नशीले पदार्थ के आरोपियों से संबंध..सरगुजा का बहुचर्चित आरक्षक उपेंद्र सिंह बर्खास्त..तीन अन्य कर्मचारियों को शो कॉज जारी
अंबिकापुर,9 अक्टूबर 2020। नशीले मादक पदार्थ के अवैध व्यापारियों से संपर्क संबंध के आरोप में प्रमाणित साक्ष्य मिलने के बाद सरगुजा कप्तान तिलक राम कोशिमा ने बहुचर्चित आरक्षक उपेंद्र सिंह को बर्खास्त कर दिया है।
बर्ख़ास्तगी के पहले बहुचर्चित आरक्षक उपेंद्र सिंह को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब माँगा गया था। जवाब संतोष जनक नही पाए जाने पर पुलिस कप्तान टी आर कोशिमा ने आरक्षक उपेंद्र सिंह को बर्खास्त कर दिया।
विदित हो कि सरगुजा रेंज मुख्यालय में लंबे अरसे से नशीले इंजेक्शन नशीली दवाओं अवैध शराब का व्यवसाय चल रहा था। इन पर पुलिस की कार्यवाही तो होती थी पर जनचर्चाओं में हमेशा संदिग्ध रही। आरोप लगते रहे कि पुलिस में मौजुद एक कॉकस है, जिसमें टीआई स्तर के अधिकारी से लेकर आरक्षक तक शामिल है जो मादक पदार्थ के अवैध धंधे करने वालों ये गठजोड़ उन्हे उपकृत करते हुए उन लोगों पर कार्यवाही करते हैं जो नशे के बाज़ार में प्रतियोगी बन रहे हैं, और यदि कभी गठजोड़ वाले आरोपी पर कार्यवाही करनी भी पड़ी तो उन्हे पर्याप्त मदद दी जाती थी।
जवचर्चा है जिसकी पुष्टि नही है कि यह धंधा और गठजोड़ लंबे समय से जारी था जिसमें रेंज में पदस्थ रहे एक आला अधिकारी की पदस्थापना के दौरान इसमें और तेज़ी आ गई थी।
ख़बरें हैं कि इस पूरे गठजोड़ की जानकारी मौजुदा रेंज आईजी रतन लाल डाँगी को लगी जिसके बाद उन्होने पूरे मसले में जाँच बैठा दी। कप्तान सरगुजा टी आर कोशिमा की प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद एक टीआई समेत दो ASI पर कार्यवाही की गाज गिरी। टीआई राहुल तिवारी लाईन अटैच किए गए जबकि दो ASI को ज़िले से बाहर रवानगी दी गई।
इस मामले में और गंभीर रुख तब आ गया जबकि नशे के अवैध कारोबारियों के कॉल डिटेल की जाँच शुरु हुई, इसमें पुलिस महकमे के कई नाम मिल गए, और पुलिस के आला अधिकारियों ने बेहद सख़्त तेवर अपना लिए।
बर्खास्त आरक्षक क्रमांक 46 उपेंद्र सिंह थाना गांधीनगर में पदस्थ था। ख़बरें हैं कि बर्ख़ास्तगी की सुची लंबी हो सकती है।