रिटायर IAS नारायण सिंह नहीं रहे, निजी अस्पताल में देर रात ली अंतिम सांस, बस्तर, बिलासपुर कमिश्नर समेत कई विभागों के सिकरेट्री रहे
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रायपुर, 7 फरवरी 2020। ब्यूरोक्रेसी से एक बुरी खबर आ रही है। रिटायर आईएएस नारायण सिंह का कल देर रात एक निजी अस्पताल में देहावसान हो गया।
नारायण सिंह को तीन पिछले हफ्ते दिल का दौरा पड़ने पर अस्पताल में भरती कराया गया था। वहां से दो दिन पहले ही डिस्चार्ज होकर वे घर लौटे थे। कल देर रात फिर उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई। उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया। डाक्टरों ने उन्हें बचाने की हरसंभव प्रयास किया। लेकिन, इसमें कामयाबी नहीं मिली।
अभी उनका पार्थिव शरीर अस्पताल में ही है। उनकी बेटी उड़ीसा से रवाना हो गई है। मौसम खराब होने की वजह से उनके आने में विलंब हो रहा है। अगर अपरान्ह तीन बजे तक वे रायपुर आ गईं तो आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। अगर उनके आने में विलंब हुआ तो फिर कल सुबह उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी।
77 बैच के आईएएस नारायण सिंह के असमय निधन से ब्यूरोक्रेसी स्तब्ध है। नारायण सिंह बेहद सुलझे हुए और विनम्र आईएएस अधिकारी थें। वे बस्तर और बिलासपुर के कमिश्नर रहे। उसके बाद मंत्रालय में विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी भी उन्होंने संभाली। 2012 में सुनिल कुमार जब चीफ सिकरेट्री बनाए गए तो उन्हें सरकार ने माध्यमिक शिक्षा मंडल का चेयरमैन बनाया गया था। पिछली सरकार ने उन्हें सीएस नहीं बनाया लेकिन, बाद में बिजली विनियामक आयोग का चेयरमैन बनाकर इसकी भरपाई करने की कोशिश की। 2018 में वे नियामक आयोग से रिटायर हुए थे। उनकी उम्र 66 साल थी। वे कचना के ब्रम्हकुमारी प्रजापति के पीछे स्थित एक कालोनी में उन्होंने अपना निवास बनाया था।