Rohan Bopanna Retirement: स्टार खिलाड़ी ने भारतीय टीम को कहा अलविदा: इस बड़े खिताब जीत इंडिया का किया नाम रोशन, लेकिन अब नही...
Rohan Bopanna Retirement: स्टार खिलाड़ी ने भारतीय टीम को कहा अलविदा: इस बड़े खिताब जीत इंडिया का किया नाम रोशन, लेकिन अब नही...

Rohan Bopanna Retirement: नईदिल्ली। भारत के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी और दो बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन रोहन बोपन्ना ने एक चौंका देने वाला फैसला ऐलान कर दिया है. लगभग 20 साल लंबे शानदार करियर के बाद रोहन ने अपने इस फैसले से उनके फैंस काफी हैरान करा दिया है. वही पेरिस मास्टर्स 1000 में अलेक्जेंडर बुब्लिक के साथ खेला गया मैच उनका आखिरी मुकाबला रहा. रोहन बोपन्ना ने अपने बड़े फैसले को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से जानकारी दी है. तो आइए जानते है...
जानकारी के मुताबिक, रोहन बोपन्ना का करियर प्रेरणा और निरंतरता का उदाहरण रहा है. उन्होंने 20 से अधिक वर्षों तक टेनिस के शीर्ष स्तर पर खेलते हुए भारत का नाम रोशन किया. डबल्स स्पेशलिस्ट के रूप में उनकी गिनती विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में की जाती रही. उन्होंने दो ग्रैंड स्लैम खिताब जीते और कई बार भारतीय ध्वज को अंतरराष्ट्रीय मंच पर ऊंचा किया. उनका संयम, खेल भावना और फिटनेस ने यह साबित किया कि उम्र केवल एक संख्या है. यह वही खिलाड़ी हैं जिन्होंने 40+ की उम्र में भी ग्रैंड स्लैम फाइनल में जगह बनाई और युवा पीढ़ी के लिए एक मिसाल कायम की. बोपन्ना ने 2017 में फ्रेंच ओपन मिक्स्ड डबल्स का खिताब गैब्रिएला डाब्रोव्स्की के साथ जीता था और 2024 में मैथ्यू एबडन के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीतकर इतिहास रच दिया था.
❤️❤️❤️ pic.twitter.com/IS3scPrwhW
— Rohan Bopanna (@rohanbopanna) November 1, 2025
रोहन बोपन्ना ने क्या चौंकाने वाला फैसला लिया है:- बोपन्ना ने प्रोफेशनल टेनिस से रिटायरमेंट फैसला लिया है. इस फैसले की घोषणा खिलाड़ी ने अपने सोशल मीडिया पर साझा की है. उन्होंने लिखा, 'जिस चीज ने मेरे जीवन को अर्थ दिया, उससे विदाई कैसे लूं? 20 अविस्मरणीय वर्षों के बाद अब समय आ गया है कि मैं आधिकारिक तौर पर अपना रैकेट टांग दूं, कूर्ग में अपनी सर्व को मजबूत करने के लिए लकड़ी काटने से लेकर दुनिया के सबसे बड़े एरेना की रोशनी में खड़े होने तक, यह सब अविश्वसनीय लगता है. भारत का प्रतिनिधित्व करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है. जब भी मैं कोर्ट पर उतरा, मैंने तिरंगे, उस भावना और उस गर्व के लिए खेला.'
