फर्जी IPS के ठाठ देखकर पुलिस के भी उड़े होश…. VIP नंबर-हाई प्रोफाइल नामों से देता था पहचान….STF चीफ के नाम से खुद का नंबर ट्रू कॉलर में किया था सेव, 11 नंबर का करता था इस्तेमाल
इस तरह से हुई गिरफ्तारी
उज्जैन एसटीएफ को आष्टा के टोल प्लाजा के कर्मचारी से शिकायत मिली थी कि अपने आपको आईपीएस विपिन माहेश्वरी बताने वाला फॉर्चून कार एमपी 04 सीएन 0270 को बिना टोल टैक्स दिए पास कराने और अपना रुतबा दिखाकर 3 , 4 परिचित लोगों को टोल पे नौकरी दिलाने दिलाने की बात कहने वाला संभवत फर्जी आईपीएस अधिकारी है। घटना के गंभीरता से लेते हुए उज्जैन एसटीएफ की टीम ने ज्योतिर्मयी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि ज्योतिर्मय अपने आप को आईपीएस अधिकारी और कैलाश विजयवर्गीय का रिश्तेदार बता कर अब तक कई लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है।
अभी जो घटनाक्रम हुआ है उसमें इंदौर से भोपाल जाते समय इसने टोल टैक्स पर स्वयं को आईपीएस बताया और जिस फोन नंबर से फोन किया था, वह ट्रूकॉलर में आईपीएस के नाम से सेव कर रखा था और लास्ट में इसका नंबर 555 था.
अमलाहा टोलटैक्स पर यह रुका था और वहां भी इसने स्वयं को आईपीएस बताया और कहा कि 3-4 लड़के मेरे हैं, उनको आपको भर्ती करना है. जब ये जानकारी मिली तो एसटीएफ में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया औऱ इसको गिरफ्तार किया गया.
आरोपी ने ट्रू कॉलर एप की प्रोफाइल में स्वयं के कई नंबरों को आईपीएस विपिन माहेश्वरी और अन्य प्रभावी नामों से सेव कर रखा था जिससे इन्हीं प्रभावी नामों से लोगों को फोन कर उन्हें अपनी जालसाजी का शिकार बनाता था. उज्जैन एसटीएफ पुलिस ने आईपीएस अधिकारी बनकर लोगों से लूट करने वाले आरोपी ज्योतिर्मय विजयवर्गीय निवासी इंदौर को गिरफ्तार किया है.
लोगों को धमका कर धोखाधड़ी करता था
आरोपी के घर से एसटीएफ की टीम को 100 से अधिक चेक बुक और लाखों रुपए के चेक भी मिले हैं साथ ही यह भी जानकारी हाथ लगी है कि ज्योतिर्मय के खिलाफ इंदौर के दो थाना क्षेत्र मुंबई और उज्जैन में पहले से ही मामले दर्ज है पूछताछ में आरोपी ने एसटीएफ को बताया कि उसने ट्रूकॉलर पर अपनी प्रोफाइल आईपीएस के नाम पर सेव कर रखी थी और इसी का प्रभाव दिखा कर वह लोगों को धमका कर धोखाधड़ी करता था।
रुतबा दिखाकर लोगों को धमकाया
एसटीएफ ने बताया कि आरोपी अपने आप को बीजेपी के बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय का रिश्तेदार भी बताता था पुलिस इस बात की भी जानकारी ले रही है कि अब तक इस ने कितने लोगों के साथ धोखाधड़ी की है और कहां-कहां आईपीएस का रुतबा दिखाकर लोगों को धमकाया है। बहुत सारी सिम इसके पास से मिली हैं. कुल 7 सिम तो यूज़ कर रहा है. इसके अलावा 4 सिम और हैं जो पता लगी हैं. टोटल 11 मोबाइल फोन इसके पास से मिले हैं. आरोपी के पास से फॉर्च्यूनर कार भी मिली.
आरोपी के खिलाफ थाना भोपाल दर्ज है केस