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Roommate Syndrome Relationship : क्या आप भी रहने लगे हैं सिर्फ रूममेट की तरह... आइये जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

रूममेट सिंड्रोम का मतलब कपल्स के बीच नयापन या उत्साह कम होना होता है. वे प्रैक्टिकल लाइफ जीना शुरू कर देते हैं और अपने रिश्तों को ज्यादा प्रॉयरिटी नहीं देते हैं. आइए जानते हैं रूममेट सिंड्रोम का कारण और इससे बचने के लिए क्या-क्या करना चाहिए

By Meenu

Roommate Syndrome : भले ही आपकी शादी में कुछ सालो बाद आपके बीच कभी लड़ाईयां न होती हों, लेकिन आपके रिश्‍ते में अगर प्रेम, इमोशनल बॉन्डिंग, इमोशनल इंटीमेसी, पैशन का अभाव है तो यह आपके रिश्‍ते को तेजी से कमजोर करने लगता है और आप एक ही छत के नीचे लवबर्ड नहीं, रूममेट की तरह जीने लगते हैं. इसे साइकोलॉजिकल टर्म में रूममेट सिंड्रोम के नाम से जाना जाता है.

इस विषय पर NPG NEWS ने जब शहर के मनोचिकित्सकों से बात की तो उनके अनुसार नए पार्टनर के साथ घूमना-फिरना और टाइम बिताना काफी रोमांचक होता है, लेकिन जब हनीमून फेज खत्म हो जाता है तो एक-दूसरे के साथ रहने का उत्साह भी कम होने लगता है, इसी वक्त रूममेट सिंड्रोम (Roommate Syndrome) हो सकता है. रूममेट सिंड्रोम एक रिलेशनशिप यानी शादीशुदा कपल को ही होता है. ऐसा होने पर रिश्तों में रोमांच कम होने लगता है.

सिंपल शब्दों में समझे तो रूममेट सिंड्रोम का मतलब कपल्स के बीच नयापन या उत्साह कम होना होता है. वे प्रैक्टिकल लाइफ जीना शुरू कर देते हैं और अपने रिश्तों को ज्यादा प्रॉयरिटी नहीं देते हैं. आइए जानते हैं रूममेट सिंड्रोम का कारण और इससे बचने के लिए क्या-क्या करना चाहिए...

रूममेट सिंड्रोम के कारण



रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स के अनुसार, कपल्स जान-बूझकर कभी भी अपने रिश्तों को खराब नहीं करते हें, बस उनके बीच दिलचस्पी खोने लगती है. ऐसे में कई चीजों पर ध्यान देने की जरूरत होती है. घर को मैनेज करना, बच्चों का पालन-पोषण या परिवार की देखभाल इसी में आता है. चूंकि समय और जिम्मेदारियों के साथ शुरुआती दिनों वाला प्यार कम होना सामान्य है, ऐसे में कई बार ये समस्या भी बन जाता है. क्योंकि जिम्मेदारियों के बीच लोग मौज-मस्ती और रोमांस के लिए समय निकालना ही भूल जाते हैं.

रूममेट सिंड्रोम से निपटने का तरीका

1. साथी की पसंद का रखें ख्याल

हमेशा अपने साथी की पसंद वाली चीजों को याद रखें. भले ही व्यस्तता कितनी भी क्यों न हो, बावजूद इसके छोटी-छोटी बातों का ख्याल रख आप अपने रिलेशन को काफी मजबूत बना सकते हैं. जब आप पार्टनर की पसंद का ख्याल रखते हैं तो उनसे मजबूती से जुड़ते हैं.

2. छोटी-छोटी चीजों से करें खुश

छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखकर रिश्तों में नयापन बरकरार रख सकते हैं. पार्टनर के छोटे-छोटे इशारें समझना भी रिश्तों को मजेदार बना सकता है. जैसे अगर पार्टनर को पिज्जा खाने का मन है और बाजार नहीं ले जा सकते तो उनके लिए घर पर ही पिज्जा लाकर सरप्राइज दे सकते हैं. ये छोटी सी बात भी उन्हें महसूस करा सकती है कि आप उनके साथ हैं.

3. एक तरह की चीजें करने से बचें

अपनी दिनचर्या के लिए आप एक जैसा रुटीन फॉलो कर सकते हैं लेकिन रिश्तों में ऐसा नहीं चलता है. इसलिए कभी भी एक जैसे काम से बचना चाहिए. कभी उनके लिए कुछ खाने का बना सकते हैं तो कभी मार्केट से कुछ ला सकते हैं. इससे रिश्ते काफी मजबूत बनते हैं.


आइयें जानें क्या कहते हैं मनोचिकित्सक


  • दरअसल, ऐसे हालात में कपल्‍स एक दूसरे के करीब होकर भी इमोशनली काफी दूर हो जाते हैं और अपने प्‍यार को खोने का गम उन्‍हें तोड़ने लगता है. यह दर्द इतना घातक हो सकता है कि वह डिप्रेशन और एंग्जायटी में जीने लगते हैं और वे मेंटल हेल्‍थ से जुड़ी बीमारियों से जूझने लगते हैं.
  • ऐसे हालात में दोनों एक-दूसरे से बातचीत करने के बजाय अपनी जरूरतों को दबाना सीख जाते हैं और एक दूसरे से मदद, केयर या प्‍यार की उम्‍मीद करना ही छोड़ देते हैं. लेकिन इस तरह रिश्‍ते निभाने के अलावा एक-दूसरे की जरूरतें पूरी नहीं होतीं और दोनों ही खुद को अधूरा-सा महसूस करने लगते हैं.
  • अगर आप इस पैटर्न को तोड़ना चाहते हैं और अपने पार्टनर को करीब महसूस करना चाहते हैं, तो आपको हार्ड कन्वर्सेशन से बचना बंद करना होगा और अपनी भावनाओं और जरूरतों के बारे में खुलकर बात करना शुरू करना हो. यह पहचानना होगा कि आखिर आपके अंदर की कौन-सी आदत या इमोशन आपको रिश्ते से दूर कर रही हैं.
  • हो सकता है कि आप अकेलापन, एंग्जायटी महसूस करें और अपनी परेशानियों से बाहर आने के लिए खुद से सब कुछ ठीक करने का निर्णय लें, लेकिन ऐसा करने की कोशिश भी न करें. बल्कि इसके लिए पार्टनर से मदद मांगें. उन्‍हें बताएं कि आप कैसा महसूस कर रहे हैं, इससे आपके पार्टनर को महसूस होगा कि आप अब भी उन्‍हें प्‍यार करते हैं और आपकी उन्‍हें जरूरत है.
  • आप उन्‍हें बताएं कि आप इन दिनों कैसा महसूस कर रही हैं. आप बताएं कि उनके इस बर्ताव से आप अकेलापन महसूस करते हैं, उन्‍हें मिस करते हैं, आपको पुराना दिन याद आते हैं और आपको लगता है कि आपको उनके साथ वक्‍त गुजारने की जरूरत है. ऐसे में आप उनसे शाम में साथ रहने के लिए वक्‍त मांग सकते हैं. अगर आप इस तरह अपनी फीलिंग्स शेयर करेंगे तो आपके बीच की गलतफहमियां दूर होंगी और रिश्‍ते में प्‍यार की उम्मीद जगेगी.


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