नईदिल्ली 01 जून 2022 I इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहे कुल सात साल होने वाले हैं। अक्टूबर 2015 में उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का फैसला लिया था। सालों बाद उन्होंने कुछ अहम बातों का खुलासा किया है। सहवाग ने बताया कि जब 2008 में ऑस्ट्रेलिया दौरे से MS Dhoni ने उन्हें वनडे टीम से ड्रॉप कर दिया था, तो उन्होंने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ने का मन बना लिया था, लेकिन Sachin Tendulkar के कहने पर उन्होंने अपना फैसला बदल लिया था। सहवाग 2011 आईसीसी वर्ल्ड कप में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम का हिस्सा थे।
क्रिकबज के शो 'मैच पार्टी' पर उन्होंने कहा, '2008 में जब हम ऑस्ट्रेलिया में थे, रिटायरमेंट की बाद मेरे दिमाग में आई थी। मैंने टेस्ट सीरीज में कमबैक किया था और 150 रन बनाए थे। वनडे इंटरनेशनल सीरीज में मैं तीन मैचों में अच्छा स्कोर नहीं बना पाया था। जिसके बाद एमएस धोनी ने मुझे प्लेइंग XI से ड्रॉप कर दिया था। तब मेरे मन में वनडे क्रिकेट छोड़ने का ख्याल आया था। तब मैंने सोचा था कि मैं बस टेस्ट क्रिकेट खेलूंगा।'
सहवाग ने अनिल कुंबले की कप्तानी में टेस्ट सीरीज में जबर्दस्त कमबैक किया था कॉमनवेल्थ बैंक ट्राई सीरीज में उन्होंने 10 में से पांच मैच खेले थे। ऑस्ट्रेलिया होस्ट था, जबकि तीसरी टीम श्रीलंका की थी। पहले चार मैचों में सहवाग ने 6, 33, 11 और 14 रन का स्कोर बनाया था। इसके बाद उन्हें प्लेइंग XI से ड्रॉप किया गया था। लीग मैचों में सहवाग ने फिर वापसी की थी, लेकिन 14 रन बनाकर एक बार फिर उन्होंने निराश किया था। सहवाग ने कहा, 'उस समय सचिन तेंदुलकर ने मुझे रोका था। उन्होंने मुझसे कहा था कि यह तुम्हारे करियर का खराब दौर है, सिर्फ इंतजार करो, इस टूर के बाद घर वापस जाओ, उसके बाद इस बारे में गहराई से सोचो और फिर फैसला लो कि तुम्हें आगे क्या करना है।'