SBI ने ग्राहकों को किया अलर्ट: 45 मिनट में 5 लाख के लोन की खबरें गलत… YONO के जरिये नहीं दिये जा रहे हैं इमरजेंसी लोन…
नईदिल्ली 11 मई 2020। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने साफ किया है कि वे अपने योनो प्लेटफॉर्म के जरिए किसी तरह का आपातकालीन कर्ज नहीं दे रहे हैं। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने रविवार को स्पष्ट किया कि वह अपने योनो प्लेटफॉर्म के माध्यम से ग्राहकों को किसी तरह का आपातकालीन ऋण (इमरजेंसी लोन) नहीं दे रहा है। कुछ खबरों में कहा गया है कि एसबीआई 45 मिनट के भीतर पांच लाख रुपये तक के आपातकालीन ऋण की पेशकश कर रहा है। यह ऋण 10.5 प्रतिशत की ब्याज दर पर दिया जाएगा और ईएमआई (किस्तें) छह महीने की अवधि के बाद शुरू होगी। बैंक ने कहा, योनो के माध्यम से एसबीआई इमरजेंसी लोन स्कीम के बारे में व्यापक रूप से खबरें चल रही हैं। हम स्पष्ट करना चाहेंगे कि एसबीआई इस तरह का कोई ऋण नहीं दे रहा है।
एसबीआई ने इस पर पूरी तरह स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि योनो के माध्यम से एसबीआई इमरजेंसी लोन स्कीम के बारे में व्यापक रूप से खबरें चल रही हैं. हम स्पष्ट करना चाहेंगे कि एसबीआई इस तरह का कोई लोन नहीं दे रहा है. हम अपने ग्राहकों से भी इन अफवाहों पर विश्वास न करने का आग्रह करते हैं. इसको लेकर एसबीआई ने एक ट्वीट के जरिए भी अपने ग्राहकों को अलर्ट किया.
हालांकि, एसबीआई ने कहा कि वह अपने उन वेतनभोगी ग्राहकों को राहत देने के लिये योनो के माध्यम से एक प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन लोन की पेशकश शुरू करने की प्रक्रिया में है. कोरोना वायरस महामारी से पैदा हुए संकट के चलते जो ग्राहक कैश की कमी की समस्याओं का सामना कर रहे हैं उनके लिए ये सुविधा शुरू करने पर काम चल रहा है.
क्या है योनो ?
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एसबीआई के योनो (यू ओन्ली नीड वन) डिजिटल प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया था। यह ओमनी चैनल डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो फाइनेंशियल सर्विस के साथ ही लाइफस्टाइल प्रोडक्ट और सर्विस भी उपलब्ध कराता है। इसके जरिए कुछ ही मिनटों में डिजिटली एसबीआई बैंक खाता खोला जा सकता है और चार क्लिक में फंड ट्रांसफर की सुविधा भी मिलती है।
We urge our customers not to believe in any offer or claim circulated on Social Media unless it’s validated from our official handles. #StopRumours #FakeNews #FactCheck pic.twitter.com/jtYi8zXVuu
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) May 10, 2020