बैंक ग्राहकों को SBI ने दिया बड़ा झटका, FD पर घटाईं ब्याज दरें, लेकिन होम-कार लोन किए सस्ते… जानिए
नई दिल्ली 7 फरवरी 2020। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्राहकों को झटका दिया है। एसबीआई ने रिटेल टर्म डिपॉजिट यानी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर मिलने वाले ब्याज में कमी कर दी है। फिक्स्ड डिपॉजिट (दो करोड़ रुपये से कम) पर एसबीआई ने घोषणा की है। एसबीआई ने इसमें 10 से 50 बेसिस प्वाइंट की कमी की है। इसके साथ ही एकमुश्त एफडी (बल्क टर्म डिपॉजिट यानी दो करोड़ रुपये से ज्यादा) पर मिलने वाले ब्याज में 25 से 50 बेसिस प्वाइंट की कमी की गई है। नई दरें 10 फरवरी 2020 से लागू होंगी।
एसबीआई ने लगातार नौवीं बार वित्त वर्ष 2019-20 के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में कटौती का ऐलान किया है। अब एमसीएलआर की दर 0.05% घटकर 7.85% प्रति वर्ष हो गई है। इससे ग्राहकों को फायदा होगा क्योंकि अब उन्हें सस्ते में होम लोन और ऑटो लोन मिल जाएगा। इसके पहले दिसंबर में भी एसबीआई ने एमसीएलआर में बदलाव किया था। तब एसबीआई ने एक साल के एमसीएलआर में 0.10% की कटौती की थी। जिसके बाद यह दर 8.0 फीसदी से कम होकर 7.90 फीसदी हो गई थी।
नई दरें 10 फरवरी 2020 से लागू हो रही हैं। लोन के अतिरिक्त फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर भी एसबीआई ने घोषणा की है। एसबीआई ने इसमें 10 से 50 बेसिस प्वाइंट की कमी की है। इसके साथ ही एकमुश्त एफडी (बल्क टर्म डिपॉजिट) पर मिलने वाले ब्याज में भी कमी की गई है। बैंक ने एमसीएलआर में यह कटौती रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के नतीजों की घोषणा के एक दिन बाद की है। रिजर्व बैंक ने बैठक के बाद बृहस्पतिवार को रेपो दर को 5.15 प्रतिशत पर यथवत बनाये रखा। केंद्रीय बैंक ने एक लाख करोड़ रुपये तक की राशि के लिये दीर्घकालिक रेपो की घोषणा की। इससे वाणिज्यिक बैंकों के लिये कर्ज जुटाना सस्ता हो गया।
ऐसे चुनें सही एफडी
- बैंक हर अवधि की एफडी पर अलग ब्याज दर देते हैं। निवेश के लक्ष्य को देखकर सही अवधि और ज्यादा ब्याज दर चुनें।
- पैसे लगाने से पहले बैंक की साख को परखें और क्रिसिल, इक्रा पर रेटिंग की जांच करें।
- भुगतान के तरीकों की जानकारी लें। बैंक संचयी एफडी में ब्याज दर का भुगतान परिपक्वता अवधि पर ही करते हैं। गैर संचयी एफडी पर ब्याज का भुगतान विकल्प के तहत तिमाही, छमाही या सालाना हो सकता है।
एसबीआई ने कहा कि उसने बैंकिंग प्रणाली में तरलता की अधिकता को देखते हुए दो करोड़ रुपये से कम के खुदरा जमा तथा दो करोड़ रुपये से अधिक के थोक जमा की ब्याज दरों में भी संशोधन किया है। खुदरा जमा के लिए ब्याज दर में 0.1 से 0.5 प्रतिशत तक की तथा थोक जमा में 0.25 प्रतिशत से 0.50 प्रतिशत तक की कटौती की गयी है। 7 से 45 दिन की एफडी कराने वालों को 4.5 फीसदी मिलेगा। 46 दिन से 179 दिन की एफडी पर 5 फीसदी ब्याज मिलेगा। इससे पहले 5.50 फीसदी ब्याज मिल रहा था।
आइए जानते हैं कि दो करोड़ से कम की एफडी पर आपको कितना ब्याज मिलेगा।
अवधि | आम नागरिकों के लिए नई दर (10 फरवरी 2020 से) | वरिष्ठ नागरिकों के लिए नई दर (10 फरवरी 2020 से) |
सात से 45 दिन | 4.50 फीसदी | 5.00 फीसदी |
46 से 179 दिन | 5.00 फीसदी | 5.50 फीसदी |
180 से 210 दिन | 5.50 फीसदी | 6.00 फीसदी |
211 से एक साल | 5.50 फीसदी | 6.00 फीसदी |
एक साल से दो साल | 6.00 फीसदी | 6.50 फीसदी |
दो साल से तीन साल | 6.00 फीसदी | 6.50 फीसदी |
तीन साल से पांच साल | 6.00 फीसदी | 6.50 फीसदी |
पांच साल से 10 साल | 6.00 फीसदी | 6.50 फीसदी |