रिलेशनशिप में एक नया ट्रेंड फ्रेंडशिप मैरिज, आखिर क्या बला है ये "friendship marriage", आईये जाने
फ्रेंडशिप मैरिज एक तरह का ऐसा रिश्ता है, जिसमें दो लोग कानूनी तौर पर लाइफ पार्टनर होते हैं, लेकिन ये दोनों न एक दूसरे से प्यार करते हैं और न ही यौन संबंध बनाते हैं।
friendship marriage: इन दिनों आजकल के युवाओं के लिए रिलेशनशिप की परिभाषा तेजी से बदल रही है। दुनियाभर में आए दिन रिलेशनशिप को लेकर नया-नया ट्रेंड देखने को मिलता है। जहां भारत में शादी सात जन्मों का बंधन है, वहीं अलग-अलग देशों में इसकी परिभाषा बदल रही है। शादी के इसी क्रम में एक नई तरह की रिलेशनशिप चलन में आई है।
फ्रेंडशिप मैरिज एक तरह का ऐसा रिश्ता है, जिसमें दो लोग कानूनी तौर पर लाइफ पार्टनर होते हैं, लेकिन ये दोनों न एक दूसरे से प्यार करते हैं और न ही यौन संबंध बनाते हैं।
इस फ्रेंडशिप मैरिज में लोग अलग-अलग या एक साथ रह सकते हैं। साथ ही यदि ये बच्चा चाहते हैं, तो आर्टिफिशियल तरीके से बच्चा पैदा कर सकते हैं।
इतना ही नहीं इस शादी में यदि किसी को अपनी शादी के बाहर किसी और से प्यार हो जाता है या वे किसी को पसंद करते हैं, तो वे आपसी सहमति से दूसरे के साथ रोमांटिक रिलेशन बनाने के लिए आजाद होते हैं।
फ्रेंडशिप मैरिज कैसे काम करती है?
फ्रेंडशिप मैरिज किसी ट्रेडिशनल रोमांटिक लव मैरिज या बेस्ट फ्रेंड से शादी करने जैसा नहीं है। यह शादी की एक ऐसी व्यवस्था है, जिसमें पार्टनर शादी से पहले एक दूसरे से मिलते हैं और आगे की जिंदगी से जुड़ी सभी तरह की बातें जैसे खर्च कैसे बांटना है, साथ में भोजन करना है या नहीं, घर के काम में बंटवारा और साथ में रहने जैसी बातों पर बातचीत कर सहमत होते हैं। दोनों की आपसी सहमती के बाद कपल फ्रेंडशिप मैरिज को अपने लिए चुनते हैं।
कौन लोग चुन रहे हैं फ्रेंडशिप मैरिज?
SCMP के अनुसार फ्रेंडशिप मैरिज को चुनने वाले लोगों की एवरेज उम्र 32-33 साल तक है और उनकी आय राष्ट्रीय आय से अधिक है। पारंपरिक विवाह के पैटर्न से बचने की कोशिश कर रहे as*xual और समलैंगि लोग फ्रेंडशिप मैरिज को चुन रहे हैं