Surya Grahan In India: सूर्य ग्रहण 2023 में कब लग रहा है, क्या भारत में दिखेगा,जानिए इसके शुभ- अशुभ प्रभाव और ग्रहण में न करें ये काम
Surya Grahah In India: साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण गुरुवार, 20 अप्रैल 2023 को लगेगा। भारत में यह सूर्य ग्रहण सुबह 7.04 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 12 . 29 मिनट तक रहेगा। सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इस वजह से इसमें सूतक काल भी मान्य नहीं रहेगा। इसबार सूर्य ग्रहण मेष राशि में लग रहा है और इसका बड़ा असर सभी राशि वालों पर पड़ेगा। यह सूर्य ग्रहण पश्चिम अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी देशों में दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण उस समय पड़ता है, जब चंद्रमा पृथ्वी से बहुत दूर होते हुए भी पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है।
सूर्य ग्रहण का शुभ- अशुभ प्रभाव
इस बार का सूर्य ग्रहण वृषभ, मिथुन और धनु राशि वालों के लिए साल का पहला सूर्य ग्रहण बहुत शुभ फल देने वाला है। वृषभ राशि वालों को नई नौकरी मिल सकती है। जीवन में कुछ बड़ा और शुभ घटना हो सकती है। कर्ज चुकाने में सफल होंगे। जीवन में सुख बढ़ेगा।
मिथुन राशि वालों को किसी बड़े मामले में राहत मिलेगी।संतान सुख मिलेगा।
धनु राशि वालों को यह सूर्य ग्रहण धन लाभ कराएगा। पद-प्रतिष्ठा मिलेगी।
इसके अलावा सूर्य ग्रहण का अशुभ असर मेष राशि के लिए इसे अच्छा नहीं है। मेष राशि वालों को ग्रहण के आसपास करियर में उलझन महसूस हो सकती है। तनाव रहेगा। इसके अलावा सिंह और कन्या राशि वालों को भी करियर में समस्या हो सकती है। तनाव रहेगा। वाणी पर संयम रखें वरना नुकसान हो सकता है।
सूर्य ग्रहण काल के दौरान न करें ये काम
• सूर्य ग्रहणकाल के दौरान या उसके मध्य समय में भोजन करना, पकाना, सोना, सजना-संवरना नहीं चाहिए। मान्यताओं के अनुसार ग्रहण काल के समय गर्भवती महिलाओं को सब्जी काटना, कपड़े सीना आदि से बचना चाहिए। इससे बच्चे को शारीरिक दोष हो सकता है। ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और ग्रहण दर्शन तो भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
• शास्त्रों के अनुसार सूर्य ग्रहण काल खत्म होने का बाद स्नान आदि कर साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद भगवान के गर्श करना बहुत फलदायक होता है।
• सूर्य ग्रहण के समय भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए और जल के सेवन से भी बचाना चाहिए। ग्रहण से पहले ही जिस बर्तन में पानी रखते हों उसमें कुश और तुलसी के कुछ पत्ते डाल देने चाहिए। ऐसा करने से ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता है। ग्रहण के बर्तन का पानी बदल लेना चाहिए।
• सूर्य ग्रहण के दौरान मनुष्य की पाचन शक्ति कमजोर पद जाती है। ये बात वैज्ञानिक शोध में भी प्रमाणित हो चुका है।
• सूर्य ग्रहण की अवधि में पति-पत्नी को भूलकर भी शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। शास्त्रों में अनुसार ग्रहण अवधि में शारीरिक संबंध से कोई बच्चा पैदा होता है तो उसे जीवन भर परेशानी रहती है। यह परेशानी शारीरिक अथवा मानसिक या दोनों भी हो सकती है।
• इस दौरान बालों की सफाई, दांतों की सफाई आदि नहीं करना चाहिए। इसके अलावे ग्रहण काल में मल-मूत्र त्याग भी नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिला को ग्रहण की छाया से बचना चाहिए। क्योंकि ग्रहण की छाया गर्भ में पल रहे शिशु पर बुरा असर डालता है।
• सूर्य ग्रहण की अवधि में भगवान की पूजा करना वर्जित माना गया है। यही कारण है कि ग्रहण काल में मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। ऐसे में देव-उपासना, देवता का दर्शन नहीं करना चाहिए।ग्रहण जिस समय लगता है उस समय सोना नहीं चाहिए। लेकिन गर्भवती महिला, बीमार और वृद्ध व्यक्ति आराम कर सकते हैं।
• सूर्य ग्रहण के दौरान किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के दौरान शुभ कार्य करने से काम में सफलता नहीं मिलती है। बाल या नाखून नहीं काटना या कटवाना चाहिए। ग्रहण की अवधि में सिलाई-कढ़ाई करना भी अशुभ माना जाता है। इसलिए ऐसे कार्यों से बचना चाहिए।
लग रहा है, क्या भारत में दिखेगा,जानिए इसके शुभ- अशुभ प्रभाव और ग्रहण में न करें ये काम