October 1, 2025 KA Panchang : आज शारदीय नवरात्र की नवमीं तिथि, आज माँ सिद्धिदात्री की आराधना का दिन
1 अक्तूबर को आश्विन शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि शाम 7 बजकर 1 मिनट तक रहेगी

आज पंचांग अनुसार 1 अक्तूबर को आश्विन शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि शाम 7 बजकर 1 मिनट तक रहेगी। आज शारदीय नवरात्र की नवमीं तिथि है. आज माँ सिद्धिदात्री की आराधना का दिन है. आज जहाँ हवन नहीं हुए हैं वहां हवन संपन्न होगा, साथ ही कन्या पूजन भोजन कराया जायेगा. इसके बाद दशमी लग जाएगी। आज अज श्रीवत्स योग होने से धन धान्य प्राप्ति का योग है | सरस्वती पूजन महालक्ष्मी पूजन , महाकाली महालक्ष्मी महासरस्वती जी का पूजन करें और सुन्दर काण्ड का पाठ करें |
1 अक्तूबर 2025 का पंचांग ज्योतिषाचार्य डॉ.दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार
तिथि संवत : आश्विन मास शुक्ल पक्ष नवमी बुधवार रात्री 7.01 तक रहेगी |
विक्रम संवत 2082, शाके 1947 हिजरी 1447 सूर्य दक्षिणायन शरद ऋतु|
सूर्योदय कालींन नक्षत्र : सूर्योदय के समय पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र प्रात: 8.05 बजे तक तत्पश्चात उत्तराषाढ़ा|अतिगंड योग|कौलव करण
सूर्योदय कालीन ग्रह विचार(प्रात: 5.30) : सूर्य : कन्या चन्द्र: धनु मंगल: तुला बुध: कन्या गुरु: मिथुन शुक्र: सिंह शनि: मीन | राहू: कुम्भ केतु : सिंह राशि मे स्थित हैं|
राहुकाल : प्रात: 11.53 से 1.22
आज का सूर्यास्त : 05.48 कल का सूर्योदय 5.59
दिशाशूल : उत्तर | आवश्यक हो तो काली तिल भात से बनी वस्तु खा कर निकले
शुभाशुभ ज्ञानम् : शारदीय नवरात्रि मां सिद्धिदात्री की आराधना का दिन | श्रीवत्स योग होने से धन धान्य की प्राप्ति होगी |
आज का शुभ चौघडिया :
लाभ:: प्रात: 5.56 से 7.25
अमृत: प्रात: 7.25 से 8.54
शुभ: प्रात: 10.24 से 11.53
चर:: दोपहर 2.52 से 4.22
लाभ:: दोपहर 4.22 से 5.50
शुभ: रात्री 7.22 से 8.52
अमृत: रात्री 8.52 से 10.23
चर:: रात्री 10.23 से 11.54
आज जन्मे बच्चो के नाम और राशी :
प्रात: 8.05 तक पूर्वाषाढा चरण 4 राशी धनु पाया ताम्र नामाक्षर ढा
दोपहर 2.26 तक उत्तराषाढ़ा चरण 1 राशी धनु पाया ताम्र नामाक्षर भे
रात्री 8.44 तक उत्तराषाढ़ा चरण 2 राशी मकर पाया ताम्र नामाक्षर भो
रात्री 2.59 तक उत्तराषाढ़ा चरण 3 राशी मकर पाया ताम्र नामाक्षर जा
आराधना ऊँ एवं ध्यायति यो नित्यं स योगी योगिनां वर: श्रीमन महागणाधिपतये नमो नम:
खरीददारी का शुभ समय : सायंकाल 6.05 से 7.35 बजे तक|
आज विशेष : अज श्रीवत्स योग होने से धन धान्य प्राप्ति का योग है | सरस्वती पूजन महालक्ष्मी पूजन , महाकाली महालक्ष्मी महासरस्वती जी का पूजन करें और सुन्दर काण्ड का पाठ करें |
