Benefits Of Copper Ring : तांबा का अंगूठी पहनने से क्या होता है? जानिए इसे कब और किसे नहीं पहनना चाहिए?
Benefits Of Copper Ring : सूर्य की धातु तांबा पहनने से हर किसी को फायदा पहुंचता है। बस शनि से जुड़े अनुष्ठान में इसका होना निषेध माना गया है। जानिए तांबा पहनने के फायदे कब होते है...
Tambe Ki Anguthi Pahnane se Kya Hota Hai
तांबा का अंगूठी पहनने से क्या होता है?
तांबे की अंगूठी पहनने से वह लगातार हमारे शरीर के संपर्क में रहती है, जिससे हमारे शरीर को तांबे के औषधीय गुण मिलते हैं। ये धीरे-धीरे हमारे खून को भी साफ करने में मदद करती है। जैसे तांबे के बर्तन में रखा पानी हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, ठीक वैसे ही तांबे की अंगूठी से भी फायदा मिलता है।
आयुर्वेद के अनुसार, तांबे की अंगूठी या कड़ा पहनने से जोड़ों और गठिया का दर्द दूर रहता है क्योंकि तांबे में एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है, जो रोगों को दूर करती है. तांबे की अंगूठी लगातार हमारे शरीर के संपर्क में रहती है। जिससे तांबे के औषधीय गुण शरीर को मिलते हैं। इससे खून साफ होता है
बहुत से लोगों को तांबे की अंगूठी पहने देखा होगा जो दिखने में भी अच्छी लगती है और इसे पहनना सौंद्यता का प्रतीक भी माना जाता है। तांबा पहनना बहुत से लोगों को फायदा ही पहुंचाता है और इससे व्यक्ति को सफलता निश्चित तौर पर मिलती है। सोना, चांदी, तांबा या फिर कोई भी पत्थर की अंगूठी और छल्ले पहनने का खूब चलन आपने देखा होगा लेकिन ये चलन किसी ना किसी वजह से होता है जिसका प्रभाव अलग-अलग है और जिसके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए।ऊंगली में तांबा पहनने से होते ये चमत्कारी लाभ, इसके बारे में आपको जरूर पढ़ना चाहिए, फिर आप खुद तांबे के छल्ले को पहनना शुरु कर देंगे जो आपकी जिंदगी बदलने में आपकी मदद कर सकता है। जिस तरह से हर धातु का अपना अलग प्रभाव और चमत्कारी लाभ होते हैं बिल्कुल उसी तरह से तांबा मंगल और सूर्य ग्रह को शांत करने के लिए पहना जाता है।
जानते हैं तांबा की अंगूठी पहनने के लाभ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धातुओं और ग्रहों का संबंध बहुत ज्यादा गहरा होता है. अगर ग्रह आपके विपरीत हो, तो जीवन पर नकारात्मक असर होता रहता है और अगर वहीं आपके ग्रह आपके फेवर में हो तो शुभ-अशुभ काम होते रहते हैं। ऐसे में ग्रहों की शांति और इससे संबंधी सभी समस्याओं को शांत रखने के लिए तांबे की अंगूठी जरूर पहननी चाहिए।
धातुओं में तांबा शुद्ध और शांत धातु मानी जाती है। वही इसका संबंध मंगल व सूर्य से भी है और अगर किसी का सूर्य या मंगल कमजोर हो, तो तांबे की अंगूठी या छल्ला धारण करने से अच्छे से लाभ होता है। इसे पहनने से इसका असर बहुत जल्दी ही होता है।
अगर किसी की कुंडली में सूर्य दोष हो, तो तांबे की अंगूठी को रिंग फिंगर में पहनना चाहिए तो इसका असर ज्यादा होता है। इसके बारे में ज्योतिष शास्त्र में भी लिखा है कि यह धातु शांति का प्रकृति होता है और गर्मी को भी दूर करता है। तांबा का छल्ला या अंगूठी पहनने वाले व्यक्ति को शांति मिलती है।
अगर किसी को मानसिक विकार हो या ज्यादा गुस्सा आता हो, तो उसे तांबा धारण करना चाहिए। तांबा वास्तुदोष को भी दूर करता है और इससे बने बर्तन या आभूषण अगर घर मे हों, तो घर का माहौल शांतिपूर्ण बना रहता है और नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है।
तांबे का संबंध सीधे सूर्य से होता है और सूर्य को यश और सम्मान का प्रतीक समझा जाता है। तांबे की अंगूठी धारण करने से व्यक्ति को समाज में पद-प्रतिष्ठा और सम्मान भी अच्छे से मिलता है और इसे धारण करने से व्यक्ति की प्रसिद्धि को बढ़ाने में भी मदद करता है।
तांबा किसे नहीं पहनना चाहिए?
गर्भवती महिलाओं को तांबे के आभूषण या कोई अन्य धातु पहननी चाहिए जो त्वचा में अवशोषित हो सकती है। ह्रदय रोगियों या पेसमेकर वाले लोगों को भी तांबे के चुंबकीय कंगन नहीं पहनने चाहिए।भले ही आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी बीमारी न हो, तांबा पहनने से आपको कोई नुकसान नहीं होगा। तांबा एक शुद्ध धातु है और अगर आप शुद्ध तांबा पहन रहे हैं तो इससे कोई नुकसान नहीं होगा।
तांबे का छल्ला कब पहनना चाहिए?
तांबे का छल्ला : यदि आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर है तो तांबे का छल्ला धारण कर लेना चाहिए। तांबे के छल्ले को ना सिर्फ स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद बताया गया है। एक तांबे का छल्ला पहनकर आप सूर्य से संबंधित सभी रोगों से काफी हद तक निजात पा सकते हैं।