28 September 2025 ka Panchang : शारदीय नवरात्रि मां कात्यायनी की आराधना का दिन, आयुष्मान योग होने से शुभ स्वास्थ्य प्राप्ति का योग
शारदीय नवरात्रि मां कात्यायनी की आराधना का दिन | आज आयुष्मान योग होने से शुभ स्वास्थ्य प्राप्ति का योग है | महाकाली महालक्ष्मी महासरस्वती जी का पूजन करें और आदित्य ह्रदय स्त्रोत्र का पाठ करें |

28 September 2025 ka Panchang : 28 सितंबर 2025 दिन रविवार आश्विन माह, शुक्ल पक्ष की षष्ठी (षष्ठी तिथि 02:27 PM तक उसके बाद सप्तमी) तिथि है। साथ ही नवरात्रि के छठां दिन है। नवरात्रि के छठें दिन मां दुर्गा के षष्ठम स्वरूप माता कात्यायनी ( Maa Katyayani) की पूजा का विधान है।
महर्षि कात्यायन द्वारा सर्वप्रथम पूजे जाने के कारण देवी दुर्गा के इस स्वरूप का नाम देवी कात्यायनी पड़ा। महर्षि कात्यायन की कठिन तपस्या से प्रसन्न होकर उनकी इच्छानुसार उनके यहां पुत्री के रूप में कात्यायनी पैदा हुई थीं। महर्षि ने इनका पालन-पोषण किया था।
28 सितम्बर 2025 का पंचांग ज्योतिषाचार्य डॉ.दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार
तिथि संवत : आश्विन मास शुक्ल पक्ष षष्टि रविवार दोपहर 2.27 तक रहेगी |
विक्रम संवत 2082, शाके 1947 हिजरी 1447 सूर्य दक्षिणायन शरद ऋतु|
सूर्योदय कालींन नक्षत्र : सूर्योदय के समय ज्येष्ठा नक्षत्र रात्री 3.54 बजे तक तत्पश्चात मूल|आयुष्मान योग|गर करण
सूर्योदय कालीन ग्रह विचार(प्रात: 5.30) : सूर्य : कन्या चन्द्र: वृश्चिक मंगल: तुला बुध: कन्या गुरु: मिथुन शुक्र: सिंह शनि: मीन | राहू: कुम्भ केतु : सिंह राशि मे स्थित हैं|
राहुकाल : दोपहर 4.23 से 5.53
आज का सूर्यास्त : 5.50 कल का सूर्योदय 5.58
दिशाशूल : पश्चिम | आवश्यक हो तो घी से बनी वस्तु खा कर निकले
शुभाशुभ ज्ञानम् : शारदीय नवरात्रि मां कात्यायनी की आराधना का दिन | सर्वार्थ सिद्धि योग , रवियोग होने से सिद्धि की प्राप्ति होगी |
आज का शुभ चौघडिया :
चर:: प्रात: 7.24 से 8.54
लाभ:: प्रात: 8.54 से 10.24
अमृत: प्रात: 10.24 से 11.54
शुभ: दोपहर 1.25 से 2.54
शुभ: सायंकाल 5.54 से 7.24
अमृत: रात्री 7.24 से 8.53
चर:: रात्री 8.53 से 10.25
आज जन्मे बच्चो के नाम और राशी :
प्रात: 7.50 तक ज्येष्ठा चरण 1 राशी वृश्चिक पाया ताम्र नामाक्षर नो
दोपहर 2.32 तक ज्येष्ठा चरण 2 राशी वृश्चिक पाया ताम्र नामाक्षर या
रात्री 9.13 तक ज्येष्ठा चरण 3 राशी वृश्चिक पाया ताम्र नामाक्षर यी
रात्री 3.54 तक ज्येष्ठा चरण 4 राशी वृश्चिक पाया ताम्र नामाक्षर यु
आराधना ऊँ वन्दे कालीं कराभ्यां परिधमसी युतं तामसीं शीर्षकं च महाकालिका काली देव्यै नमो नम:
खरीददारी का शुभ समय: सायंकाल 5.05 से 7.35 बजे तक|
आज विशेष : आज आयुष्मान योग होने से शुभ स्वास्थ्य प्राप्ति का योग है | महाकाली महालक्ष्मी महासरस्वती जी का पूजन करें और आदित्य ह्रदय स्त्रोत्र का पाठ करें |
