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कांग्रेस सरकार के तख्तापलट की तैयारी : 9 विधायकों को गुड़गांव के होटल में भाजपा ने ठहराया……देर रात दो मंत्रियों में होटल में दी दबिश….बताया- 6 विधायक हमारे साथ लौटने को तैयार…. भाजपा बोली- हमारा तो लेना देना ही नहीं

कांग्रेस सरकार के तख्तापलट की तैयारी :  9 विधायकों को गुड़गांव के होटल में भाजपा ने ठहराया……देर रात दो मंत्रियों में होटल में दी दबिश….बताया- 6 विधायक हमारे साथ लौटने को तैयार…. भाजपा बोली- हमारा तो लेना देना ही नहीं
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By NPG News

भोपाल 4 मार्च 2020। मध्यप्रदेश में तख्तापलट की कोशिश का भंडाफोड़ हुआ है। खबर है कि कांग्रेस, निर्दलीय और बसपा के 10 से ज्यादा विधायक भाजपा के संपर्क में थे, जो गुडगांव शिफ्ट किये जा चुके थे, लेकिन ऐन मौके पर कांग्रेस को इसकी भनक लग गयी। इस पूरे घटनाक्रम की सुगबुगाहट मंगलवार की सुबह से ही लग रहा था, लेकिन देर रात होटल में मिली बसपा विधायक रामबाई और होटल में कुछ और विधायक के ठहरे होने के संकेत के बाद पूरा हड़कंप मच गया।

दिग्विजय सिंह के मुताबिक भाजपा नेता भूपेंद्र सिंह रामबाई के अपने साथ लेकर चार्टड प्लेन से दिल्ली पहुंचे थे। गुडगांव के आईटीसी मराठा में सभी विधायक को ठहराया गया था। जैसे ही कांग्रेस को इसकी भनक लगी, जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को दिल्ली भेजा गया। होटल में सिर्फ रामबाई मिली, जबकि बाकी विधायक वहीं से दूसरी जगह शिफ्ट करा दिये गये। आरोप है कि 4 विधायक को बैंग्लुरू भेजा गया।

जयवर्धन सिंह के मुताबिक 6 विधायकों से संपर्क हो गया है, वो सभी लौटने को तैयार हैं। वहीं जीतू पटवारी का आरोप है कि विधायकों को खरीदने के लिए 30 से 35 करोड़ का लालच दिया गया था। कांग्रेस का आरोप है कि इस पूरे मामले का मास्टरमाइंट शिवराज सिंह चौहान हैं।

ये विधायक थे होटल में मौजूद –

  • रामबाई(बसपा), पथरिया
  • बिसाहूलाल (कांग्रेस), अनूपपुर
  • हरदीप सिंह(कांग्रेस), सुवासरा
  • सुरेंद्र सिंह शेरा(निर्दलीय), बुरहानपुर
  • संजीव कुशवाह(बसपा), भिंड
  • ऐंदल सिंह कंसाना(कांग्रेस), सुमावली

इधर भाजपा ने तमाम आरोपों से इनकार किया है, उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण से पार्टी का कोई लेना देना है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि कांग्रेस के विधायकों को बंधक बनाया गया है। हालांकि अभी भी कर्ई विधायक भाजपा के संपर्क मेंहै, लिहाजा कांग्रेस की दिल की धड़कनें बढ़ी हुई है। कांग्रेस का दावा है कि उनकी सरकार स्थिर है और जिन विधायकों को भाजपा लेकर गयी थी, वो सभी कांग्रेस के साथ हैं। सरकार को कोई खतरा नहीं है।

आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में कुल 230 सीटें हैं। जिनमें से कुछ सदस्यों की अभी संख्या 228 हैं, जबकि आसामयिक निधन की वजह से 2 सीट खाली है। यहां बहुमत का आंकड़ा 114 है। कांग्रेस को यहां 114 सीटें मिली हुई है, जबकि भाजपा के पास 107, बसपा के पास 2, सपा के 1 और निर्दलीय 4 विधायक हैं।

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