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Cricket News: KL राहुल को लेकर ट्विटर पर भिड़े आकाश चोपड़ा और वेंकटेश प्रसाद, हुई तीखी बहस...

Cricket News: KL राहुल को लेकर ट्विटर पर भिड़े आकाश चोपड़ा और वेंकटेश प्रसाद, हुई तीखी बहस...
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By NPG News

नईदिल्ली I भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरे टेस्ट मैच में छह विकेट से हरा दिया है. इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली है. दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में हुए मैच में भारत को जीत के लिए 115 रनों का टारगेट मिला था, जिसे उसने खेल के तीसरे दिन चायकाल से पहले हासिल कर लिया.

टीम इंडिया की जीत के बावजूद केएल राहुल की फॉर्म भारत के लिए चिंता का सबब है. राहुल दूसरे टेस्ट मैच की दोनों पारियों को मिलाकर सिर्फ 18 रन बना पाए. इससे पहले नागपुर टेस्ट मैच में भी केएल राहुल कुछ खास नहीं कर पाए थे. केएल राहुल को लेकर टीम इंडिया के दो पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद और आकाश चोपड़ा आपस में बहस कर बैठे. पूर्व तेंज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने 18 फरवरी को लगातार ट्वीट किए. एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'और खराब फॉर्म जारी है. एक ऐसे खिलाड़ी के साथ बने रहना जो खराब फॉर्म में है, मैनेजमेंट की कमी को दिखाता है. भारतीय क्रिकेट के कम से कम पिछले 20 वर्षों में किसी भी शीर्ष क्रम के बल्लेबाज ने इतने कम औसत के साथ इतने सारे टेस्ट नहीं खेले हैं.'

वेंकटेश प्रसाद ने कहा, 'प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को प्लेइंग-11 में शामिल होने का मौका नहीं मिल रहा है. शिखर का टेस्ट औसत 40+ था, मयंक का 41+ था जिसमें 2 दोहरे शतक थे. शुभमन गिल शानदार फॉर्म में हैं, सरफराज कभी ना खत्म होने वाला इंतजार कर रहे हैं. कई सारे घरेलू प्रदर्शनों की लगातार उपेक्षा हो रही है.' प्रसाद कहते हैं, 'उनका टीम में होना न्याय के प्रति विश्वास को हिला देता है. शिवसुंदर दास और सदगोपन रमेश में काफी संभावनाएं थीं, इसलिए दोनों का औसत 38+ था, लेकिन 23 टेस्ट मैचों से आगे नहीं बढ़ पाए, राहुल का लगातार खेलना भारत में बल्लेबाजी प्रतिभा की कमी का आभास देता है जो सच नहीं है. पिछले 5 वर्षों में कुल 47 पारियों में उनका औसत 27 से नीचे है.'

वेंकटेश प्रसाद ने बताया, 'मेरे अनुसार वह वर्तमान में भारत के 10 सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाजों में से नहीं हैं. लेकिन उन्हें अंतहीन मौके दिए जा रहे हैं. कुलदीप यादव जैसे खिलाड़ियों ने मैन ऑफ द मैच प्रदर्शन किया और अगले गेम में ड्रॉप हुए. केएल किसी भी तरह से तुरुप का इक्का नहीं हैं.' इसके बाद आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर वेंकटेश को जवाब देते हुए कहा, 'जैसे ही केएल राहुल सस्ते में आउट हो जाते हैं, वह ट्विटर पर ट्रेंड करने लगते हैं. हर कोई अपनी राय देना चाहता है और उनकी आलोचना करना चाहता है. मुझे लगता है कि वेंकटेश प्रसाद के ट्वीट ने आग में घी डालने का काम किया है. वह एक पूर्व क्रिकेटर हैं और उन्हें पता होना चाहिए कि हमें खेल के बीच में अपने खिलाड़ियों की आलोचना नहीं करनी चाहिए और जब एक पारी अभी बाकी है. खेल के बाद आप निश्चित रूप से किसी भी खिलाड़ी के बारे में बात कर सकते हैं और अपनी राय रख सकते हैं.'

आकाश चोपड़ा ने वेंकटेश प्रसाद के एक ट्वीट का भी जवाब देते हुए कहा, 'वेंकी भाई, टेस्ट मैच चल रहा है. कम से कम दोनों पारियों के खत्म होने का इंतजार कैसा रहेगा, हम सभी एक ही टीम यानी टीम इंडिया से हैं.आपको अपने विचारों को वापस रखने के लिए नहीं कह रहा हूं लेकिन समय थोड़ा बेहतर हो सकता है. आखिर हमारा खेल 'टाइमिंग' का ही है.' फिर चोपड़ा को जवाब देते हुए वेंकटेश प्रसाद ने लिखा, 'ईमानदारी से कोई फर्क नहीं पड़ता, आकाश. मेरे विचार से यह बहुत ही उचित आलोचना है चाहे वह दूसरी पारी में अर्धशतक ही क्यों न बना लें और मैच के बीच या खेल समाप्ति के बाद यह अप्रासंगिक है. यूट्यूब पर आपके प्यारे वीडियो के लिए शुभकामनाएं, मैं उनका आनंद लेता हूं.'

वेंकटेशन प्रसाद ने एक नए ट्वीट में कहा, 'कुछ लोग सोच रहे हैं कि केएल राहुल से मेरी कुछ निजी दुश्मनी है. वास्तव में यह सही नहीं है. मैं उनके अच्छे करने की कामना करता हूं और उन्हें इस तरह की फॉर्म में होने से उनका आत्मविश्वास कभी नहीं बढ़ने वाला था. अब घरेलू भी सीजन समाप्त हो गया है.' प्रसाद कहते हैं, 'राहुल को इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेलकर रन बनाने और अपनी जगह वापस हासिल करने की जरूरत है. ठीक वैसे ही जैसे पुजारा ने किया था, जब उन्हें बाहर कर दिया गया. देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना और फॉर्म में वापसी के लिए हर संभव प्रयास करना सबसे अच्छा जवाब होगा. लेकिन क्या आईपीएल को छोड़ना संभव होगा? 2022 की शुरुआत से केएल राहुल ने छह टेस्ट की 11 पारियों में सिर्फ 175 रन बनाए हैं. इस दौरान उनका औसत 15.90 का है और उनके नाम सिर्फ एक अर्धशतक है. राहुल ने रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के दौरान कप्तानी की थी. कुल मिलाकर 47 मैच खेलने के बावजूद राहुल का टेस्ट करियर में औसत सिर्फ 33.44 का है.

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