Neeraj Chopra: नीरज चोपड़ा ने फिर रचा इतिहास, डायमंड लीग फाइनल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने...
नईदिल्ली I टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचने के बाद भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। एक के बाद एक नई उपलब्धियां 24 वर्षीय नीरज के कदमों को चूम रही हैं। बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में चोट के कारण हिस्सा नहीं ले पाए थे लेकिन चोट के बाद उन्होंने दमदार वापसी की और ज्यूरिख में डायमंड लीग फाइनल्स का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया।
नीजर की डायमंड लीग फाइनल में शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। फाइनल का आगाज उन्होंने फाउल के साथ किया था और वह लिस्ट में सबसे नीचे थे। मगर, अगले ही प्रयास में नीरज ने 88.44 मीटर दूर भाला फेंक पहला स्थान हासिल किया। नीजर ने इसके बाद तीसरे प्रयास में 88.00 मीटर, चौथे में 86.11 मीटर, पांचवें में 87.00 मीटर और छठे प्रयास में 83.60 मीटर दूर भाला फेंका।नीरज के बाद चेक गणराज्य के जैकब वाडलेच 86.94 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे पायदान पर रहे जबकि जर्मनी के जूलियन वेबर ने 83.73 मीटर की दूसरी तय कर तीसरा स्थान हासिल किया।
Golds,Silvers done, he gifts a 24-carat Diamond 💎 this time to the nation 🇮🇳🤩
— Athletics Federation of India (@afiindia) September 8, 2022
Ladies & Gentlemen, salute the great #NeerajChopra for winning #DiamondLeague finals at #ZurichDL with 88.44m throw.
FIRST INDIAN🇮🇳 AGAIN🫵🏻#indianathletics 🔝
X-*88.44*💎-86.11-87.00-6T😀 pic.twitter.com/k96w2H3An3
भारत के गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा के पिछले कुछ साल शानदार रहे हैं। 2021 ओलंपिक में गोल्ड जीतने से पहले उन्होंने 2018 में एशियाई खेलों का स्वर्ण, 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण जीता था, जबकि इस साल विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में उन्होंने रजत पदक पर कब्जा जमाया था। 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में नीरज चोट के चलते हिस्सा नहीं ले पाए थे। नीरज की ख्वाहिश डायमंड ट्रॉफी जीतने की थी, जो अब पूरी हो गई है।
चोपड़ा ने चोट के कारण एक महीने तक बाहर रहने के बाद जोरदार वापसी करते हुए डाइमंड लीग सीरीज का लुसाने चरण जीतकर यहां दो दिवसीय फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया। वह लुसाने में डाइमंड लीग का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने थे। 24 वर्षीय भारतीय सुपरस्टार ने वापसी के तुरंत बाद फॉर्म हासिल करते हुए 26 जुलाई को लुसाने में अपने पहले ही प्रयास में भाले को 89.08 मीटर तक फेंककर खिताब अपने नाम किया था।