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परिवार के छह लोग नदी में डूबे, मां विंध्यवासिनी के दर्शन करने गया था परिवार… गंगा में डूबी नाव, छह लोग लापता

परिवार के छह लोग नदी में डूबे, मां विंध्यवासिनी के दर्शन करने गया था परिवार… गंगा में डूबी नाव, छह लोग लापता
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By NPG News

लखनऊ 9 सितम्बर 2021. विध्याचल के अखाड़ाघाट पर हुए नाव हादसे में छह लोगों के डूबने की खबर लगते ही पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया। हर कोई एक ही परिवार व रिश्तेदार से जुड़े छह लोगों के डूबने की जानकारी पर सन्न रह गया. सभी ने हादसे पर दुख जताते हुए परिवार को इस दुख की घड़ी में इतनी बड़ी घटना सहने की क्षमता देने की मां विध्यवासिनी से प्रार्थना की.

दरअसल यूपी के मिर्जापुर जिले के विंध्याचल क्षेत्र के अखाड़ा घाट पर बुधवार की दोपहर गंगा पार से स्नान करने के बाद दर्शनार्थियों को लेकर आ रही नाव गंगा में पलट गयी. नाविक समेत 12 लोग गंगा नदी में डूबने लगे. इसमें धुर्वा, जमशेदपुर के आदित्यपुर और डुमरांव के रहनेवाले शामिल थे. इस पर गंगा किनारे मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी. गोताखोरों की मदद से नाविक और पांच दर्शनार्थियों को बाहर निकाला. वहीं, छह लोग लापता हो गए हैं.

मौके पर पहुंची पुलिस जाल डलवा कर गोताखोरों की मदद से लापता लोगों की तलाश में जुटी है. लापता लोगों में दीपक मिश्रा की पत्नी अनीशा, पुत्र सत्यम व शौर्य सहित एक ढाई माह का बच्चा, गुड़िया और खुशबू शामिल हैं. वहीं राजेश तिवारी, विकास ओझा, दीपक मिश्रा के अलावा बच्चों में अलका और रीतिका के साथ वाहन का चालक बच गया.

धुर्वा गायत्री मंदिर रोड डीटी 1579 निवासी भुवनेश्वर तिवारी के पुत्र राजेश तिवारी अपनी पत्नी खुशबू, बेटी अलका राज व रीतिका राज के साथ कार से विंध्याचल के लिए सोमवार की रात 12.30 बजे निकले थे. उनके साथ उनका साला जमशेदपुर के आदित्यपुर बाबा आश्रम कॉलोनी निवासी दीपक, उनकी पत्नी अनीशा के अलावा छह वर्षीय पुत्र सत्यम और ढाई साल का पुत्र शौर्य भी था.

जाने के दौरान जब सभी बक्सर में रुके, तो वहां से एक दूसरी गाड़ी से राजेश के जीजा विकास ओझा और उसकी बहन गुड़िया के अलावा उनके बच्चे भी विंध्याचल दर्शन के लिए साथ चले गये. दर्शन से पहले सभी गंगा स्नान करने अखाड़ा घाट पहुंचे. लेकिन वहां कीचड़ होने से सभी नाव से गंगा के पार चले गये. वहां से स्नान कर वापस लौटने के दौरान तेज बारिश के साथ तेज हवा चलने लगी. जिस कारण नदी के बीच में उनकी नाव पलट गयी. इसके बाद नाविक सहित उसमें सवार सभी 14 लोग तेजधार में बहने लगे. इस दौरान अलका जिस बैग को हाथ से पकड़ी थी, वह नाव में ही फंस गयी, जिससे वह बच गयी. अन्य लोगों को स्थानीय गोताखोर ने बचाया.

धुर्वा निवासी राजेश के साथ जमशेदपुर में रहनेवाले उसका साला दीपक और बक्सर में रहनेवाले उसके जीजा विकास ओझा सपरिवार विंध्याचल गये थे. विंध्याचल जाने के दौरान दीपक अपनी बहन के लिए तीज का सामान लेकर धुर्वा आया था. राजेश ग्लोबल फाइनेंस कंपनी में काम करते हैं. स्थानीय लोगों के अनुसार घटना की जानकारी राजेश के पिता भुवनेश्वर तिवारी को शाम 4.30 बजे मिली थी. इसके बाद राजेश के मामा सूरज प्रकाश तिवारी भी रांची से एक व्यक्ति के साथ बुलेट से विंध्याचल के लिए रवाना हो गये हैं.

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