Begin typing your search above and press return to search.

इस IAS को सलाम : दर्द से कराहती कोरोना पीड़ित गर्भवती के लिए फरिश्ता बने रायपुर ADM …. रात 3 बजे आये एक फोन कॉल पर अस्पताल में कराया एडमिट….सुबह-सुबह महिला के घर आयी नन्ही परी….भींगी आंखों से पति-पत्नी बोले- ये अफसर तो मेरे लिए भगवान

इस IAS को सलाम : दर्द से कराहती कोरोना पीड़ित गर्भवती के लिए फरिश्ता बने रायपुर ADM …. रात 3 बजे आये एक फोन कॉल पर अस्पताल में कराया एडमिट….सुबह-सुबह महिला के घर आयी नन्ही परी….भींगी आंखों से पति-पत्नी बोले- ये अफसर तो मेरे लिए भगवान
X
By NPG News

रायपुर 20 सितंबर 2020। ..शनिवार की आधी रात अंजली की जिंदगी में जो चमत्कार हुआ, वो ना तो खुद अंजली भूल पायेगी और ना ही उनका परिवार। कोरोना की सूनी रात..और बेपनाह दर्द से चीत्कार करती अंजली के लिए जब उम्मीद के तमाम दरवाजे बंद हो चुके थे…तो उस मुश्किल रात में IAS विनित नंदनवार एक फरिश्ते की भांति सामने आये..जिनकी कोशिशों ने ना सिर्फ अंजली को नयी जिंदगी दी, बल्कि उनके घर को भी किलकारियों से भर दिया।

रायपुर के शंकर नगर में रहने वाली 9 माह की गर्भवती पी. अंजली कोरोना से पीड़ित है। होम आइसोलेट होकर ही वो अपना इलाज करा रही थी, लेकिन शनिवार की रात अचानक लेबर पेन से वो बैचेन हो उठी। लाख कोशिशों के बावजूद दर्द बढ़ता ही चला गया। घर में पति पी गणपत ने पत्नी को इस तरह दर्द से कराहते हुए देखा, तो सबसे पहले अपने हो आइसोलेशन इंचार्ज डॉ स्वाति को फोन किया।

पति ने इसके बाद अस्पतालों को फोन घुमाना शुरू किया, अंजली का जहां इलाज चल रहा था, उस नर्सिंग होम ने भी कोरोना पॉजेटिव होने का हवाला देकर एडमिट लेने से इंकार कर दिया। एक-दो और अस्पताल से संपर्क साधा तो वहां से भी निराशा हाथ लगी। गणपत और अंजली के लिए खुशियां करीब थी, लेकिन उसे हासिल करने का रास्ते नामुकीन हो चले थे। ऐसे में आइसोलेटन की इंचार्ज डाक्टर स्वाति ने बड़ी उम्मीद के साथ नायब तहसीलदार अंजली शर्मा को फोन किया।

गहराती रात के तब तक तीन बज चुके थे, तब कोई अधिकारी शायद ही जगा होता, लेकिन असिस्टेंट नोडल अफसर अंजली ड्यूटी पर मुस्तैद, उन्होंने फोन पर डॉ स्वाति से समस्या सुन तत्काल इंतजाम में जुट गयी। उन्होंने नोडल अफसर ADM विनित नंदनवार को फोन किया। उन्होंने एक रिंग में ही कॉल पिक किया। IAS विनित ने जैसे ही गर्भवती महिला का हाल सुना, तत्काल प्रभाव से उन्होंने महिला को अस्पताल में दाखिले का निर्देश दिया।

लेकिन समस्या ये थी कि कोरोना पॉजेटिव गर्भवती को आखिर दाखिल कहां कराया जाये। आखिरकार मेकाहारा अस्पताल में महिला को एडमिट कराने का निर्णय एडीएम विनित नंदनवार ने लिया और तुरंत अस्पताल को बेड के इंतजाम का निर्देश दिया, वहीं दूसरी तरफ एक एंबुलेंस तत्काल प्रभाव से महिला के घर भेजी गयी। समस्या सुनने के 10 से 15 मिनट के भीतर ही आईएएस विनित और नायब तहसीलदार अंजली ने सारा एरेजमेंट कर दिया।

करीब आधे घंटे में महिला को मेकाहारा शिफ्ट किया गया, जहां आज सुबह अंजलि ने खुबसूरत सी बिटिया को जन्म दिया है। मां अब अपनी सूनी गोद को किलकारियों से भरा पाकर खुशियों से फूले नहीं समा रही, तो वहीं पति गणपत आईएएस विनित नंदनवार और नायब तहसीलदार अंजली को धन्यवाद देते नहीं थक रहा।

वाकई में कोरोना के इस संकट में जब प्रशासन और प्रशासनिक अधिकारियों को कई लोग निशाने पर ले रहे हैं, तो विनित और अंजली जैसी अधिकारी एक नयी मिसाल बनकर उम्मीदों को रौशन करते हैं।

Next Story