IND vs NZ ODI in Raipur: बड़ा खेलाः भारत-न्यूजीलैंड मैच की 40 हजार टिकिटों को धरती निगल गई या आसमां खा गया...या कोई जादूगर उड़ा ले गया, ब्लैक में टिकिटें उपलब्ध मगर पोर्टल हाथ खड़ा कर दे रहा
IND vs NZ ODI in Raipur: पहले फेज में 28 हजार और दूसरे फेज में 12 हजार। पोर्टल कब खुला, कब बंद हो गया और जादू की तरह वह गायब भी हो गया, किसी को पता नहीं चला। उसे जमीन निगल गई, या आसमान खा गया या पोर्टल में ही फंस गया। हैरान-परेशन पब्लिक कंप्यूटर, लेपटॉप खोलकर बैठी रही
IND vs NZ ODI in Raipur: रायपुर। 21 जनवरी को रायपुर में होने जा रहे पहले इंटरनेशनल वनडे क्रिकेट की टिकिटों को लेकर मारामारी मची हुई है। इस मैच में भारत और न्यूजीलैंड की टीमे भिड़ेंगी। वनडे सीरिज का यह दूसरा मैच होगा। पहला मैच कल हैदराबाद में हुआ। जिसे भारत ने जीता। एक तो रायपुर में पहली बार इंटरनेशनल वनडे मैच हो रहा है दूसरा, शुभमन गिल के धुंआधार दोहरा शतक मारने के बाद रायपुर मैच का रोमांच और बढ़ गया है।
मगर, मैच देखने के लिए टिकिट चाहिए, जो कि उपलब्ध नहींं है। बीसीसीआई ने जिस पोर्टल को टिकिट बेचने अधिकृत किया है, उसने दो लॉट में 40 हजार टिकिटें ऑनलाइन की थी। पहले फेज में 28 हजार और दूसरे फेज में 12 हजार। पोर्टल कब खुला, कब बंद हो गया और जादू की तरह वह गायब भी हो गया, किसी को पता नहीं चला। उसे जमीन निगल गई, या आसमान खा गया या पोर्टल में ही फंस गया। हैरान-परेशन पब्लिक कंप्यूटर, लेपटॉप खोलकर बैठी रही...शायद किस्मत खुल जाए और दो-चार टिकिट बाहर आ जाए। मगर दोनों दिन मायूसी हाथ लगी। पहली बार जब 28 हजार टिकिटें जारी की गई थी तो पोर्टल पर टिकिट उपलब्ध बता रही थी मगर बुक नहीं हो पाई। उसमें बार-बार एरर आ जा रहा था। एनपीजी न्यूज ने रायपुर में फोन लगाकर 100 लोगों से टिकिट के संबंध में बात की। सभी ने एक स्वर में कहा...ट्राई करने के बाद भी टिकिट नहीं मिले। पोर्टल में टिकिट नहीं मिली मगर आश्चर्य की बात यह है कि ब्लैक में टिकिट मिल रही हैं। लेकिन, उसके लिए अनाप-शनाप रेट मांगे जा रहे हैं। गोल्ड की टिकिट पांच हजार की है, उसे आठ से 10 हजार में बेचा जा रहा है।
पहले के शो मैचों के पास लोगों को मिल जाते थे। इस बार पास का भी कोई जरिया नहीं दिखाई पा रहा है। हर तीसरा आदमी पास की डिमांड कर रहा है। एक सीनियर आईपीएस अफसर ने बताया, दो दिन से 90 परसेंट फोन लोगों के पास के लिए आ रहे हैं। फोन उठाए तो उन्हें क्या जवाब दें और न उठाए तो दिक्कत...जिस-जिस जिले में एसपी रहा हूं, सभी जगह के लोग फोन कर रहे हैं पास के लिए। आलम यह हो गया कि पहले के मैचों में जो लोग पास बांटते थे, वे खुद ही इस बार पास के लिए चिरौरी करते दिख रहे हैं। अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि अभी चार हजार टिकिटें ऑनलाइन बिक्री के लिए पोर्टल खुलेंगी। लेकिन, उस पर अब लोगों को भरोसा नहीं। हर आदमी का यही मानना है कोई बडा खेला हुआ है।
मैच देखने के लिए छत्तीसगढ़ के आसपास के राज्यों से बड़ी संख्या में लोग रायपुर पहुंचने वाले हैं। इनमें तेलांगना, उड़ीसा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, झारखंड, यूपी शामिल हैं। इन सभी राज्यों की सीमाएं छत्तीसगढ़ से मिलती है। मैच की तैयारी में जुटे अधिकारियों का कैलकुलेशन है कि स्टेडियम के आसपास 10 हजार कारें और लगभग इतनी ही बाइक आएंगी। आईपीएल और रोड सेफ्टी में चार से पांच हजार चार पहिया और लगभग इतने ही बाइक में लोग मैच देखने आते हैं। अबकी इसके डबल का कैलकुलेशन किया गया है। इसकी दृष्टि से तैयारी की जा रही है। रायपुर के होटलों में कमरों की बुकिंग के लिए लगातार फोन आ रहे हैं। लेकिन, 21 जनवरी की रात के लिए होटलों में कमरे नहीं है। नया रायपुर में मेफेयर जैसे महंगे और बड़े होटल में भी 21 जनवरी को एक भी कमरा खाली नहीं बता रहा। छोटे लॉजों तक की यही स्थिति है।
14 साल के लंबे इंतज़ार के बाद आखिरकार छत्तीसगढ़ के "वीर नारायणसिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम " में पहला अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच खेले जाने का ऎतिहासिक पल करीब आ रहा है। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वन डे सीरीज़ का दूसरा मैच यहां 21 जनवरी को खेला जाएगा। तैयारियाँ ज़ोरो पर हैं तो दर्शकों की उत्सुकता सातवें आसमान पर। आपको बता दें कि यह भारत का तीसरा और दुनिया का चौथा बड़ा स्टेडियम है। जिसकी दर्शक क्षमता 65 हज़ार है।