रणजीत बच्चन हत्याकांड, दूसरी पत्नी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर रची थी साजिश… प्रेमी के साथ करना चाहती थी शादी, पढ़िए पूरी खबर
नईदिल्ली 6 फरवरी 2020। आखिरकार पुलिस ने विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन की हत्या का खुलासा कर ही दिया। इस मामले में कत्ल की साजिश के पीछे कोई और नहीं बल्कि रंजीत की दूसरी पत्नी स्मृति और उसके ब्वॉयफ्रेंड देवेन्द्र का हाथ था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। स्मृति रंजीत की दूसरी पत्नी है। इन दोनों के बीच तलाक का मामला सुलझ नहीं रहा था। स्मृति इस बात से परेशान चल रही थी, क्योंकि देवेंद्र और स्मृति शादी करना चाहते थे जिसमें रणजीत बच्चन बाधा बन रहे थे। इसी दौरान उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर खौफनाक साजिश रच डाली।
महिला के मोबाइल से मिला सुराग
क्राइम ब्रांच ने जब रणजीत की पहली पत्नी कालिन्दी व गोरखपुर में कई रिश्तेदारों से पूछताछ की तो एक महिला का नाम सामने आया। इस महिला को लेकर रणजीत का कुछ लोगों से विवाद भी हुआ था। इस महिला की कॉल डिटेल से कुछ संदिग्ध लोग के नाम सामने आये। फिर गुत्थी सुलझती चली गई। मंगलवार को पता चला कि एक संदिग्ध युवक घटना के दिन लखनऊ में था, फिर हत्या के दूसरे दिन यानी सोमवार को उसकी लोकेशन मुम्बई में निकली।
पुलिस कमिश्नर लखनऊ सुजीत पांडेय ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वारदात में शामिल स्मृति श्रीवास्तव, देवेंद्र और संजीत गौतम को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि वारदात को अंजाम देने वाला शूटर जीतेंद्र फरार है।
पुलिस कमिश्नर के अनुसार, रणजीत बच्चन की हत्या के लिए स्मृति के प्रेमी देवेंद्र ने उकसाया था। स्मृति की गिरफ्तारी लखनऊ के विकास नगर स्थित उसके आवास से हुई जबकि देवेंद्र को उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया है। रात तक उसे लखनऊ ले आया जाएगा।
संजीत गौतम को मोहनलालगंज के जबरौली से बृहस्पतिवार दोपहर गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि संजीत वही शख्स है जो कार चलाकर शूटर जीतेंद्र को हजरतगंज भाजपा मुख्यालय के पास छोड़ देता है। जहां से जीतेंद्र रणजीत के पीछे ग्लोब पार्क तक जाता है और उसकी हत्या कर देता है। शूटर जीतेंद्र अभी भी फरार है।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि पूछताछ में पता चला कि स्मृति और देवेंद्र शादी करना चाहते थे लेकिन रणजीत स्मृति को तलाक नहीं दे रहे थे। ये मामला 2016 से कोर्ट में लंबित था। जिससे देवेंद्र ने स्मृति के साथ मिलकर रणजीत बच्चन को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इसमें संजीत गौतम भी शामिल था।