बारिश अलर्ट: छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश सहित इन राज्यों में अभी राहत नहीं… अगले 24 घंटे तक तेज बारिश होने की चेतावनी
नईदिल्ली 2 अगस्त 2021. भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि अगस्त-सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है जो चार महीने के मासूनस का दूसरा उत्तरार्द्ध है. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने अगस्त के लिए जारी अनुमान में बताया कि इस महीने में भी मानसून के सामान्य रहने की संभावना है. उन्होंने कहा कि उत्तर और मध्य भारत के कई हिस्सों में मानूस की बरसात सामान्य से कम रहने की संभावना है. राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को भारी बारिश होने का अनुमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि शहर में पिछले 24 घंटे में 13 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई.
वहीँ स्काई मेट वेदर के मुताबिक, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई। दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर एक गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। वहीं हरियाणा के दक्षिणी हिस्सों पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मॉनसून की अक्षीय रेखा गंगानगर से दक्षिण हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल होते हुए बंगाल की उत्तरी खाड़ी तक जा रही है।
उपरोक्त सभी मौसम प्रणालियों का संयोजन देश के मध्य भागों में इन भारी बारिश के लिए जिम्मेदार है। राजस्थान के अजमेर में 137 मिमी, जयपुर में 62, सवाई माधोपुर में 43, कोटा में 44, मध्य प्रदेश के श्योपुर में 73 मिमी, सतना में 77, सीधी में 71, छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में 76 मिमी और झारखंड के डाल्टनगंज में 117 मिमी बारिश दर्ज की गई।
दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश पर बना हुआ गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों के साथ पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा और दक्षिण हरियाणा पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र में विलय हो जाएगा। अगले 24 से 48 घंटों के दौरान पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश संभव है।
इसके बाद भी अगले 2 या 3 दिनों तक मध्यम बारिश जारी रहेगी, लेकिन तीव्रता कुछ हद तक कम हो जाएगी। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में बारिश की गतिविधियों में धीरे-धीरे कमी आएगी और इन क्षेत्रों में बारिश छिटपुट और हल्की होगी।
दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर एक गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है।
दक्षिण हरियाणा और आसपास के क्षेत्र पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसका संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर तक फैला हुआ है।
मॉनसून की ट्रफ रेखा गंगानगर, दक्षिण हरियाणा पर कम दबाव के क्षेत्र के केंद्र, फिरोजाबाद, दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र के केंद्र, डाल्टनगंज, दीघा और फिर उत्तर पश्चिम बंगाल की ओर जा रही है।
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल
पिछले 24 घंटों के दौरान, झारखंड, पूर्वोत्तर और उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और पूर्वी असम के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई।
पूर्वी उत्तर प्रदेश, कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों, बाकी असम, मेघालय और नागालैंड और मणिपुर के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हुई। जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश, शेष उत्तर प्रदेश, पूर्वोत्तर भारत और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों, गुजरात, दक्षिण मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, आंतरिक कर्नाटक और आंतरिक तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों और पूर्वी राजस्थान में मध्यम से भारी बारिश संभव है।
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और मणिपुर में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी हो सकती है।
बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और कोंकण और गोवा के कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
जम्मू-कश्मीर, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, तटीय कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप में हल्की बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है।
गुजरात, आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश संभव है।
अधिक वर्षा वाले 10 शहरों की सूची में सबसे ऊपर रहा असम का उत्तरी लखीमपुर शहर जहां 171 मिमी की भारी बारिश दर्ज की गई।
नीचे दिए गए टेबल में देश के 10 प्रमुख वर्षा वाले स्थानों के नाम: