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शिक्षिका सपना सोनी को मिलेगा राष्ट्रपति सम्मान…. खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाती है फिजिक्स…स्मार्ट क्लासरूम व डिजिटल क्लास के जरिये साइंस की पढ़ाई को बना दिया आसान… जानिये उनके बारे में ..

शिक्षिका सपना सोनी को मिलेगा राष्ट्रपति सम्मान…. खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाती है फिजिक्स…स्मार्ट क्लासरूम व डिजिटल क्लास के जरिये साइंस की पढ़ाई को बना दिया आसान… जानिये उनके बारे में ..
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By NPG News

दुर्ग 24 अगस्त 2020। दुर्ग की शिक्षिक सपना सोनी ने छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाया है। 5 सितंबर को सपना को शिक्षक राष्ट्रपति सम्मान से नवाजा जायेगा। जेवरा सिरसा उच्चतर माध्यमिक शाला की व्याख्याता सपना सोनी को ये पुरस्कार पढ़ाई में उनके अनूठे प्रयोग और फिजिक्स जैसे कठिन विषय को रोचकता से पढ़ाने के लिए दिया जायेगा। पूरे देश से विभिन्न राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेश एवं स्वतंत्र एजेंसियों के 153 शिक्षकों का राष्ट्रीय ज्यूरी द्वारा साक्षात्कार उपरांत 47 शिक्षकों को चयनित किया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ से एकमात्र शिक्षिका सपना सोनी भी शामिल हैं। शिक्षिका सपना सोनी को इससे पहले भी कई अवार्ड मिल चुके हैं। 2015 में उन्हें जिला प्रशासन ने सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार से नवाजा गया था, उसके बाद 2016 में ही उन्हें राज्यपाल से बेस्ट टीचर का सम्मान मिला और 2019 के लिए उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चुना गया है।

2012 से पढ़ाई में नवाचार की कोशिश कर रही सपना सोनी ने पहली दफा साल 2014 में जन भागीदारी से स्मार्ट क्लास रूम की शुरुआत की, ये ऐसी शुरुआत थी, जिसने बच्चों के मन से फिजिक्स का हौवा पूरी तरह से खत्म कर दिया। उसके बाद नवाचार की एक के बाद एक कोशिशों ने इस स्कूल के बच्चों के परिणाम को और बेहतर कर दिया।

वर्ष 2012 में पहला बैच बोर्ड एग्जाम में पहुंचा और उस वक्त विज्ञान का रिजल्ट सीधे 50 फीसदी तक आ पहुंचा। तभी उन्होंने सोचा कि केवल डाइग्राम और थ्यौरी से फिजिक्स को नहीं पढ़ाया जा सकता। तब उन्होंने फिजिक्स को रियल लाइफ से जोडऩा शुरू किया और बच्चों को फील्ड पर ले जाकर एजुकेशन दी। पहली बार उन्होंने दसवीं के लिए हिन्दी में ई-कंटेट तैयार किए। इसके लिए उन्होंने कंप्यूटर पर हिन्दी टाइप करना सीखा। खुद प्रेजेंटेशन तैयार कर उन्होंने स्मार्ट क्लास में सेमीनार के जरिए बच्चों को पढ़ाया तो छात्रों को भी यह पढ़ाई आसान लगी। बस क्या था धीरे-धीरे उनके लिए विज्ञान इतना आसान हो गया कि आज 8 साल बाद स्कूल में इस वर्ष बारहवीं का रिजल्ट 93 प्रतिशत और फिजिक्स का परिणाम 96 फीसदी रहा।

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