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Aagarbati ke Fayde-Nuksan: क्या पूजा के समय आप भी जलाते हैं अगरबत्ती तो हो जाएं सावधान, जानिए इससे होने वाले फायदे-नुकसान

Aagarbati ke Fayde-Nuksan: पूजा के समय ज्यादातर घरों में अगरबत्ती जलाई जातीहै, लेकिन इसे जलाने की मनाही है धर्म शास्त्रों में है, जानिए ऐसा क्याों...

Aagarbati ke Fayde-Nuksan: क्या पूजा के समय आप भी जलाते हैं अगरबत्ती तो हो जाएं सावधान, जानिए इससे होने वाले फायदे-नुकसान
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By Shanti Suman

Aagarbati ke Fayde-Nuksan: हर धर्म में आपने देखा होगा कि शुद्धता के लिए लोग अगरबती जलाते है, लेकिन धर्मानुसार इसे सहीं नहीं माना जाता है। पूजा करते समय अगरबत्ती की महक से घर का वातावरण शुद्ध हो जाता है। अगरबत्ती जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अगरबत्ती की महक से देवता भी प्रसन्न रहते हैं और उनकी कृपा परिवार पर बनी रहती है। अगरबत्ती को सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, इसलिए अगरबत्ती जलाना शुभ होता हैकहते हैं कि अगरबती में बांस का इस्तेमाल होता है और पूजा में जलाने से दोष लगता है। इसके फायदे नुकसान दोनों है जानते है...

अगरबत्ती जलाने के 5 फायदे

अगरबत्ती जलाने के दो प्रयोजन है। पहला यह कि देवताओं के समक्ष अगरबत्ती जलाकर उन्हें प्रसन्न करना और दूसरा यह कि घर में सुगंध को फैलाना जिससे मन शांति महसूस करे।

अगरबत्ती जलाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर हो जाती है। विशेष प्रकार की सुंगध से मस्तिष्क का दर्द और उससे संबंधित रोगों का नाश हो जाता है। इसे दिल के दर्द में भी लाभदायक माना गया है।

इससे गृहकलह और पितृदोष का भी शमन हो जाता है और घर में शांति एवं समृद्धि बनी रहती है।

यदि आपको किसी भी प्रकार का तनाव है या चिंता है तो घर में विशेष प्रकार की सुगंध वाली अगरबत्ती लगाएं। इससे रात में अच्छी नींद भी आती है।

अगरबत्ती लगाने से पारलौकिक या दिव्य शक्तियां आकर्षित होती है और व्यक्ति को उनसे मदद मिलती है।

Aagurbati Kyu Nahi Jalani Chahiye अगरबत्ती क्यों नहीं जलानी चाहिए?

हिन्दू धर्म में पूजा के समय अगरबत्ती जलाई जाती है, अगरबत्ती जलाने की मनाही होती है क्योंकि अगरबत्ती बांस से बनती है और सनातन परंपरा में बांस जलाना अशुभ माना गया है। इससे पितरों का क्रोध बढ़ता है और पितृ दोष लगता है। इसके बाद भी ज्यादातर घरों में अगरबत्ती जलाई जाती है।अगरबत्ती जलाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है. यदि आप अपने पूजा घर में प्रत्येक दिन अगरबत्ती जलाते हैं तो इससे सांस से जुड़ी तकलीफ हो सकती है क्योंकि अगरबत्ती को बनाने में जिन रसायनों का उपयोग होता है, वे सेहत के लिए अच्छे नहीं माने जाते हैं।ज्यादातर पूजा-पाठ में इस्तेमाल होने वाली सुगंधित अगरबत्ती और धूपबत्ती सेहत के लिहाज से खतरनाक होती है.

क्यों मना है पूजा में अगरबत्ती जलाना

जानते हैं कि किन धार्मिक कारणों से अगरबत्ती जलाने से मना किया जाता है....

  • अगरबत्ती को खुशबूदार बनाने के लिए कार्बन कणों का इस्तेमाल किया जाता है और जब अगरबत्ती जलाते हैं तो धुएं के रूप में कार्बन डाइ ऑक्साइड उत्सर्जित होता है, जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है। नतीजा, यूरिनरी ब्लैडर प्रभावित होता है। लंबे समय तक कार्बन मोनो ऑक्साइड ग्रहण करने से सांस की नली कैंसर की चपेट में आ सकती है।
  • अगरबत्ती बनाने में बांस का इस्तेमाल किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक बांस को जलाने से वंशहानि होती है। इस कारण अगरबत्ती नहीं जलानी चाहिए।
  • बांस का इस्तेमाल विवाह, उपनयन संस्कार या अन्य शुभ मौकों पर मंडप तैयार करने में किया जाता है. एक प्रकार से यह शुभ मौको से संबंधित है। इसलिए भी बांस को जलाना वर्जित माना जाता है।
  • सोई किस्मत को जगाने के लिए फेंगशुई में बांस का पौधा लगाने की सलाह दी जाती है. यदि आप बांस को जलाते हैं तो इससे दुर्भाग्य आ सकता है. इस कारण भी भी अगरबत्ती नहीं जलाई जाती । कहते है कि बांस जलाने से पितृ दोष लगता है। हिंदू धर्म में अंतिम संस्कार के वक्त बांस का इस्तेमाल होता होता है। बांस पर ही शव यात्रा निकाली जाती है और दाह संस्कार के समय कपाल क्रिया भी बांस के द्वारा ही की जाती है। ऐसे में अगरबत्ती ना जलाने का यह भी एक कारण हो सकता है।
  • किस्मत को चमकाने के लिए फेंगशुई में बांस का पौधा लगाने की सलाह दी जाती है। यदि आप बांस को जलाते हैं तो इससे दुर्भाग्य बढ़ सकता है। इस वजह से भी अगरबत्ती नहीं जलाते हैं।
  • अगरबत्ती की जगह पर आप पूजा के समय धूप का उपयोग करें, धूप जलाएं, इससे घर में सुख और शांति का वास होता है। व्यक्ति तनाव मुक्त रहता है। रोग, दोष और नकारात्मकता को दूर करने में भी धूप महत्वपूर्ण होता है।
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