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अब TV पर नहीं दिखेंगे ”राजदीप सरदेसाई”… इंडिया टुडे ने दो हफ्ते के लिए किया ऑफ एयर, काट ली एक महीने की सैलरी भी….

अब TV पर नहीं दिखेंगे ”राजदीप सरदेसाई”… इंडिया टुडे ने दो हफ्ते के लिए किया ऑफ एयर, काट ली एक महीने की सैलरी भी….
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By NPG News

नईदिल्ली 28 जनवरी 2021. वरिष्ठ पत्रकार और इंडिया टुडे के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई के खिलाफ चैनल ने एक ट्वीट को लेकर कार्रवाई की है. चैनल ने उन्हें दो सप्ताह के लिए ऑफ एयर करने का फैसला किया है. राजदीप ने न्यूज़लॉन्ड्री को इस बारे में पूछे गए सवाल पर ‘सही है’ लिखकर जवाब दिया है. उन्हें चैनल ने ऑफ एयर करने के साथ ही एक महीने की सैलरी भी काट ली है. किए गए ट्वीट को लेकर की गई है. इस ट्वीट के बाद वरिष्ठ पत्रकार ने अपने शो में भी उस दिन किसान की मौत को लेकर सरकार से कड़े सवाल पूछे थे.

बता दें मंगलवार को किसानों की रैली निकलनी थी. किसानों ने तय रूट से अलग ट्रैक्टर ले जाने शुरू किए. यहां तक कि आईटीओ पर पहुंच गए, जो दिल्ली के लिहाज से सबसे अहम जगहों में एक है. यहां पर एक किसान की मौत हो गई. अभी तक यह साफ नहीं हुआ था कि मौत किस वजह से हुई. उसी समय राजदीप सरदेसाई ने ट्वीट किया कि आरोपों के मुताबिक पुलिस की गोली से मौत हुई.

उन्होंने लिखा, “एक 45 वर्षीय व्यक्ति नवनीत की आरोपों के मुताबिक पुलिस फायरिंग में आईटीओ पर मौत हो गई है. किसानों ने मुझसे कहा है कि यह ‘बलिदान’ बेकार नहीं जाएगा. #groundzero.” भले ही ‘Allegedly’ लिखा हो, लेकिन हर कोई जानता है कि सोशल मीडिया में इस तरह के ट्वीट का कैसा असर होता है. इससे हिंसा भड़क सकती थी. खैर, यह खबर गलत निकली.

उसके कुछ समय बाद राजदीप ने दो ट्वीट किए. पहले में एक वीडियो था, जिसमें एक ट्रैक्टर पलटता हुआ दिख रहा है. राजदीप लिखते हैं कि वीडियो से साफ है कि मौत दुर्घटना से हुई. इसमें वह लिखते हैं, “आंदोलनकारी दावा कर रहे हैं कि नवनीत सिंह की मौत दिल्ली पुलिस की गोली से हुई जब वह ट्रैक्टर पर थे. लेकिन यह वीडियो साफ दिखाता है कि ट्रैक्टर पुलिस बैरिकेड तोड़ने की कोशिश में पलट गया था. किसान आंदोलनकारियों का आरोप सच नहीं है. पोस्ट मॉर्टम का इंतजार.”

अगले ट्वीट में वह पुलिस की तारीफ करते हैं कि कैसे संयम बनाए रखा और ऐसा कोई सबूत नहीं मिला, जिससे साफ होता है कि पुलिस ने कोई भी गोली चलाई हो. राजदीप ने यह सब तो लिख दिया. लेकिन माफी नहीं मांगी. जिस ‘फेक न्यूज’ और ‘वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी’ से लड़ाई का दावा वह करते हैं, उन्होंने भी एक फेक न्यूज फैलाने का काम किया. जब यह साबित हो गया कि खबर फेक है, तो भी माफी मांगने की जरूरत नहीं समझी.

ट्विटर पर राजदीप के नौ मिलियन यानी 90 लाख फॉलोवर्स हैं. इससे आप समझ सकते हैं कि उनके एक ट्वीट की पहुंच कितनी होगी. …और यह भी अहम है कि बेहद संवेदनशील समय पर उन्होंने यह ट्वीट किया, जो किसानों को या उनके समर्थकों को हिंसा भड़काने पर उतारू कर सकता था.

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