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Chaitra Navratri Falahari:नवरात्रि के नौ दिनों के लिए फलाहार, जानिए सिंघाड़े की इस स्पेशल डिश को बनाने विधि

Chaitra Navratri Falahari:नवरात्रि के नौ दिनों में फलाहार एक जैसा ही न हो इसके साथ ही फलाहार का हेल्दी होना भी जरूरी है,नवरात्रि के नौ दिनों के लिए फलाहार...

Chaitra Navratri Falahari:नवरात्रि के नौ दिनों के लिए फलाहार, जानिए सिंघाड़े की इस स्पेशल डिश को बनाने विधि
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By Shanti Suman

Chaitra Navratri Falahari:चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2024) ९ अप्रैल से शुरू होने वाली है।आज शुरू होने में अब बस चंद घंटे ही बांकी है।9 अप्रैल से शुरू होकर ये 17 अप्रैल तक चलेगा। नौ दिनों तक चलने वाले इन पवित्र दिनों में लोग अपनी आस्था की अनुरूप माँ दुर्गा की पूजा आराधना (worship of maa durga) करते हैं। कई भक्त इन नौ दिनों में उपवास रखते हैं।इन दिनों के रखे गए उपवास भक्त अपनी श्रद्धा और शक्ति के अनुरूप करते हैं। वैसे , तो इन नौ दिनों तक चलने वाले उपवास में भक्त फलाहार ही करते हैं। लेकिन, अगर कोई व्यक्ति फलाहार में रहने में असमर्थ महसूस करता है तो वो एक टाइम भोजन भी कर सकता है।

नवरात्रि मे खाएं सिंघाड़े का कटलेट बड़ा

ये पूरी तरह से भक्तों की अपनी श्रद्धा और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। मान्यता है कि इन नौ दिनों में माता धरती पर भक्तों के घर में आती हैं। इसलिए माँ के स्वागत की तैयारी में कोई भी भक्त कोई कसर छोड़ना नहीं चाहता है। नवरात्र के दिनों में बनने वाला फलाहारी भोजन बहुत ही स्वादिष्ट होता है। तरह -तरह के पकवानों के साथ माँ के आगमन की खुशियाँ मनाई जाती है। तो आइए आज इसी श्रेणी में हम आपको सिंघाड़े के आटे से तैयार कटलेट सिखाते है।

सिंघाड़े के कटलेट- 3 से 4 लोगों के लिए -सामग्री

आलू उबले हुए 1 /2 किलो

सिंघाड़े का आटा 1 कप

भुनी हुई मूंगफली

भुना हुआ जीरा और काली मिर्च का पावडर

व्रत का नमक स्वादानुसार

घी या मूंगफली का तेल

हरी मिर्च और अदरक का पेस्ट स्वादानुसार

बारीक़ कटी हरी धनिया

नवरात्रि मे खाएं सिंघाड़े की पकौड़ा बनाने विधि

उबले हुए आलुओं को अच्छी तरह से मैश करके उसमें व्रत का नमक या सेंधा नमक मिला लें। फिर उसमें भुनी हुई मूंगफली को हलका दरदरा करके add कर दें। भुना हुआ जीरा और काली मिर्च का पावडर हरी मिर्च और अदरक का पेस्ट और बारीक़ कटी हरी धनिया मिला कर आलू को अच्छी तरह से मिक्स कर लें। फिर इसमें थोड़ा सा सिंघाड़े का आटा मिला लें। अब हाथों में हल्का घी या तेल लेकर कटलेट का आकार दे दें। अब इन कटलेट को थोड़ी देर के लिए फ्रीज में रख दें। इतनी देर में आप बचे हुए सिंघाड़े का आटे में हरी मिर्च और अदरक का पेस्ट और व्रत का नमक मिला कर नार्मल पेस्ट बना लें।

ध्यान रहे घोल ना बहुत गाढ़ा हो और ना बहुत पतला। लगभग आधे घंटे बाद फ्रीज से सभी कटलेट को निकाल लें। फिर एक फ्राइंग पैन में घी या तेल डालकर गर्म करें। गैस की आंच को मीडियम रखें। अब एक -एक कर कटलेट को सिघाड़े के घोल में डालकर निकालते ही सीधे पैन में डाले। सुनहरे होने तक फ्राई करें। फिर टिश्यू पेपर में निकाल कर एक्स्ट्रा घी निकाल लें। ऐसे ही सारे कटलेट बना लें। हरी धनिया की चटनी के साथ गरमा-गरम कटलेट सर्व करें।

नवरात्रि में इसके अलावा फलाहारी

साबूदाना खिचड़ी -उपवास का जिक्र करते ही फलाहार के तौर पर साबूदाना खिचड़ी का नाम जेहन में आ जाता है. साबूदाना से बनने वाली खिचड़ी स्वाद में लाजवाब होती है और इसका स्वाद हर कोई काफी पसंद करता है. साबूदाना खिचड़ी की खासियत है कि इसे खाने के बाद काफी देर तक भूख नहीं लगती है. इसे बनाने के लिए भिगोया साबूदाना, आलू, मूंगफली दाना, धनिया, मिर्ची का प्रयोग किया जाता है।

शकरकंद कटलेट - पौष्टिकता से भरपूर शकरकंद का उपवास के दौरान प्रयोग किया जाता है. आप अगर साबूदाना से बना फलाहार खाकर बोर हो चुके हैं तो शकरकंद कटलेट को ट्राई कर सकते हैं. इसे बनाने के लिए शकरकंद, उबले आलू, सिंघाड़ा और मसालों से स्टफिंग बनाकर कटलेट तैयार किए जाते हैं. इसके बाद इसे डीप फ्राई या सॉट कर सकते हैं।

राजगीरा पूरी - राजगीरा आटे से बनी पूरी को नवरात्रि के नौ दिन चलने वाले व्रत में कभी भी बनाकर खाया जा सकता है. इसके लिए राजगीरा के आटे को गूंथा जाता हैं और इसे भी सादी पूरी की तरह ही तेल में तलकर निकाला जाता है. इसे आलू की फलाहारी सब्जी के साथ खाया जा सकता है।

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