Relationship burnout : आजकल के रिश्ते में हो रही "रिलेशनशिप बर्नआउट", जाने क्या है ये नई बला
Relationship burnout : जैसे-जैसे रिलेशनशिप पुराना होते जाता है, उसका चार्म थोड़ा कम होने लगता है और ये कोई अजीब बात नहीं। हर रिलेशनशिप को इस दौर से गुजरना पड़ता है।
Relationship burnout : लव हो या अरेंज मैरिज दोनों में ही कपल्स रिलेशनशिप बर्नआउट का एक्सपीरियंस करते हैं. कपल्स कुछ ही महीनों में बोरियत का एहसास करने लगे हैं।
वर्किंग कपल्स में तो ये और ज्यादा बढ़ गया है। जिससे वो बेवजह की बातों पर झगड़ रहे हैं, अलग होने की बातें कर रहे हैं और तनाव में जी रहे हैं।
इसे एक्सपर्ट्स रिलेशनशिप बर्नआउट का नाम दे रहे हैं। आइए जानते हैं इस बारे में।
क्या है रिलेशनशिप बर्नआउट?
रिलेशनशिप जब किसी एक या दोनों के लिए बोझिल लगने लगे। बेमतलब की बहसबाजी और बहानेबाजी बढ़ जाए, तो इसे रिलेशनशिप बर्नआउट कहा जा सकता है। लगातार इस बर्नआउट को झेलना बहुत मुश्किल हो जाता है। फिर अलग होना ही कपल्स को आसान उपाय समझ आता है।
रिलेशनशिप बर्नआउट की पहचान कर पाना आसान है, लेकिन कई बार हम इसे शादीशुदा जिंदगी की आम समस्या मानकर इग्नोर करते रहते हैं और जब पानी सिर से ऊपर चला जाता है, तो ये लड़ाई-झगड़े का रूप लेने लगता है।
रिलेशनशिप बर्नआउट के संकेत
साथ समय न बिताना
इसे आप सबसे पहला संकेत समझ सकते हैं। पार्टनर के साथ समय बिताने की दिलचस्पी खत्म होती जा रही है, तो यह आपके रिश्ते के लिए सही नहीं।
आए दिन होने वाली बहस
ऐसे झगड़े जिन्हें आराम से बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता था, वो अब गंदी बहस में बदल रहे हैं और इसके चलते दिनों-दिन बातें नहीं होतीं।
साथ होकर ही साथ न रहना
साथ बैठे तो हैं, लेकिन अपने फोन, लैपटॉप या टीवी में घुसे हैं, तो ये भी रिलेशनशिप बर्नआउट का संकेत है।
हर वक्त अलग होने का सोचना
रिलेशनशिप ऐसा उबाऊ हो चुका है कि आप दिनों-रात अलग होने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह अच्छा संकेत नहीं।
कैसे बाहर आएं रिलेशनशिप बर्नआउट से?
1. पार्टनर के लिए समय निकालें
सारा खेल वक्त का है। जिस वक्त की कमी के चलते झगड़े हो रहे हैं, उसे वक्त देकर ही सुलझाया जा सकता है। एक साथ वक्त बिताने से पार्टनर क्या फील कर रहा है या आप क्यों ऐसा फील करने लगे हैं ये सारी चीजें शेयर करें। बहुत हद तक मुमकिन है प्रॉब्लम सॉल्व हो जाएगी।
2. बातचीत करें
लड़ाई-झगड़े गुस्सा करने या बातचीत बंद कर देने से कभी नहीं सुलझते, लेकिन हां बातचीत करके चीजों को जरूर ठीक किया जा सकता है।
3. गुस्सा कंट्रोल में रखें
किसी भी सिचुएशन को गुस्से से कंट्रोल करने की कोशिश न करें। गुस्सा इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। कई बार गुस्से में व्यक्ति ऐसी बातें बोल जाता है, जिसका बाद में बहुत अफसोस होता है और कई बार रिश्ते टूट भी जाते हैं।
4. एक्सपर्ट की हेल्प लें
इसमें बिल्कुल न शर्माएं या घबराएं। अगर आपका रिश्ता आपसे नहीं संभल रहा है, तो एक्सपर्ट की हेल्प लेने में कोई बुराई नहीं। घर से बड़े-बूढ़ों का एक्सपीरियंस आपकी काफी मदद कर सकता है। वैसे आजकल रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स भी ऐसे मुद्दों को सुलझाने में हेल्पफुल साबित हो रहे हैं।