Cricketer S Sreesanth: एक बार फिर विवादों में श्रीसंत, केरल में लगा धोखाधड़ी का आरोप, पुलिस ने किया मामला दर्ज
Cricketer S Sreesanth: क्रिकेटर एस श्रीसंत का नाम हमेशा सुर्खियों में रहता है। मैच फिक्सिंग में नाम आने के बाद श्रीसंत को नेशनल क्रिकेट से अलविदा होना पड़ा था। बाद में श्रीसंत ने मनोरंजन जगत का रुख किया।

Cricketer S Sreesanth: क्रिकेटर एस श्रीसंत का नाम हमेशा सुर्खियों में रहता है। मैच फिक्सिंग में नाम आने के बाद श्रीसंत को नेशनल क्रिकेट से अलविदा होना पड़ा था। बाद में श्रीसंत ने मनोरंजन जगत का रुख किया। बिग बॉस के कंटेस्टेंट रहे श्रीसंत ने कई फिल्मों में भी नाम किया। हर कोई उनकी तारीफ कर रहा था कि उन्होंने अपनी जिंदगी नए सिरे से शुरू कर दी। हालांकि अब जो खबर सामने आ रही है, उससे श्रीसंत के फैंस का दिल टूटना तय है। दरअसल, श्रीसंत और दो अन्यों के खिलाफ नॉर्थ केरल डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने धोखाधड़ी करने के आरोप में केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि तीनों ने मिलकर 18.70 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। शिकायतकर्ता का नाम सरीश गोपालन है। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिकायतकर्ता सरीश गोपालन ने आरोप लगाया कि क्रिकेटर श्रीसंत, राजीव कुमार और वेंकटेश किनी ने कर्नाटक के कोल्लूर में स्पोर्ट्स एकेडमी बनाने के नाम पर 25 अप्रैल 2019 के बाद से कई मौकों पर उससे पैसा लिया था। शिकायतकर्ता ने कहा कि यह पैसा एकेडमी में पार्टनर बनाने ने नाम लिया गया था। श्रीसंत और अन्य दोनों आरोपियों के ऊपर IPC के सेक्शन 420 यानी धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज हुआ है। इस मामले में श्रीसंत को तीसरा आरोपी बनाया गया है।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब श्रीसंत विवाद में घिरे हैं इससे पहले 2008 में हरभजन सिंह के साथ उनका विवाद हुआ था। उस समय हरभजन मुंबई इंडियंस के लिए खेला करते थे और श्रीसंत आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) के लिए खेलते थे। उस दौरान एक मैच में इन दोनों के बीच विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ गया था कि हरभजन ने श्रीसंत को लाइव मैच में थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद हरभजन सिंह को बैन कर दिया गया था।
बता दें कि श्रीसंत 2015 में मैच फिक्सिंग के आरोपों से दोष मुक्त हुए थे। दिल्ली अदालत ने श्रीसंत के खिलाफ सबूतों के अभाव में उन्हें मकोका एक्ट के तहत मैच फिक्सिंग के आरोप से मुक्त कर दिया था। कोर्ट के इस फैसले के बाद बीसीसीआई ने श्रीसंत पर लगे प्रतिबंध को घटाकर सात साल कर दिया था। प्रतिबंध हटने के बाद से वे केरल में घरेलू क्रिकेट का प्रतिनिधित्व किया था।
