नईदिल्ली 11 जनवरी 2021. टेस्ट मैच के पांचवें और अंतिम दिन टीम इंडिया को जीत के लिए 309 रन बनानें थे जबकि टीम इंडिया के पास 8 विकेट शेष थे। कप्तान अजिंक्य रहाणे का विकेट भी टीम इंडिया ने आज बहुत जल्दी गंवा दिया था। एक समय ऐसा लग रहा था कि भारत टीम यह मैच हार जाएगी। लेकिन चेतेश्वर पुजारा, ॠषभ पंत, हनुमा विहारी और आर अश्विन भारत की हार और ऑस्ट्रेलिया की जीत के बीच में चट्टान की तरह खड़े हो गए। मैच समाप्त होने तक ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज सिर्फ 5 बल्लेबाज ही आउट कर पाए थे। भारतीय टीम ने इस मैच को बचाने के 131 ओवर खेले। आइए डालते हैं एक नजर जब भारतीय बल्लेबाजों ने विपक्षी टीम के गेंदबाजों का डटकर सामना किया।
1979 में भारत और इंग्लैंड के बीच ओवल में खेले गए टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने 150.5 ओवर की बल्लेबाजी की थी और मैच ड्राॅ रहा। आजादी मिलने के एक साल बाद 1948-1949 मे वेस्टइंडीज की टीम भारत आई थी तब टीम इंडिया ने 136 ओवर की बल्लेबाजी की थी। वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में 1958-59 में भारत ने चौथी पारी में 132 ओवर की बल्लेबाजी की। पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली में टीम इंडिया ने साल 1979-80 में 131 ओवर की बल्लेबाजी की। जबकि आज सिडनी में टीम इंडिया ने 131 ओवर की बल्लेबाजी कर एक मुश्किल मैच को ड्राॅ करवाने में सफल रही।
अगर एशिया महाद्वीप की बात करें तो चौथी पारी में भारत, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा ओवर खेलने वाली टीम बन गई है। इससे पहले भी यह रिकाॅर्ड टीम इंडिया के नाम ही था, साल 2014-15 में सिडनी में ही खेले गए टेस्ट मैच के दौरान भारतीय टीम ने चौथी पारी में 89.5 ओवर की बल्लेबाजी की थी। 2004 में श्रीलंका ने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना जुझारू प्रदर्शन दिखाया था। तब श्रीलंकाई टीम ने 85 ओवर की बल्लेबाजी की थी।