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इस दलदली और कीचड़ भरी सड़क को देखकर शर्म भी शरमा जाएगी, जशपुर को जोड़ने वाली पत्थलगांव की 43 किमी सड़क पांच बाद भी नहीं बन पाई

इस दलदली और कीचड़ भरी सड़क को देखकर शर्म भी शरमा जाएगी, जशपुर को जोड़ने वाली पत्थलगांव की 43 किमी सड़क पांच बाद भी नहीं बन पाई
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By NPG News

जशपुर,29 जून 2020। जशपुर से होकर गुजरने वाले NH 43 के पैंतीस किलोमीटर के पैच को बनने का इंतज़ार पंच वर्षीय वक्त गुजरने के बाद भी ख़त्म नहीं हो पाया है। करोड़ों की लागत से बनने वाली पत्थलगांव से कांसाबेल के बीच 36 KM की सड़क की हालत इतनी खराब है कि वहां तो क्या पैदल चलना भी मुश्किल है। राष्ट्रीय राजमार्ग की ऐसी ऐसी तस्वीर जशपुर के बाद दुनिया में शायद ही कहीं किसी राष्ट्रीय राजमार्ग की देखने को मिलेगी। पिछले 5 सालों से करोड़ों की लागत से सड़क बन रही है। लेकिन आज तक यह सड़क नहीं बन सकी। इस सड़क के कारण मंत्री,विधायक, अधिकारियों ने अपना रूट बदल लिया लेकिन इस सड़क को भी चलने योग्य बनाया जा सके। इसके लिए कोई ठोस पहल नहीं हो रही है। वर्तमान स्थिति यह है कि सड़क से जुड़े गांव में कोई आपातकालीन स्थिति उत्पन्न होती है तो इस सड़क से होकर उन्हें राहत नहीं पहुंचा जा सकता है। मामले को लेकर पूर्व राज्यसभा सांसद रणविजय सिंह जूदेव ने चिंता जताई है और उन्होंने नितिन गडकरी जी से मांग की है केंद्रीय स्तर पर इस समस्या का तत्काल निपटारा हो। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल निर्देश देने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि 1 सप्ताह पहले यहां पर वर्तमान सांसद गोमती साय ने भी जमकर आक्रोश व्यक्त किया था। सड़क के जीर्णोद्धार के लिए लेकिन अब तक कोई ठोस पहल देखने को नहीं मिल रही है। दुर्भाग्य है कि जशपुर जिले की जीवनदायिनी मानी जाने वाली इस सड़क को लेकर वर्षों से कभी भी जमीनी स्तर पर सड़क को दुरुस्त करने अंजाम तक पहुंचाने कोई ठोस पहल नहीं हुई है।

हलाकान और जार जार तबाह हो चुके नागरिकों की कई गुहार पुकार को अनसुनी कर बैठे NH के अधिकारियों की निद्रा तब टूटी जबकि सांसद गोमती साय ने विशालकाय गड्डों और दलदल से लबरेज़ रास्ते पर पैदल चलते हुए NH के आला अधिकारी को फ़ोन लगा कर दो टूक कहा –
“कितने आवेदन चाहिए आपको.. सुधरते क्यों नहीं है.. सुनो मैं FIR करा दूँगी समझे!.. तुरंत काम चालू करो”

सहज सरल सांसद गोमती देवी के तेवर हैरान करने वाले थे। लेकिन जिस तरहा सांसद गोमती देवी बिफरीं थी, उसने होश भी फ़ाख्ता किए। इस फ़ोन के महज 48 घंटे के भीतर मशीनें पहुँच गई और जो काम पाँच बरसों से ठप्प था उस पर काम शुरु हो गया। लेकिन बिफ़री गोमती साय का कोप थमा नहीं है। सांसद गोमती साय ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी से पूरे मामले की शिकायत कर ठेकेदार को बदले जाने की माँग कर दी है।

सांसद गोमती साय ने NPG से कहा
“यह सड़क जशपुर के लिए जीवनदायिनी है, लंबे अरसे से निवेदन ही कर रहे हैं, पर कोई सुनवाई नहीं है, उस पैंतीस किलोमीटर के पैच में कोई मेडिकल आपातकाल आ जाए तो मरीज़ वक्त पर नहीं पहुँच पाएगा.. तो आख़िर कब तक निवेदन.. “

सड़क इतनी बदहाल है कि नागरिक विरोध स्वरुप रोपा लगाने की क़वायद में थे, हालाँकि सांसद गोमती साय के तेवर और फिर काम की शुरुआत होने ने मामले की गरमाहट को हल्का कर दिया है।

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