Begin typing your search above and press return to search.

क्वार्टरमिलर अंजलि देवी ने एशियाई खेलों हांग्झोउ चीन 2023 के लिए क्वालीफाई किया

हरियाणा की प्रतिभाशाली क्वार्टरमिलर अंजलि देवी ने चार साल के अंतराल के बाद ट्रैक पर वापसी करते हुए भुवनेश्वर में राष्ट्रीय अंतर-राज्य चैम्पियनशिप 2023, में शानदार प्रदर्शन के साथ एशियाई खेलों हांग्झोउ चीन में अपना स्थान सुरक्षित कर लिया ।

क्वार्टरमिलर अंजलि देवी ने एशियाई खेलों हांग्झोउ चीन 2023 के लिए क्वालीफाई किया
X

AFI / ट्वीटर  

By Anil

एनपीजी न्यूज नेटवर्क -हरियाणा की प्रतिभाशाली 24 वर्षीय क्वार्टरमिलर अंजलि देवी ने चार साल के अंतराल के बाद ट्रैक पर वापसी करते हुए भुवनेश्वर में राष्ट्रीय अंतर-राज्य चैम्पियनशिप 2023, में शानदार प्रदर्शन के साथ एशियाई खेलों हांग्झोउ चीन में अपना स्थान सुरक्षित कर लिया ।

चैंपियनशिप के दूसरे दिन अंजलि ने प्रसिद्ध कलिंगा स्टेडियम में महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा में 51.48 सेकेंड का समय निकालकर स्वर्ण पदक जीता। यह उनका निजी सर्वश्रेष्ठ समय है। आखिरी बार अक्टूबर 2019 में रांची में इंडियन ओपन चैंपियनशिप में 400 मीटर की दौड़ में भाग लेने के बाद, अंजलि की विजयी वापसी ने उनके दृढ़ संकल्प और लचीलेपन का प्रदर्शन किया है।उन्होने लखनऊ में हासिल किए गए 51.53 सेकंड के उनके पिछले व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ को पीछे छोड़ दिया है। और इसके साथ उन्होंने लगभग डेढ़ सेकंड के प्रभावशाली अंतर से 52.96 सेकंड के एशियाई खेलों के क्वालीफाइंग समय को भी पीछे छोड़ दिया था।

अंजलि की यात्रा पिछले कुछ वर्षों में लगातार चोटों से प्रभावित रही है। जिससे भावनात्मक संघर्ष और अवसाद के दौर आए। दौड़ के बाद अपनी कठिनाइयों को व्यक्त करते हुए, उन्होंने खुलासा किया, "मैं पिछले 3-4 वर्षों से घायल हो रही हूँ। और जब भी कोई प्रतियोगिता आती थी तो मुझे चोट लग जाती थी।

यह 3-4 साल भावनात्मक था। मैंने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया, लेकिन खेलों से कुछ महीने पहले, मेरे क्वाड्स मांशपेशियां पूरी तरह से फट गए थे।"

प्रतिभाशाली 24 वर्षीय एथलीट अंजलि ने अपने साथी प्रतियोगी हिमांशी मलिक को पीछे छोड़ दिया, वो भी हरियाणा से हैं, जिन्होंने 51.76 सेकंड के सराहनीय समय के साथ रजत पदक हासिल किया। तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाले क्रमश: तमिलनाडु KI आर विथ्या रामराज और महाराष्ट्र KI ऐश्वर्या कैलाश मिश्रा ने भी एशियाई खेलों के क्वालीफाइंग समय 52.96 सेकेंड से कम समय निकलने में सफल रहे।

हालांकि, एशियाई खेलों में प्रत्येक रेस में केवल दो प्रतिभागियों को देश का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति है। अंतिम चयन समिति के लिए एक चुनौतीपूर्ण निर्णय होगा।

हालांकि, अब अपनी चोटों को पीछे छोड़, अंजलि अपनी टाइमिंग में काफी सुधार करने के लिए तत्पर है। राष्ट्रीय शिविर में भाग लेने और गहन प्रशिक्षण से गुजरने का उनका लक्ष्य आगामी एशियाई खेलों और ओलंपिक में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना है।

समर्पण और चोटों से मुक्त रहने पर ध्यान देने के साथ, अंजलि ने 49.9 सेकेंड का प्रभावशाली समय हासिल करने की कल्पना की है।

चैंपियनशिप के पिछले दौर में अंजलि ने लगातार एशियन गेम्स क्वालीफाइंग मार्क को पार किया था। उन्होंने हीट्स में 52.89 सेकेंड और सेमीफाइनल हीट में 52.03 सेकेंड के बेहतर समय में दौड़कर अपनी निरंतर प्रगति और सफल होने के दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया है।

अंजलि के उल्लेखनीय प्रदर्शन ने एशियाई खेलों में महिलाओं की 4×400 मीटर रिले स्पर्धा में भारत की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। चार भारतीय क्वार्टर-मिलर्स उप-53-सेकेंड टाइमिंग प्राप्त करने के साथ, 2002 के बाद से लगातार छठा स्वर्ण पदक जीतने की देश की संभावना आशाजनक दिखती है।

Next Story