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2025 में सेकेंड हैंड iPhone खरीदने के ये 5 गोल्डन टिप्स! इन्हें फॉलो करेंगे तो कभी धोखा नहीं खाएंगे

Second Hand iPhone Buying Tips 2025: अगर आप 2025 में सेकेंड हैंड iPhone खरीदना चाहते हैं, तो ये 5 आसान टिप्स ज़रूर पढ़ें। सही जांच-पड़ताल से आप धोखे से बच सकते हैं और कम कीमत में अच्छा फोन पा सकते हैं। समझदारी से खरीदारी करें।

2025 में सेकेंड हैंड iPhone खरीदने के ये 5 गोल्डन टिप्स! इन्हें फॉलो करेंगे तो कभी धोखा नहीं खाएंगे
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By swapnilkavinkar

Second Hand iPhone Buying Tips 2025: भारतीय बाजार में Apple iPhone का जादू सर चढ़कर बोलता है। हर कोई आईफोन रखना चाहता है, लेकिन नए मॉडल्स की ऊंची कीमत अक्सर जेब पर भारी पड़ती है। ऐसे में, कई लोग सेकेंड हैंड आईफोन खरीदने का मन बनाते हैं। अगर आप भी कम बजट में आईफोन का मालिक बनना चाहते हैं, तो पुराना डिवाइस एक शानदार विकल्प हो सकता है।

मगर, किसी और का इस्तेमाल किया हुआ फोन खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है, नहीं तो बाद में पछताना पड़ सकता है। 2025 में भी ये टिप्स उतने ही काम के हैं। आइए जानते हैं उन 5 गोल्डन टिप्स के बारे में, जो सेकेंड हैंड iPhone खरीदते समय आपको हमेशा याद रखने चाहिए।

1. फोन की असली पहचान जानें: IMEI नंबर चेक करें

सबसे पहले और सबसे ज़रूरी बात है डिवाइस की असली पहचान जानना। हर iPhone का एक यूनीक सीरियल नंबर और IMEI नंबर होता है। जब आप सेकेंड हैंड आईफोन खरीदने जाएं, तो सेटिंग्स में जाकर या फोन के बॉक्स पर लिखा ये नंबर ज़रूर देखें। इस नंबर को Apple की आधिकारिक वेबसाइट पर "Check Coverage" या इसी तरह के सेक्शन में डालें।

इससे आपको पता चलेगा कि फोन असली है या नहीं, कहीं ये नकली तो नहीं? साथ ही, आपको यह भी पता चल जाएगा कि फोन अभी भी Apple की सर्विस कवरेज में है या नहीं। एक नकली या चोरी का फोन खरीदना आपको बड़ी मुसीबत में डाल सकता है, इसलिए यह जांच सबसे पहले करें।

2. बाहर से अंदर तक फोन को परखें: डिवाइस की हालत देखें

फोन सिर्फ चलता हुआ दिखना काफी नहीं है, उसकी फिजिकल कंडीशन भी बहुत मायने रखती है। फोन को अपने हाथों में लें और हर तरफ से अच्छे से जांचें। देखें कि फोन के सारे बटन (पावर ऑन/ऑफ, वॉल्यूम कम/ज़्यादा, म्यूट स्विच) ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं। डिस्प्ले पर कोई गहरे स्क्रैच, क्रैक या डिस्प्ले के अंदर कोई निशान (डेड पिक्सल) तो नहीं हैं? कैमरा खोलकर फ्रंट और बैक दोनों कैमरों से तस्वीरें खींचें और वीडियो रिकॉर्ड करें। फ्लैशलाइट जलाकर देखें। फोन के स्पीकर्स से आवाज़ आ रही है या नहीं और चार्जिंग पोर्ट सही है या नहीं? ये सब चेक करें।

अगर फोन में Face ID या Touch ID का फीचर है, तो उसे तुरंत सेटअप करके देखें कि वो ठीक से काम कर रहा है या नहीं। फोन की बॉडी पर बड़े डेंट या टूटे हुए हिस्से अलर्ट साइन हैं। छोटी-मोटी खरोंच आम हैं, लेकिन उनकी वजह से आप फोन की कीमत थोड़ी कम करने के लिए कह सकते हैं।

3. क्या डिस्प्ले या बैटरी बदली गई है? पता लगाएं

सेकेंड हैंड iPhone में अक्सर डिस्प्ले या बैटरी बदली हुई हो सकती है। यह एक ऐसी चीज़ है जो बाहर से आसानी से नहीं दिखती। पूछें कि क्या कभी फोन का डिस्प्ले या बैटरी किसी सर्विस सेंटर से बदली गई है? कई बार सस्ते थर्ड-पार्टी पार्ट्स लगा दिए जाते हैं जो असली जैसे काम नहीं करते। अगर डिस्प्ले बदला गया है, तो iPhone की सेटिंग्स में 'Display & Brightness' में जाकर True Tone फीचर चेक करें। अगर यह ठीक से काम नहीं कर रहा या ऑप्शन ही गायब है, तो संभावना है कि डिस्प्ले असली नहीं है।

इसी तरह, अगर बैटरी बदली गई है, खासकर किसी लोकल दुकान से, तो आपको सेटिंग्स में 'Battery' > 'Battery Health & Charging' के अंदर 'Maximum Capacity' का ऑप्शन नहीं दिखेगा या वह सही जानकारी नहीं दिखाएगा। ओरिजनल पार्ट्स फोन की परफॉरमेंस और वैल्यू बनाए रखते हैं, इसलिए यह जांच ज़रूरी है।

4. बैटरी हेल्थ की जांच करना बेहद ज़रूरी

पुराने iPhone में सबसे आम समस्या उसकी बैटरी की लाइफ होती है। जैसे-जैसे फोन पुराना होता है, उसकी बैटरी की अधिकतम क्षमता (Maximum Capacity) कम होती जाती है। इसका मतलब है कि फोन पहले के मुकाबले जल्दी डिस्चार्ज हो जाएगा। iPhone की सेटिंग्स में जाएं, फिर 'Battery' और 'Battery Health & Charging' पर टैप करें। यहां आपको 'Maximum Capacity' का प्रतिशत दिखेगा। यह बताएगा कि बैटरी में नई होने के मुकाबले कितनी पावर बची है।

हमारा सुझाव है कि आप ऐसा फोन चुनें जिसकी बैटरी हेल्थ कम से कम 80% या उससे ज़्यादा हो। अगर यह प्रतिशत इससे कम है, तो आपको जल्द ही बैटरी बदलवानी पड़ेगी, जिसका अलग से खर्चा आएगा। अच्छी बैटरी हेल्थ वाला फोन आपको लंबे समय तक बिना परेशानी के इस्तेमाल करने देगा।

5. साथ में ओरिजनल एक्सेसरीज हैं या नहीं? पूछें

याद करें, कुछ साल पहले तक Apple अपने iPhones के साथ बॉक्स में चार्जर एडॉप्टर, चार्जिंग केबल और इयरफोन भी देता था। अगर आप कोई पुराना मॉडल खरीद रहे हैं, तो बेचने वाले से पूछें कि क्या उसके साथ ओरिजनल बॉक्स और एक्सेसरीज (जैसे चार्जर, केबल, और अगर मॉडल के साथ आते थे तो इयरफोन) हैं या नहीं।

ओरिजनल एक्सेसरीज अच्छी क्वालिटी की होती हैं और आपको उन्हें अलग से खरीदने में पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे। अगर एक्सेसरीज नहीं हैं, तो आप कीमत थोड़ी कम करने की बात कर सकते हैं। यह छोटी सी चीज़ भी आपकी डील को बेहतर बना सकती है और आपके पैसे बचा सकती है।

सावधानी से पाएं अपनी स्मार्ट डील

सेकेंड हैंड iPhone खरीदना एक स्मार्ट डील हो सकती है, लेकिन इसमें थोड़ी सावधानी बरतनी ज़रूरी है। ऊपर बताई गई इन पांच बातों का ध्यान रखकर आप एक अच्छा डिवाइस चुन सकते हैं और बाद में होने वाली परेशानियों से बच सकते हैं। थोड़ी सी जांच-पड़ताल आपको एक बेहतरीन सेकेंड हैंड iPhone दिलवा सकती है, जो आपकी जेब पर भारी भी नहीं पड़ेगा और आपको Apple इकोसिस्टम का हिस्सा बना देगा। समझदारी से खरीदारी करें और अपने नए (पुराने) iPhone का पूरा आनंद लें!


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