Bahupati Vivah: अनोखी शादी: दो भाइयों ने एक ही दूल्हन से लिए सात फेरे, जानिए क्या है बहुपति प्रथा?
Bahupati Vivah Kise Kahate Hain: सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले से शादी से जुड़ा एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां दो भाईयों ने एक ही दूल्हन के साथ शादी रचाई है। यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय तब बन गया जब यह शादी तीन दिन तक चली और इस शादी में कई महेमानों ने शिरकत की। क्योंकि यह शादी पहले चोरी छिपे और शांती से संपन्न होती थी।

Bahupati Vivah Kise Kahate Hain: सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले से शादी से जुड़ा एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां दो भाईयों ने एक ही दूल्हन के साथ शादी रचाई है। यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय तब बन गया जब यह शादी तीन दिन तक चली और इस शादी में कई महेमानों ने शिरकत की। क्योंकि यह शादी पहले चोरी छिपे और शांती से संपन्न होती थी।
क्या है बहुपति विवाह
बताया जा रहा है कि बहुपति विवाह (Bahupati Vivah) जिसे 'उजला पक्ष' भी कहा जाता है, जो कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर, किन्नौर और लाहौर स्पीति जिलों में प्रतलित है। इस विवाह का उद्देश्य बंटवारे से बचाव और संयुक्त परिवार को बचाए रखना है। क्षेत्र के लोगों का यह भी कहना है कि दो भाईयों से शादी करने पर रिश्तों में दरार नहीं आती और संयुक्त परिवार बना रहता है।
बहुपति विवाह एक परंपरा
गांव के बड़े बुजुर्गों का कहना है कि इस क्षेत्र में यह शादी सदियों से चली आ रही है, जिसे यहां कि भाषा में बहुपति विवाह (Bahupati Vivah) कहा जाता है। बहुपति विवाह बिना किसी शोर शराबे के साथ संपन्न होती है, इसलिए दूसरे जगह के लोगों को इसका पता नहीं चल पाता था। लेकिन शिलाई गांव के रहने वाले दो भाईयों ने इस शादी को बड़े ही धूमधाम और करीब 4 हजार मेहमानों की मौजूदगी में की, जो अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।
तीन दिन चली शादी
बताया जा रहा है कि बड़ा भाई प्रदीप नेगी जल शक्ति विभाग में कार्यरत हैं। जबकि छोटा भाई कपिल नेगी बहरीन के एक होटल में कार्यरत हैं। दोनों की शादी कुन्हाट गांव की रहने वाली सुनीता चौहान के साथ तय हुई। यह शादी 11 जुलाई को शुरु हुई और 12 जुलाई को दोनों भाईयों की बारात कुन्हाट गांव पहुंची और दूल्हन के साथ सात फेरे लेकर दोनों भाई अपने घर लौटे। 13 जुलाई को लड़के वालों के घर पर शादी की सभी रस्में पूरी की गई। तीन दिन चली इस शादी में परिवार और गांव वालों में गजब का उत्साह रहा।
बिना किसी दबाव में की शादी
दूल्हन सुनीता चौहान ने कहा कि उसने बिना किसी दबाव में और अपनी इच्छा से यह शादी की है। इसके साथ ही उसने कहा कि वह अपनी परंपरा को बखूबी जानती है।
पेश की बड़ी मिसाल
गांव के एक बुजुर्ग ने कहा कि बहुपति विवाह (Bahupati Vivah) पहले चोरी छिपे होती थी। मगर प्रदीप और कपिल ने सामूहिक तौर पर शादी कर बड़ी मिसाल पेश की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में पढ़े-लिखे बच्चों ने इस परंपरा का निर्वहन कर बड़ा संदेश दिया है।
