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10 September 2025 ka Panchang : दोपहर 3 बजकर 38 मिनट तक तृतीया उसके बाद चतुर्थी, इसलिए संकष्टी चतुर्थी आज

10 September 2025 ka Panchang : आराधना करें - ऊँ एकदंताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्न दंती प्रचोदयात श्रीमन महागणाधिपतये नमो नम:

10 September 2025 ka Panchang :  दोपहर 3 बजकर 38 मिनट तक तृतीया उसके बाद चतुर्थी, इसलिए संकष्टी चतुर्थी आज
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By Meenu Tiwari

10 September 2025 : 10 सितम्बर 2025 के पंचांग अनुसार आज दोपहर 3 बजकर 38 मिनट तक तृतीया तिथि रहेगी और उसके बाद चतुर्थी लग जाएगी। जिस कारण से इस दिन संकष्टी चतुर्थी व्रत भी रखा जाएगा। चंद्रोदय रात 8 बजकर 6 मिनट पर होगा।


2025 में विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी का व्रत 10 सितंबर को बुधवार के दिन रखा जाएगा। पंचांग के अनुसार, आश्विन 2025 के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 10 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 39 मिनट से शुरू होगी। इसका समापन अगले दिन 11 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर होगा।


10 सितम्बर 2025 का पंचांग ज्योतिषाचार्य डॉ.दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार


तिथि संवत :

आश्विन मास कृष्ण पक्ष तृतीया बुधवार दोपहर 3.38 तक रहेगी |

विक्रम संवत 2082, शाके 1947 सूर्य दक्षिणायन शरद ऋतु|

सूर्योदय कालीन ग्रह विचार : सूर्य : सिंह चन्द्र: कुम्भ मंगल: कन्या बुध: सिंह गुरु: मिथुन

शुक्र: कर्क शनि: मीन | सूर्योदयकालीन नक्षत्र

आज का सूर्यास्त :6.10 कल का सूर्योदय 5.53

सूर्योदय के समय रेवती नक्षत्र सायंकाल 4.02 बजे तक तत्पश्चात अश्विनी |वृद्धि योग|बव करण



आज जन्मे बच्चो के नाम और राशी :


प्रात: 7.05 तक रेवती चरण 3 राशी मीन पाया स्वर्ण नामाक्षर थ

दोपहर 12.36 तक रेवती चरण 4 राशी मीन पाया स्वर्ण नामाक्षर झ

सायंकाल 6.06 तक अश्विनी चरण 1 राशी मेष पाया स्वर्ण नामाक्षर न्ग

रात्री 11.35 तक अश्विनी चरण 2 राशी मेष पाया स्वर्ण नामाक्षर दे


आज का शुभ चौघडिया :


लाभ:: प्रात: 5.50 से 7.23

अमृत: प्रात; 7.23 से 8.55

शुभ: प्रात: 10.28 से 12.01

चर:: दोपहर 3.06 से 4.39

लाभ:: दोपहर 4.39 से 6.10

शुभ: रात्री 7.38 से 9.06

अमृत: रात्री 9.06 से 10.34

चर:: रात्री 10.34 से 12.01


आराधना ऊँ एकदंताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्न दंती प्रचोदयात श्रीमन महागणाधिपतये नमो नम:


खरीददारी का शुभ समय : सायंकाल 5.05 से 7.35 बजे तक|


राहुकाल : दोपहर 12.01 से 1.33


दिशाशूल : उत्तर | आवश्यक हो तो काली तिल भात से बनी वस्तु खा कर निकले

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