरदर्शन मध्यप्रदेश, ईटीवी न्यूज चैनल, जी 24 घंटे छत्तीसगढ़, आईबीसी 24, न्यूज 24/लल्लूराम डॉट कॉम, ईटीवी भारत, दैनिक भास्कर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम करने के बाद अब नया सफर NPG के साथ।

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