School Reopen Preparation : स्कूल Reopen होने में बस कुछ दिन शेष....पेरेंट्स और बच्चे कर लें तैयारी
बच्चे के लिए स्कूल का पहला दिन कुछ अलग होता है और उसे इसके लिए अपने पैरेंट्स के साथ मिलकर कुछ तैयारियां कर लेनी चाहिए। इससे बच्चों का स्कूल का फर्स्ट डे थोड़ा आसान हो जाता है।
बस कुछ ही दिनों में स्कूल फिर से खुलने वाले है. सरकार ने फ़िलहाल प्रदेश में गर्मी के कहर को देखते हुए स्कूल बंद रखने का फैसला लिया है, लेकिन इस माह के अंत तक शायद स्कूल फिर से खुल जाये. ऐसे में स्कूली बच्चों, पहली बार स्कूल जाने वाले बच्चों के साथ पेरेंट्स को भी प्रिपेयर होने के लिए भरपूर वक्त मिल रहा है.
चाइल्ड कौंसलर डॉ सिमी श्रीवास्तव के अनुसार बच्चे के लिए स्कूल का पहला दिन कुछ अलग होता है और उसे इसके लिए अपने पैरेंट्स के साथ मिलकर कुछ तैयारियां कर लेनी चाहिए। इससे बच्चों का स्कूल का फर्स्ट डे थोड़ा आसान हो जाता है।
हर बच्चे के लिए उसके स्कूल का पहला दिन बहुत स्पेशल होता है। मां-बाप के लिए भी उनके बच्चे के स्कूल का फर्स्ट डे खास होता है और दोनों को ही इस दिन के लिए कुछ खास तैयारियां करनी होती हैं। अगर आपके बच्चे के भी स्कूल का पहला दिन है, तो आप बच्चे को इसके बारे में पहले से ही बता दें और उससे उसके डर, बेचैनी या उसके मन में कोई चिंता है, तो उसके बारे में भी पूछ लें।
अपनी इस नई जर्नी के लिए बच्चे को डर या हिचकिचाहट होना नॉर्मल बात है लेकिन आप उसके इस दिन को आसान बनाने के लिए क्या कर सकते हैं.
रूटीन बनाना शुरू करें
बच्चे के स्कूल का पहला दिन शुरू होने से कुछ हफ्ते पहले ही रूटीन बनाना शुरू कर दें। इससे बच्चे को सिक्योर महसूस होगाे और वो आगे स्कूल जाने के लिए तैयार रहेगा। बच्चे के सोने और जागने का समय फिक्स करें। इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे की नींद पूरी होनी चाहिए। इसके साथ ही मॉर्निंग रूटीन में ड्रेसअप होना, दांतों को ब्रश होना और कोई और एक्टिविटी करने से पहले नाश्ता करने की आदत डालें। स्कूल शुरू होने के बाद होमवर्क, प्लेटाइम और एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज के लिए तैयार करें।
स्कूल विजिट करें
अपने बच्चे को स्कूल में कंफर्टेबल महसूस करवाने के लिए उसे एक बार स्कूल लेकर जाएं। उसे स्कूल के माहौल से रूबरू करवाएं, उसकी क्लास और प्लेग्राउंड दिखाएं। इससे बच्चे को अपने स्कूल के पहले दिन सब कुछ अजनबी या नया-सा नहीं लगेगा। अगर ओरिएंटेशन डे या पैरेंट टीचर इवेंट है, तो आप अपने बच्चे के साथ उसे अटेंड करें।
स्कूल के लिए जरूरी चीजें जुटाएं
स्कूल से आपको उन चीजों की लिस्ट मिली होगी, जिनकी बच्चे को अपने पहले दिन जरूरत पड़ेगी। आप इस लिस्ट के हिसाब से ही शॉपिंग करें। इसमें बच्चे का बैकपैक, लंचबॉक्स और नोटबुक निकाल कर रखें। इस बात का ध्यान रखें कि बैकपैक की क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए और इससे बच्चे के कंधों पर बोझ नहीं पड़ना चाहिए।
आत्मनिर्भर बनाना शुरू करें
स्कूल शुरू होने से पहले बच्चे को अपनी चीजों का खुद ख्याल रखने और उन्हें संभालकर रखना सिखाएं। बच्चे को अपने हाथ धोना, बिना फैलाए या गिराए खाना खिलाना आदि सिखाना शुरू करें। इससे बच्चा छोटी-छोटी चीजों के लिए किसी और पर निर्भर नहीं रहेगा और अपने काम खुद करने पर स्कूल में उसे तारीफ भी मिलेगी। इसके अलावा बच्चे को अपने जूतों के फीते बांधने का स्किल भी सिखाएं।
इमोशनल सपोर्ट
हर बच्चा अलग होता है और स्कूल के पहले दिन को लेकर हर बच्चे का रिएक्शन भी अलग होता है। कुछ बच्चों को नर्वस फील होता है तो कुछ कॉन्फिडेंट भी रहते हैं। आप बच्चे को अपने दिल की बात खुलकर कहने की आजादी और हौंसला दें। उसे अपनी भावनाओं को व्यक्त की आजादी भी दें। बच्चे को पता हाेना चाहिए कि कभी-कभी उदास महसूस करना नॉर्मल है और उसके साथ आपका पूरा सपोर्ट है। स्कूल से वापिस आने के बाद बच्चे से पूछें कि उसका स्कूल का पहला दिन कैसा रहा और उसने क्या-क्या किया।